March 10, 2025

अशोक ताड़ी फिरौती मामले में शंकर का शागिर्द संजीव उर्फ छोटू को सात दिनों की पुलिस हिरासत, झीन तालाब का रहने वाला है युवक, शंकर राव से जेल में होगी पूछताछ

0
20201103_173621

रघुनाथ प्रसाद साहू

खड़गपुर। अशोक ताड़ी फिरौती मामले में पुलिस खड़गपुर शहर के भगवानपुर झीन तालाब के रहने वाले युवक संजीब यादव उर्फ जिल्ला छोटू को मलिंचा रोड इलाक से गिरफ्तार कर खड़गपुर महकमा अदालत में पेश करने पर उसे सात दिनों के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया गया इधर अदालत ने पुलिस को मेदिनीपुर सेंट्रल जेल में बंद शंकर राव को जेल में जाकर पूछताछ की अनुमति दी है। ज्ञात हो कि बीते 29 अक्टूबर को मेदिनीपुर सेंट्रल जेल में बंद शंकर राव पर फोन कर अशोक ताड़ी से फिरौती मांगने का आरोप लगा है व रकम ना देने पर उसका अंजाम भुगतने को तैयार रहने की धमकी भी दी गई। पुलिस का कहना है कि मलिंचा एसबीआई बैंक के समीप अशोक ताड़ी के घर के पास लगे सीसीटीवी खंगालने पर पता चला कि छोटू ने ही अशोक ताड़ी से शंकर राव की बात फोन पर कराई थी पुलिस फोन को भी जब्त कर लिया है। अशोक ताड़ी का आरोप है कि पैसे देने से मना करने पर अशोक के घर में घुसकर कुछ बदमाशों ने चौपहिया वाहन को आग के हवाले कर दिया था। अशोक ताड़ी ने बताया कि दो दिन पहले शंकर राव ने उसे फोन कर दस लाख रुपए देने को कहा लेकिन उन्होंने पैसे देने से इंकार कर दिया तो शंकर ने फोन पर ही अंज‍ाम भुगतने की धमकी दी और फिर अगले ही दिन कुछ नकाबपोश बदमाश उनके गराज में घुस आए औेर वहां रखी गाड़ी में आग लगा भाग गए। बाद में शंकर ने फिर फोन कर कहा कि यह तो ट्रेलर था पिक्चर अभी बाकी है। घटना के बाद अशोक ने मामले की शिकायत खड़गपुर शहर थाना में दर्ज कराई तो पुलिस को सीसीटीवी फुटेज से सफलता मिली। खड़गपुर शहर थाना प्रभारी राजा मुखर्जी का कहना है कि मलिंचा रोड से छोटू को गिऱफ्तार कर अदालत में पेश कर सात दिनों की रिमांड मांगी जो मिल गया उसका कहना है शंकर से पूछताछ की जाएगी। पुलिस का कहना है कि वाहन में आग बदमाशों ने लगाई या किसी अन्य  वजह से लगी इसकी  जांच की जा रही है। छोटू के खिलाफ धारा 387, 435, 109 व 120b के तहत मामला दर्ज किया गया है।  ज्ञात हो कि शंकर डान रामबाबू का ही शार्गिद रहा है फिर उसने रामबाबू के साले से फिरौती क्यों वसूलना चाहा। ज्ञात हो कि उक्त मामले में भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष व मेदिनीपुर के सांसद दिलीप घोष का कहना है कि वे जब तक खड़गपुर के विधायक थे तब तक उन्होंने माफिया गतिविधियों को काबू में रखा था लेकिन अब फिर से ऐसी ताकतें दोबारा एक्टिव हो रही है हांलाकि प्रदीप सरकार दिलीप से इत्तेफाक नहीं रख रहे हैं।

 

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *