खड़गपुर को कारपोरेशन बनाने के लिए पहल कीः प्रदीप, रेशमी मेटालिक्स की ओर से दीघीपार में ट्यूबवेल का उद्घाटन, एसडीओ ने रेशमी से ज्यादा सामाजिक कार्य करने की अपील की, सीएसआर के तहत हम अपने सामाजिक कार्यों के लिए सजगः ईडी अभिजीत









रघुनाथ प्रसाद साहू / 9434243363


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खड़गपुर, खड़गपुर को कारपोरेशन बनाने की पहल करने का दावा खड़गपुर नगरपालिका के चेयरमैन प्रदीप सरकार ने साहा चौक में ट्यूबवेल के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए कही। प्रदीप सरकार ने कहा कि खड़गपुर के कारपोरेशन बनने से उससे सटे सलुवा, कलाईकुंडा, मीरपुर, चौरंगी, साहाचौक व शहर के आसपास के ग्रामीण इलाके के लोग लाभान्वित होंगे। ज्ञात हो कि साहा चौक के समीप वार्ड नंबर दस के अधीन दीघीरपार आदिवासी पाड़ा में रेशमी मेटालिक्स के सीएसआर योजना के अधीन ट्यूब वेल का उद्घाटन किया गया. प्रदीप ने कहा कि दीघीपार दस नंबर वार्ड के अधीन होते हुए भी विकास योजनाओं से वंचित है यह दुख की बात है निगम बन जाने से इस तरह के इलाके के लोगों को भी विकास योजनाओं का लाभ मिलेगा। प्रदीप ने कहा कि खड़गपुर में विद्युत तारों को अंडरग्राउंड करने की योजना पर 200 करोड़ खर्च हो रहे हैं पर यहां पर अभी तक विद्युत नहीं पहुंचा है उन्होने कहा कि खड़गपुर शहर के बारिश के पानी से साहाचौक हाईवे व रेल पटरी के समीप अवस्थि दीघी जो कि डूब जाता था उसके निजात के लिए साढ़ें आठ लाख रु आबंटित किए गए हैं जो कि जल निकासी के लिए नाले में उपयोग होगा। प्रदीप ने कहा कि जैसे टाटा के कारण जमशेदपुर की पहचान बनी है वह चाहते हैं कि रेशमी शहर के विकास के लिए ऐसा कार्य करे कि रेलनगरी ऱेशमी नगर के नाम से जाना जाए। एसडीओ दिलीप मिश्रा ने रेशमी मेटालिक्स के कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि रेशमी को नगरपालिका, पंचायत व प्रशासन के साथ मिलकर सीएसआर के तहत और ज्यादा सामाजिक कार्य करें। रेशमी ग्रुप आफ कंपनीज के कार्यकारी निदेशक अभिजीत राय ने कहा कि रेशमी सीएमआर के तहत अपने सामाजिक दायित्वों के प्रति सजग है व आसपास के ग्रामीण इलाकों में वे लोग लगातार कार्य कर रहे हैं। सीनियर मैनेजर संजय ओढा ने बताया कि ट्यूबवेल योजना पर लगभग 2 लाख रु का खर्च आय़ा है। इस अवसर पर रेशमी मेटालिक्स के युनिट हेड भाष्कर चौधरी, सीनियर मैनेजर संजय झा, पी के पात्रो व अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन प्रद्युत दास ने किया जबकि आयोजन रेशमी युनिट-1 की ओर से किया गया था। इस अवसर पर ग्रामीणों ने बताया कि दीघापार गाव में लगभग 60-70 आदिवासी पाडा है जिसके पश्चिम छोर में बिजली व पेयजल उपलब्ध है जबकि पूर्वी छोर में लोग दूषित जल पीने को मजबूर थे अब ट्यूबवेल लगने से इलाके के लोगों को स्वच्छ पेयजल मिल सकेगा।