मेदिनीपुर के तान्तिगाड़िया के फुलपहाडी गांव के निवासी अमरनाथ दास और शिवानी सिंह पर अपने आठवे संतान को बेच देने का आरोप स्थानीय लोगों ने लगाया है। . इसस् पहले की कुल सात संतानो में छः लड़की व एक लड़का है.
पड़ोसियों द्वारा उनपर बेशक अपने संतान को बेच देने का आरोप लगाया गया पर पड़ताल में सिवानी ने खुलासा की कि पालन पोषण की असमर्थता के वजह से वे अपने आठवे सद्यःजात कन्या अपने मुंहबोले भाई के सुपुर्द कर दी इसमें आर्थिक लेनदेन की कोई बात नहीं है. मालूम हो अमरनाथ पेशे से राजमिस्त्री व सिवानी गृह परिचायिका है जिनकी गुजर बशर बड़े ही अभावपूर्ण है .
आरोप है कि लॉकडाउन के वक्त जब सिवानी बंध्याकरण के ओप्रशन के लिए संपर्क की तब उन्हें स्वस्थ्य कर्मियों ने रुपए की मांग की और अर्थाभाव में वह इससे वंचित रह गई और विगत 17 जनवरी इस कन्या शिशु का जन्म हुआ.घटना से सरकार के परिवार नियोजन कार्यक्रम की भी जमीनी हकीकत का पता चल गया।
Amarnath Das and Shivani Singh, residents of Fulpahadi village of Tantigadia, Medinipur, were accused of selling their eighth child. They had total seven children, six are girls and one boy.
Of course, the neighbors accused her of selling her child, but during investigation, Siwani revealed that due to her inability to raise livelihood her child, she handed over her eighth natural born daughter to her muh bola bhai. there is no financial transaction involved in this. It is known that Amarnath is a mason by profession and Siwani is a maid whose life is very poor.
It is alleged that during the lockdown, when Siwani approached her for sterilization operation, she was asked money and due to lack of money, she was deprived of it and on January 17 last, a girl child was born. The incident shows reality of the family planning program .
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