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✍️ रघुनाथ प्रसाद साहू/ 9434243363
खड़गपुर, कल्याणी घोष सोमवार को बतौर खड़गपुर नगरपालिका की प्रथम महिला चेयरमैन पद की शपथ एसडीओ दिलीप मिश्रा ने दिलाया। सोमवार की दोपहर पहले सभी 35 पार्षदों के समक्ष उपपौरपिता तैमूर अली खान ने सभा अध्यक्षता के लिए पार्षद देबाशीष सेनगुप्ता के नाम की घोषणा की जिसके वार्ड 9 के पार्षद प्रबीर घोष ने बतौर चेयरमैन कल्याणी घोष का नाम प्रस्तावित किया जिसका ज्यादातर पार्षदों ने हाथ उठाकर समर्थन दिया। फिर एसडीओ ने क्लायणी को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई। जिसके बाद सभाकक्ष में फोटोशूट चला। कल्याणी अपने समर्थकों के साथ गाजे बाजे व आतिशबाजी सहित वार्ड 28 के टीएमसी कार्यालय गई जहां अजित माईति, देबाशीष चौधरी, रबि शंकर पांडे व अन्य नेताओं ने कल्याणी को शुभकामना दी। उसके बाद कल्याणी अपने कार्यालय पहुंची जहां बधाई देने वालों का तांता लगा रहा। ज्ञात हो कि बीते 21दिसंबर 2022 के दिन दलीय निर्देश पर तत्कालीन चेयरमैन प्रदीप सरकार अपनी पद से इस्तीफा दे दिए थे.
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जल व सफाई को देंगे वरीयताः कल्याणी
कल्याणी ने पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए लोगों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराना व परिवेश की सफाई रखना उसकी वरीयता है। उन्होने कहा कि फैक्ट्री के कारण जो पानी व परिवेश गंदा हो रहा है नगरपालिका इसे लेकर फैक्ट्री प्रबंधन को पत्र लिखेगी। उन्होने कहा कि लोगों को बाल्टी में कचरा देने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा ताकि कचरे का उचित प्रबंधन किया जा सके। उन्होने पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए माना कि नगरपालिका में अब तक फंड की कमी रही है उन्होने कहा कि फंड के लिए वह शीर्ष नेतृत्व से बात करेंगी।
चार बार रह चुकी है पार्षद
कल्याणी घोष चार बार नगरपालिका के वार्ड 7 की पार्षद रह चुकी है जिसमें से दो बार कांग्रेस के टिकट से चुनाव जीती थी। सन 16 में 21 जुलाई को कोलकाता में कांग्रेस का दामन छोड़ टीएमसी में शामिल हो गई थी उस दिन कांग्रेस के पांच पार्षदों ने टीएमसी का झंडा धर्मतला में थामा था जिसमें रबि शंकर पांडे, सनातन यादव, वेंकटरमणा, अरुप कुंडु शामिल थे। जिसके बाद खड़गपुर नगरपालिका में जहां कांग्रेस के छह पार्षद रह गए थे वहीं टीएमसी के 23 पार्षद हो गए थे। जबकि माकपा के एक, सीपीआई के एक व भाजपा के दो पार्षद थे।ज्ञात हो कि सन 15 में हुए नगरपालिका के चुनाव में कुल 35 सीटों में कांग्रेस व टीएमसी को ग्यारह- ग्यारह सीटें भाजपा को सात, माकपा को तीन व भाकपा को तीन सीटें मिली थी। टीएमसी बोर्ड बनाने के लिए भाजपा के पांच व सीपीआई के दो लोगों को तोड़ दिया था व अठारह लोगों के समर्थन से टीएमसी के प्रदीप सरकार प्रथम बार पौरपिता बने थे। सन 22 में दूसरी बार प्रदीप सरकार फिर से पौरपिता बन लेकिन पार्षदों के विरोध के कारण दिसंबर 22 को प्रदीप ने इस्तीफा दे दिया था।
भावना को काबू नहीं रख पाई थी कल्याणी
सन 15 में जब कांग्रेस व टीएमसी को 11 सीटें मिली थी तो कांग्रेस को उम्मीद थी कि अन्य दलों के समर्थन में फिर से बोर्ड बना लेगी रबि शंकर पांडे फिर से चेयरमैन बनेंगे लेकिन प्रदीप सरकार जब चेयरमैन बने तो उस दिन कल्याणी सहित एक अन्य कांग्रेस महिला पार्षद अपने जजबातों को काबू में नहीं रख पाई थी व रबिं शंकर पांडे के कार्यालय में रो पड़ी थी प्रदीप के चेयरमैन बनने को लेकर तब पुलिस की भुमिका पर सवालिया निशान लग गया था। 7 वर्षों के बाद कल्याणी उसी प्रदीप की जगह पर चेयरमैन पर काबिज हो गई।
कल्याणी के शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचे हिरण ने पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि पूरे बंगाल में भ्रष्टाचार का बोलबाला है। उसने विधानसभा में नगरपालिका के आडिट ना होने का मुद्दा उठाया था लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। उन्होने कहा कि आडिट ना होने के कारण ही केंद्र राज्य सरकार को फंड जारी नहीं कर पा रही है। उन्होने कहा कि कैग से आडिट कराने से ही रुपए के अनियमितता का पता चल पाएगा जो कि राज्य सरकार नहीं चाहती।
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