लक्खी भंडार शिविर को दुआरे सरकार की अन्य योजनाओं से अलग रखने से लोगों ने ली राहत की सांसष भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने काउंटर बढ़ाने का लिया था निर्णय








✍रघुनाथ प्रसाद साहू
खड़गपुर। राज्य सरकार के दुआरे सरकार शिविर में लोगों की भीड़ कम करने के उद्देश्य से खड़गपुर महकमा प्रशासन की ओर से लक्ष्मी(लक्खी) भंडार योजना के काउंटर को दुआरे सरकार की अन्य योजनाओं के काउंटर से पूरी तरह अलग करने से लोगों ने राहत की सांस ली है। ज्ञात हो कि पहले जहां दुआरे सरकार शिविर में ही लक्खी भंडार योजना का भी फार्म भरना निर्धारित किया गया था। जिसके कारण भारी भीड़ लग रही थी इसके अलावा दोसे तीन वार्डों को एक ही दिन एक ही केंद्र में बुलाया जा रहा था जिससे एक साथ हजारों की संख्या में भीड़ उमड़ रही थी लोगों की तकलीफों को देखते हुए प्रशासन की ओर से इसके लिए अलग कैंप लगाया जा रहा है। शुक्रवार को जहां वार्ड संख्या 7, 8 व 9 को श्रीकृष्णपुर हाई स्कुल में बुलाया गया था वहीं वार्ड 8 के लोगों के लिए लक्खी भंडार शिविर सुभाषपल्ली जनकल्याण स्कुल व वार्ड 9 के लोगों के लिए लक्खी भंडार शिविर भारती विद्यापीठ स्कुल में लगे जबकि वार्ड सात के दोनों शिविर व वार्ड 8 व 9 के अन्य योजनाओं के शिविर भी श्रीकृष्णपुर हाई स्कुल में लगे। ज्ञात हो कि बीते 18 अगस्त को आमरा वामपंथी के सदस्यों ने कोविड के मद्देनजर शिविरों में अनियंत्रित भीड़ इकट्ठा होने के डर से खड़गपुर महकमा शासक से मिलकर विषय पर विचार करने की अपील की थी। संगठन के सदस्य श्यामल घोष ने कहा कि लक्ष्मी भंडार योजना के लिए अलग से कैंप लगाने से लोगों को थोड़ी राहत मिली है। कर्मचारियों की संख्या सीमित होने के बावजूद एक ही जगह सारी योजनाओं के लिए केंद्र बनाना अदूरदर्शिता था। सरकारी अधिकारियों का कहना है कि अगर कैंप चलने के बावजूद भी अगर शिविरों में कोई भी सरकारी सुविधाओं से वंचित रह जाता है यानी किसी कारणवश उसका फार्म फिल नहीं हो पाता है तो उन्हें घबराने की कोई जरुरत नही है क्योंकि शिविर के बाद भी वे अपना फार्म भर सकेंगे। वार्ड पांच के पार्षद नफीसा खातून के पति मो अनीस का कहना है कि उसके वार्ड में कुल आबादी 15 हजार है जबकि वार्ड पांच व 6 को लक्खी भंडार के लिए अजीजिया हाई स्कुल में गुरुवार को बुलाया गया था पर लक्खी भंडार का काउंटर देबलपुर प्राथमिक विद्यालय में होने के बावजूद भारी भीड़ उमड़ी।

