






खड़गपुर, घाटशिला कालेज की थर्ड ईयर की छात्रा नेहा की लाश रविवार की सुबह लगभग ग्यारह बजे फांसी के फंदे में झुलते मिलने से इलाके में शोक व्याप्त हो गया। जानकारी के मुताबिक खरीदा बिलास मोड़ वार्ड संख्या 8 की रहने वाली 22 वर्षीय छात्रा नेहा केशरवानी अपने कमरे में चादर का फंदा लगा झुल गई। नेहा को झुलते देख परिजनों ने नेहा को फंदे से उतार चांदमारी अस्पताल ले गए जहां डाक्टर ने मृत घोषित कर दिया।
खबर पाकर खड़गपुर टाउन थाना की पुलिस शव को बरामद कर अंत्यपरीक्षण करा परिजन को सौंप दिया जिसके बाद स्थानीय मंदिर तालाब मे उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया। पुलिस का कहना है कि रहस्यमय मौत का मामला दर्ज कर मामले की पड़ताल की जा रही है। आत्महत्या के कारण का पता नहीं चल पाया है पता चला है कि नेहा किसी बात से उद्वग्नि थी। नेहा के पिता दिलीप केशरवानी अरोरा सिनेमा के पास गोलगप्पा का ठेला लगाते है।


नेहा दिलीप की एकमात्र संतान थी। दिलीप का कहना है कि वह बीते दिनों बाहर गए थे रविवार को ही वापस खड़गपुर लौटे थे। दिलीप पहले मुंबई फिर इलाहाबाद गए थे जहां से नंदन कानन से वह घर वापस आए दिलीप मेदिनीपुर में ट्रेन बदलकर लोकल से गिरि मैदान स्टेशन से उतरे थे। दिलीप का कहना है कि जब वह ट्रेन में थे तभी बेटी नेहा का फोन आया था वह फोन पर ही पिता को पूछी थी वह कहां है पिता ने उसे बताया कि वह जल्द ही घर वापस आ रहा है पर पिता को क्या पता कि उसके आने के बाद उसकी बेटी सदा के लिए उसे छोड़ जाने वाली है।
दिलीप का कहना है कि वह नाश्ता के लिए इडली लाए थे व खुद नाश्ता कर बेटी को नाश्ता करने के लिए कहा थोड़ी देर बाद नेहा की मां नहाने चली गई। दिलीप का कहना है कि उसका मन नहीं मानने पर उसने बेटी को एक बार फिर नाश्ता कर लेने के लिए कहा था। सुबह लगभग ग्यारह बजे दोतल्ला घर के अपने कमरे में नेहा फंदे में झुलती मिली जिसके बाद मातम पसर गया। इलाके में शोक व्याप्त है।
Leave a Reply