” मेरा भाई , खोकन महतो कभी 12 नंबर नही पा सकता . मैं SSC को चुनौती देता हूं अपने प्रश्नपत्र एवं उसके द्वारा दिए गए वास्तविक उत्तरपत्र बतौर सबूत दिखाकर SSC प्रमाणित करे कि खोकन महातो 12 नंबर पाया है . ऐसा प्रमाणित हो जाने पर मैं मंत्रित्व छोड़ दूंगा . छोड़ दूंगा मैं मंत्रीत्व ! ” 18 मार्च के दिन ऐसा ही बयान दिया राज्य सरकार के उपभोक्ता विषयक दफ्तर के मंत्री व सालवनी के तृणमूल विधायक श्रीकांत महातो
. वे शनिवार की सुबह जिला पश्चिम मेदिनीपुर के तृणमूल दफ्तर से सीधे-सीधे SSC पर ऐसा हमला किया उन्होने आगे कहा – ” परीक्षा देने के पश्चात् घर लौटकर , खोकन उत्तर का मिलान कर , पूर्ण आश्वस्थ था . वह किसी भी सूरत में 12 नंबर नही पा सकता . उत्तरपत्र के OMR के साथ आवश्य छेड़छाड़ व घपला हुआ है . मैं सारे उम्मीदवारों की उत्तरपत्र के OMR की फॉरेंसिक जांच की मांग करता हूं . हालांकि संयुक्त रुप से मामला विचाराधीन है लेकिन प्रयोजन हुई तो हम निजी तौर पर भी मामला करेंगे व सर्वोच्च न्यायालय के खंडपीठ को भी अर्जी देंगे .”
मालूम हो बीते 10 मार्च कोलकाता हाईकोर्ट के न्यायाधीश अभिजीत बंधोपाध्याय ने SSC ग्रुप-सी के 842 लोगों को नौकरी मिलने में हुए कदाचार के कारण सेवा से बर्खास्त करने का निर्देश दिए थे इसके बाद ही ममता बैनर्जी की भांजी वृष्टि मुखर्जी व श्रीकांत महतो के भाई खोकन महतो की सेवा बर्खास्त हुई .
दिखाया गया वास्तव में 12 नंबर मिला था जिसे बढा के 55 किया गया इस बात का खुलासा तब हो पाया जब SSC अपने सर्वर में इन दोनों उम्मीदवारों समेत कुल 842 उम्मीदवारों की अंक तालिका व OMR प्रकाशित किया जिस पर अपबी बिफरी हुई प्रतिक्रिया देकर , राज्य सरकार के मंत्री श्रीकांत महतो ने अपनी सख़्त असहमति दर्ज कराई .
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