तेलगु विद्यापीटम स्कूल में हुए पीआईई के चुनाव में शासकदल के नेता द्वारा विवाद एवं तांडव मचाने की खबर मिली है . शिक्षण कार्य में सहयोग व सलाह जैसी कार्य के लिए शिक्षा में अभिरुचि रखने वाले का चुनाव होना था , जिसमें मात्र 2 प्रत्यासी थे . एक थे तृणमूल के वार्ड-15 के पार्षद बंटा मुरलीधर राव दूसरे भूतपूर्व शिक्षक एम काली दास . शिक्षक , शिक्षाकर्मी एवं अविभावक प्रतिनिधि मिलाकर कुल 12 वोटर थे . इसमें प्रधान शिक्षक गुप्त मतदान के जरिए मतदान किए थे . स्कूल निरीक्षक की उपस्थिति एवं मार्गदर्शन में तथा प्रधान शिक्षक के संचालन से मतदान स्वस्थ ढंग से ही संपन्न हुआ किंतु परिणाम घोषित होने पर बंटा मुरलीधर निराश हुए कारण 4 के मुकाबले 7 से उन्हें प्रधान अध्यापक के गुप्त मतदान के अलावा ही शिकस्त मिल चुकी थी फिर क्या था , बंटा के इशारे पर उनके समर्थक बैलट बॉक्स छीन ले गए संग में तृणमूल शहर अध्यक्ष सूर्यप्रकाश के होने की बात भी स्कूल प्रशासन से पता चली है .बुधवार प्रधान शिक्षक टाउन थाना में इस विषय की शिकायत भी दर्ज करवाई है . इधर बंटा मुरली मौजूदा निर्वाचन को निरस्त कर पुनः मतदान कराने का दबाव बना रहे हैं ऐसा आरोप है . अंततः पुनः मतदान कराए जाने पर सभी एकमत हो गए हैं . इस विषय में पत्रकारों द्वारा पूछे जाने पर प्रधान शिक्षक कैमरा पर ही फफक पडे़ , साथ ही बताया कि वे आतंकित हैं . दूसरी तरफ बंटा मुरली आरोप को अस्वीकार करते हुए कहा – ” सारे अविभावक मुझे पहले ही पीआईई प्रतिनिधि बनाना चाह रहे थे जिसे विद्यालय द्वारा नही माना गया उल्टे निर्वाचन में भूतपूर्व शिक्षक ने कारगुजारियां की . इसी कारण पुनः मतदान की जा रही है .” साथ ही कहा ” यदि गड़बड़ी से जीतना चाहता तो हारता ही क्यों . मेरे खिलाफ झूठा आरोप लगाया जा रहा है .” तृणमूल के शहर अध्यक्ष सूर्यप्रकाश भी आरोप को अस्वीकार किया।
” जो लोग स्कूल के सामान्य विर्वाचन में बैलट छिनताई
करते हैं उनकी मानसिकता और मंशा आसानी से समझा जा सकता है . ऐसे में आपलोग ही समझिए पूरे राज्य में पंचायत निर्वाचन किस तरीके का होगा . मुख्य मंत्री शांतिपूर्वक निर्वाचन कराने की जितनी भी थोथा बयान क्यूं न दे ” पश्चिम मेदिनीपुर के सांसद एवं भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने खड़गपुर के एक स्कूल के सामान्य निर्वाचन में हुई जोर – जबतदस्ती
की घटना पर कटाक्ष करते हुए कही .
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