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खड़गपुर, खड़गपुर की बेटियों का दो दिवसीय भव्य संयम स्वर्णोत्सव का आज समापन हुआ। इस अवसर पर आज सुबह वरघोड़ा यानि जुलुस छत्तीसपाड़ा मंदिर से निकल व प्रेमहरि भवन होते हुए जगन्नाथ मंदिर से कार्यक्रम संथल गीतांजली भवन में समाप्त हुई जिसमें सैकड़ो की संख्या में लोग शामिल हुए। स्थानीय पार्षद नमिता चौधरी व देबाशीष चौधऱी भी शामिल हुए।
सोमवार की सुबह दादा गुरुदेव का अभिषेक हुआ।
इस अवसर पर अपने विचार रखते हुए राजू मालू ने कहा कि आज से भी ज्यादा भाव प्रणव पचास साल पहले लोग थे उस वक्त इससे दस गुणा ज्यादा भीड़ उमड़ी थी व खड़गपुर की तीन बेटियों का एक साथ कम उम्र में दीक्षा ले सांसारिक जीवन त्याग साध्वी हो जाना लोगों में चर्चा का विषय़ बना हुआ था लोग काफी भावुक थे।
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इस अवसर पर साध्वी शशिप्रभा ने कहा कि हमें साज सजावट व तामझाम की जरुरत नहीं लोग महावीर स्वामी के बताए रास्ते में चले त्याग व अहिंसा का पालन करें यही हमारे लिए सबसे बड़ा उपहार है।
संयम स्वर्णोत्सव कार्यक्रम के आयोजन के लिए आचार्य जिन मणिप्रभ सुरेश्वर जी ने खड़गपुर के श्री संघ को आशीर्वचन दिए। ज्ञात हो कि खड़गपुर के अलावा देश भर के लगभग 350 प्रतिनिधि कार्यक्रम में शामिल हुए थे। इस अवसर पर प्रवचन के अलावा धार्मिक व सांस्कृतिक कार्य़क्रम का भी आयोजन किया गया।
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