माध्यमिक परीक्षा के गणित का पेपर जिसमें ग्राफ का प्रश्न होने के बावजूद परीक्षार्थियों को ग्राफ पेपर मुहैया नहीं कराया गया जिससे कई परीक्षार्थियों को काफी कठिनाई हुई. , इसकी जानकारी परीक्षा केंद्र संचालकों सहित परीक्षार्थियों को अंतिम समय में दी गई .
नतीजतन अनेको छात्र सफेद पन्ने पर रेखांकन का अभ्यास न होने के कारण वह प्रश्न ही छोड़ देने का निर्णय कर अन्य विकल्पों से चुनाव कर काम चलाए साथ ही कुछ परीक्षार्थी बताए गए निर्देश अनुसार उत्तरपुस्तिका के अंतिम पन्ने पर ग्राफ का रेखांकन अपनी समझदारी और दक्षता से किए लेकिन ऐसा फैसला किस वजह से लिया गया ?
एकदम से एकबएक कुछ भी इस तरह का कौतूहल से भरा विचित्र फैसला जहां परीक्षार्थियों में एक अप्रत्याशित एवं अचंभित कर देने आवेग भर दिया . वहीं परीक्षार्थी , अभिभावक समेत निरीक्षक भी हतप्रभ रह गए . इस मुद्दे पर कइयों का मानना हैै कि पड़ताल करने पर ही सच सामने आएगा कि वाकई यह बोर्ड का निर्णय है या कि कोई गंभीर गफलत ।
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