खड़गपुर। कोविड से खड़गपुर के तीन लोगों ने शुक्रवार को जान गंवाई जिसमें डीपीआरएमएस नेता अजय कर, टीएमसी के पूर्व पार्षद मो. अकबर व छत्तीसपाड़ा निवासी भाजपा कार्यकर्ता की मौत हो गई है।
ज्ञात हो कि कोरोना की चपेट में आने की वजह से खड़गपुर नगरपालिका के पूर्व काउंसलर मोहम्मद अकबर की मौत शुक्रवार की दोपहर हो गई। ज्ञात हो कि 55 वर्ष की आयु में मो. अकबर ने अपोलो अस्पताल में अपनी अंतिम सांस ली। पता चला है कि बीते 1 जून को तबीयत ज्यादा खराब होने की वजह से पहले उन्हें कोलकाता के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां से बाद में उन्हें अपोलो भेज दिया गया अपोलो में ही उन्होंने अपनी अंतिम सांस ली। ज्ञात हो कि मो. अकबर साल 2005 में खड़गपुर नगरपालिका के वार्ड नंबर 5 से तृणमूल की सीट पर पार्षद चुने गए थे उसके बाद 2010 का चुनाव भी उन्होंने ही जीता था। हालांकि साल 2015 में वे सीपीएम उम्मीदवार नफीसा खातून से चुनाव हार गए थे। खड़गपुर शहर में तृणमूल के उत्थान के पीछे मो. अकबर की भूमिका मानते है जानकार। अकबर के देहांत के बाद देबाशीष चौधरी के कोलकाता पहुंचने की खबर है शुक्रवार की रात को खड़गपुर के ईदगाह मैदान में अकबर का अंतिम संस्कार किया गया। ज्ञात हो कि अकबर अपने पीछे पत्नी, बेटी व दो बेटे छोड़ गए हैं।
इधर शुक्रवार की रात लगभग ग्यारह बजे डीपीआरएमएस नेता व रिटायर्ड रेल कर्मी अजय कर ने कोलकाता के निजी अस्पताल में दम तोड़ दिया। अजय खड़गपुर में बिजली विभाग के अधिकारी थे व बीते दिनों रिटायर्ड हुए थे। रिपता चला है कि इससे पहले अजय की पत्नी संक्रमित थी व ठीक हो गई है बीते दिन अजय उसका बेटा व सास भी संक्रमित हो गए थे। मेंस कांग्रेस नेता बिप्लव राय चौधरी ने बताया कि बेटा व सास ठीक हो गया है पर अजय को नहीं बचाया जा सका। अजय लंबे समय तक मेंस कांग्रेस से जुड़े रहे है पर नेतृत्व से विवाद होने पर मेंस कांग्रेस छोड़ तृणमूल युनियन अब डीपीआरएमएस से जुड़े हैं। मृदुभाषी अजय के जाने पर उसके सहकर्मियों में शोक की लहर दौड़ गई।
इधर 36 पाड़ा के रहने वाले टी राजकुमार नामक युवक ने शालबनी अस्पताल में शुक्रवार की सुबह दम तोड़ दिया पता चला है कि बीते कुछ दिनों से कोविड आक्रांत होने के कारण उसका इलाज चल रहा था। राजकुमार कोचिंग भी चलाते थे व राजकुमार अपने पीछे पत्नी व चार वर्षीय बेटी छोड़ गए हैं।
Leave a Reply