झारखंड और पश्चिम बंगाल में बढ़ती रेल कनेक्टिविटी
– रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने श्री निशिकांत दुबे, सांसद, गोड्डा की उपस्थिति में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से साहिबगंज-हावड़ा इंटरसिटी एक्सप्रेस की शुरुआत तथा आनंद विहार-अगरतला राजधानी एक्सप्रेस के साहिबगंज में ठहराव को हरी झंडी दिखाई।
– पश्चिम बंगाल व झारखंडवासियों को पावन पर्व नवरात्रि की सौगात
– पहली बार अगरतला से साहिबगंज व साहिबगंज से डायरेक्ट हावड़ा मिलेगी रेल कनेक्टिविटी
– पूर्वोत्तर भारत से झारखंड को डायरेक्ट रेल कनेक्टिविटी मिलेगी
नई दिल्ली: माननीय रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव जी ने झारखंड व पश्चिम बंगाल में रेल कनेक्टिविटी बढ़ाने हेतु साहिबगंज से नई ट्रेन सेवाओं की शुरुआत कर क्षेत्र की कनेक्टिविटी तथा विकास को एक नई दिशा प्रदान की है। 10 अक्टूबर 2024 को श्री निशिकांत दुबे, सांसद, गोड्डा की उपस्थिति में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव जी द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से साहिबगंज-हावड़ा इंटरसिटी एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर इस रेल सेवा की शुरुआत की गई। यह ट्रेन साहिबगंज से हावड़ा तक की यात्रा को बेहद सरल एवं सुलभ बनाएगी, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार और व्यापार के नए अवसर मिलेंगे। इस ट्रेन के माध्यम से न केवल व्यापारिक गतिविधियों को बल मिलेगा, अपितु झारखंड की सांस्कृतिक धरोहर व पर्यटन को भी नई पहचान मिलेगी।
इसके साथ ही साहिबगंज स्टेशन पर आनंद विहार-अगरतला राजधानी एक्सप्रेस के ठहराव को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया, जिससे दिल्ली, त्रिपुरा, असम एवं अन्य पूर्वोत्तर राज्यों से साहिबगंज की सीधी कनेक्टिविटी सुदृढ़ होगी। इस सेवा से व्यापारिक एवं पर्यटन गतिविधियाँ निश्चित ही नई ऊंचाइयों पर पहुँचेंगी। इन नई ट्रेन सेवाओं से क्षेत्र में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। क्षेत्र की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने का यह एक अनूठा अवसर है, साथ ही साहिबगंज के व्यापारियों को बड़े बाजारों से जुड़ने का मौका मिलेगा।
साहिबगंज में इन नई ट्रेन सेवाओं की शुरुआत से क्षेत्र के छात्रों एवं दैनिक यात्रियों को भी सुविधाजनक और समयबद्ध यात्रा का लाभ मिलेगा। इसके जरिए न केवल क्षेत्र में रोजगार के नये अवसर देखने को मिलेंगे, बल्कि लोगों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन भी सुनिश्चित हो सकेगा।
रूसी पर्यटक के फोन चोरी संबंधी मामले को मॉडर्न टेक्नोलॉजी की सहायता से आरपीएफ और जीआरपी ने सुलझाया:
- भारतीय रेल की आरपीएफ और जीआरपी टीम की त्वरित कार्रवाई एक रूसी पर्यटक से चोरी हुए फोन से संबंधित मामले को सुलझाया।
- रूसी पर्यटक नीना निकोनोरोवा से गया-कामाख्या एक्सप्रेस में यात्रा के दौरान उनका फोन आरोपियों ने चोरी कर लिया था।
- जीआरपी और आरपीएफ अधिकारियों ने तत्परता से कार्रवाई की एवं इंस्टाग्राम व iCloud नोटिफिकेशन की मदद से फोन का पता लगाया;
नई दिल्ली:
भारतीय रेलवे के जीआरपी और आरपीएफ टीम की कर्मठता एवं त्वरित प्रतिक्रिया के परिणामस्वरूप एक रूसी पर्यटक के चुराए गए फोन का पता लगाया गया। 17 अगस्त 2024 को नीना निकोनोरोवा, गया-कामाख्या एक्सप्रेस में यात्रा कर रही थीं। तब बिहार में फल्गु नदी के ऊपर से गुजरते समय, वह बाहर के आकर्षक दृश्यों को रिकॉर्ड कर रही थीं, तभी अचानक एक अज्ञात व्यक्ति ने उनके हाथ पर डंडे से वार कर उनका फोन छीन लिया। नीना ने तुरंत ही गया, शेखपुरा और कामाख्या रेलवे स्टेशनों पर जाकर रेलवे पुलिस (जीआरपी) को इस घटना की जानकारी दी। जीआरपी ने भारतीय दंड संहिता की धारा 304 (02), 313 और 317 (05) के तहत केस दर्ज किया।
नीना की शिकायत के बाद, जीआरपी और रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने मिलकर एक अभियान के तहत मुस्तैदी के साथ कुछ ही दिनों में, पिंटू कुमार और साजन कुमार नामक दो संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से तीन मोबाइल फोन बरामद किए, लेकिन नीना का फोन अभी तक नहीं मिला था। संदिग्धों से पूछताछ में पता चला कि नीना का फोन साहिल पासवान नामक व्यक्ति के पास था, जो बिहार के गांधीनगर मानपुर का निवासी था। साहिल ने ही कथित तौर पर नीना पर हमला किया और उनका फोन चोरी किया था।
हालांकि घटना के कुछ दिनों बाद नीना रूस लौट गईं, लेकिन अक्टूबर में iCloud नोटिफिकेशन के जरिए उन्हें पता चला कि उनका चोरी हुआ फोन नागपुर, महाराष्ट्र में सक्रिय हुआ है। इस जानकारी को नीना ने तुरंत ही भारतीय रेल को ईमेल के जरिए साझा करने के साथ फोन की लाइव लोकेशन के बारे में भी बताया। यह इस सम्पूर्ण घटना का महत्वपूर्ण पहलू सिद्ध हुआ और इंस्टाग्राम के लोकेशन डेटा की मदद से नागपुर में टीम सक्रिय अधिकारियों ने फोन का पता लगा लिया तथा साहिल पासवान की पहचान की। उसकी गिरफ्तारी और फोन की बरामदगी सुनिश्चित करने हेतु अब भी आगे कार्रवाही चल रही है।
जीआरपी और आरपीएफ की टीमों ने साहिल की तलाश में बिहार के गया जिले एवं आस-पास के इलाकों में छापेमारी शुरू कर दी है। चोरी के मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी और नीना के फोन को बरामद करने के लिए आरपीएफ और जीआरपी की टीमें सतर्कता से काम कर रही हैं। नीना की त्वरित शिकायत, अधिकारियों की मुस्तैदी, और आधुनिक तकनीक ने इस मामले को सुलझाने में बड़ी भूमिका निभाई है।
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