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खड़गपुर, रावण दहन व मूर्ति विसर्जनके साथ दुर्गा पूजा संपन्न हो गया। विजयादशमी की रात शहर के विभिन्न पूजा पंडालों से अधिकांश प्रतिमाओं को ट्रक व मेटाडोर से कंसावती नदी, मंदिर तालाब सहित अन्य जगहों में विसर्जित कर दिया गया। दशमी के दिन महिलाओं ने सिंदूर खेला में शामिल हुई।
विजयादशमी के अवसर पर बजरंग अखाड़ा सहित अन्य अखाड़ा कमेटियों ने जुलुस निकाले व डंडों के साथ करतब दिखाते दिखे। ज्ञात हो कि दशहरा उत्सव कमेटि सन 25 से दशहरा उत्सव का आयोजन करती आ रही है। इस साल 99वां रावण दहन उत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
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55 फुट की पुतला का दहन मुख्य अतिथि पश्चिम मेदिनीपुर जिले के एसपी धृतिमान सरकार ने स्विच आन कर प्रतीकात्मक तीर चला किया।
इस अवसर पर दशहरा उत्सव कमेटि के अध्यक्ष प्रदीप सरकार, विधायक दीनेन राय, नगरपालिका चेयरपर्सन कल्याणी घोष, एडिशनल एसपी राणा मुखर्जी, एसडीपीओ दीपक सरकार, खड़गपुर शहर थाना प्रभारी राजीब कुमार पाल व अन्य उपस्थित थे।
इधर दोपहर 2 बजे से दूसरे दिन भोर तीन बजे तक तीन व चार चक्के वाहन को प्रतिबंध लगा देने का मिश्रित प्रतिक्रिया देखने को मिली। कई लोगों का मानना है कि इससे वरिष्ठों व बच्चों को पूजा घूमने में कठिनाई आई जबकि ट्राफिक कम होने से कई लोग संतुष्ट दिखे। कई लोग इसे शाम चार बजे से रात 12 तक का प्रतिबंध चाह रहे थे। ज्ञात हो कि ट्राफिक प्रतिबंध का यह दूसरा साल था।
इधर नवमी की दोपहर बूंदाबांदा से मौसम सुहाना हो गया था हांलाकि रावण दहन के दिन बारिश ना होने से लोग राहत की सांस ली।
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