✍️ रघुनाथ प्रसाद साहू/ 9434243363
खड़गपुर, मेदिनीपुर कॉलेजियट स्कूल मैदान में राज्य की मुख्य मंत्री की प्रशासनिक सभा हुई जिसमें लगभग 700 करोड़ की कई परियोजना का उद्घाटन व लोकार्पण किया गया जिसमें बेलदा सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, गनगनी पर्य़टन केंद्र, दासपुर में सोना के हब शामिल है। ममता ने केद्र को लताड़ते हुए कहा कि राज्य के विभिन्न योजनाओं के पैसे रोक लिए गए हैं जिससे विकास कार्य बाधित हो रहा है। उन्होने कहा कि कपालेश्वरी केलेघाई योजना पर हमने खर्च किए। ममता के सफर को लेकर मेदिनीपुर के जिला शहर में प्रशासन की चौकसी बढा दी गई थी। मुख्य मंत्री बुधवार शाम मेदिनीपुर पहुंच कर , सर्किट हाउस में रात्रिविश्राम की।
विपक्षी दल के जनप्रतिनिधियों को ना बुलाने पर आड़े हाथों लिया सांसद दिलीप ने
खड़गपुर, मेदिनीपुर में मुख्य मंत्री की सभा में बुलाए ना जाने पर सांसद दिलीप घोष ने हमलावर होते सवाल किया – ” यह किस तरह की प्रशानिक सभा है जिसमें विपक्ष के सांसद व विधायक आमंत्रित नही किए जाते जबकि नियम अनुसार पूरे देश में सरकारी विकास मूलक कार्य के लिए जिलाधिकारी दिशा नाम से एक कमिटी बनाते हैं जिसके अध्यक्ष वहां के सांसद होते हैं और अध्यक्ष ही सभा बुलाते है जहा विकास मूलक कार्य योजना पर विमर्श होती है . परंतु इस राज्य के शासक दल इन कायदों को ताक पर रख कर सदा ही मनमौजी चलाती रही है . हम भी आमंत्रण पाने की कोई आशा नही रखते.” उन्होने मुख्य मंत्री की आलोचना करते हुए आगे कहा – ” प्रायः खबर मिलती रहती है कि मुख्य मंत्री विभिन्न जिलों में प्रशासनिक बैठक कर रही हैं. योजनाओं की घोषणा भी होती रहती है परंतु धरातल पर कहीं कुछ नही दिखता. इनका प्रशासनिक सभा याने कोरी राजनीति और कुछ भी नही , केंद्र को ऐसे राज्य का विकास फंड रोक देना चाहिए . ” सांसद ने मौजूदा तौर तरीकों की भी आलोचना करते हुए कहा –” इधर के सभा में , सरकारी कर्मचारियों को सभास्थल तक लाने के लिए , जबरन स्कूल बसें उठवा ली गईं हैं नतीजतन बच्चे स्कूल नही जा पा रहे हैं . बसों में स्कूल के मिड- डे मिल के फंड से तेल भरा जा रहा है . हाई – वे पर ट्रकों का यातायात भी बंद करा दिया गया है जिससे दैनिक प्रयोजन की वस्तुएं व सब्जियां विभिन्न जगहों पर नही पहुंच पा रही हैं . राजमार्ग पर ट्रकें खडी हैं और जनता परेशान है . प्रशासनिक सभा के नाम पर यह कैसी मनमानी है . ” सभा में तृणमूल के 13 विधायक व जनप्रतिनियों को आमंत्रित किया जबकि विपक्षी दलों की मौजूदगी शून्य है।
मुख्यमत्री का सुरक्षा घेरा टूटा
गुरुवार को मेदिनीपुर में मुख्यमंत्री ममता का उस वक्त सुरक्षा घेरा टूट गया जब एक महिला ने सुरक्षा के लिए लगे रस्सी को फांद कर भीतर घुस गई व दीदी दीदी चिल्लाने लगी महिला की आवाज सुन ममता रुकी व उससे कुछ बातें की महिला ने लिफाफा भी दिए। ममता की सुरक्षा में इस तरह की चूक से चिंतित है समर्थक .
आंदोलन से ममता का ध्यान खींचा आदिवासियों ने
.सालबनी में रेल व राष्ट्रीय् राजमार्ग –60 पर ” सारा भारत जाकात माझी परगना महल की ओर से अवरोध किया गया था चूंकि शिक्षा के मांग पर आरंभ की गई थी इसलिए विद्यार्थी भी अवरोध में शामिल हो गए थे। बारंबार पुलिस के अधिकारियों संग वार्ता के बावजूद कोई विस्वासजनक आश्वासन न मिलने के करण वे अपना पूर्व घोषित अवरोध कार्यक्रम बुधवार को दोपहर 1 से शाम सात बजे तक अवरोध हुआ। संगठन राज्य सरकार से सांउताली भाषा के सर्वांगीण उन्नति व इस भाषा में शिक्षा की समुचित व्यवश्था की मांग कर रही है. उनकी मांगे हैं। ओलचिकी के स्थाई शिक्षक की बहाली हो ,. ओलचिकी भाषा में पढ़ाई के लिए प्राथमिक स्तर पर बच्चों का दाखिला लिया जाय .,होस्टल को ग्रांट दिया जाय,. बंद होस्टल पुनः चालू किए जाएं।
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