खड़गपुर, परीक्षा केंद्र में कथित तौर पर सांप के डंसने के बावजूद परीक्षा में बैठी मेडिकल की छात्रा जिससे लोगों ने साहसिक छात्रा की प्रशंसा की। ज्ञात हो कि झाड़ग्राम जिले के गोपीबल्लभपुर की छात्रा लिप्सा साउ का परीक्षा केंद्र मेदिनीपुर शहर के किरणमयी उच्च विद्यालय में था।
परीक्षा दो बजे से था समय से पूर्व छात्रा लिप्सा अपने माता मनोरमा व पिता पुर्णचंद्र के साथ दोपहर 12 बजे पहुंच गई परीक्षा केंद्र में टायलेट करने गई तभी उसे सांप ने डंस लिया छात्रा की चीख सुनकर प्रबंधन छात्रा को मेदिनीपुर मेडिकल कालेज ले गए जहां प्राथमिक चिकित्सा कराया गया जिसके बाद छात्रा ने परीक्षा देने की इच्छा जताई तो फिर उसे परीक्षा केंद्र परीक्षा शुरु होने से 15 मिन्ट पहले लाया गया।
लगभग घंटे भर में फिर छात्रा की तबियत बिगड़ी व उलटी की तो छात्रा को फिर से लगभग अचेत अवस्था में अस्पताल ले जाया गया जहां फिलहाल वह चिकित्साधीन है। इधर परीक्षा केंद्र में घटना घटने से अभिभावक चिंतित है। लोगों का कहना है कि सांप या कोईअन्य जहरीला कीट हो टायलेट की पुरी तरह साफ सफाई प्रबधन को करना चाहिए था। इधर अभिभावकों ने बेटी के स्वास्थय को लेकर चिंता जाहिर की है।
পরীক্ষা কেন্দ্রে সাপে কামড়ানোর পরও পরীক্ষা দিতে বসেন মেডিকেল শিক্ষার্থী!
খড়্গপুর: পরীক্ষা কেন্দ্রে সাপে কামড়ানো সত্ত্বেও, একজন মেডিকেল ছাত্র পরীক্ষায় উপস্থিত হয়েছিল যার কারণে লোকেরা সাহসী ছাত্রের প্রশংসা করেছিল। উল্লেখ্য, ঝাড়গ্রাম জেলার গোপীবল্লভপুরের ছাত্রী লিপসা সাউ-এর পরীক্ষার কেন্দ্র ছিল মেদিনীপুর শহরের কিরণময়ী উচ্চ বিদ্যালয়ে। দুপুর ২টায় পরীক্ষা নির্ধারিত ছিল ছাত্রী লিপসা তার মা মনোরমা ও বাবা পূর্ণচন্দ্রকে নিয়ে দুপুর ১২টায় শৌচাগার ব্যবহার করতে গেলে ছাত্রীটির চিৎকার শুনে তাকে উদ্ধার করে ছাত্রীকে মেদিনীপুর মেডিক্যাল কলেজে প্রাথমিক চিকিৎসা দেওয়ার পর পরীক্ষা শুরুর ১৫ মিনিট আগে ওই ছাত্রী পরীক্ষা দেওয়ার ইচ্ছা প্রকাশ করে।
প্রায় এক ঘণ্টার মধ্যে ছাত্রীর শারীরিক অবস্থার অবনতি হয় এবং সে বমি করে। এখানে পরীক্ষা কেন্দ্রে এ ঘটনায় অভিভাবকরা উদ্বিগ্ন। লোকজন বলছেন, সাপ বা অন্য কোনো বিষাক্ত পোকা থাকলে প্রশাসনের উচিত ছিল টয়লেট সম্পূর্ণ পরিষ্কার করা। এখানে মেয়ের স্বাস্থ্য নিয়ে উদ্বেগ প্রকাশ করেছেন অভিভাবকরা।
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