खड़गपुर। डीपीआरएमएस के बैनर तले रेल श्रमिकों के हित ज्यादा सुरक्षित इसलिए उसका दामन थामा यह कहना है अजय कर का। ज्ञात हो कि अजय एसईआरएमटीसी के पूर्व एसईआरएमसी में भी रह चुके हैं। अजय का कहना है कि एसईआरएमटीसी से उसे कोई दिक्कत नहीं थी पर वर्तमान परिप्रेक्ष्य में वे डीपीआरएमएस के बैनर तले श्रमिकों के हितों की लड़ाई ज्यादा जोरदार तरीके से कर सकते हैं इसलिए वह अपने साथियों के साथ डीपीआरएमएस में आ गए। अजय ने बताया कि उसके साथ एसईआरएमटीसी के जोनल संयुक्त सचिव जयंत दे, शंकर दे व इलेक्ट्रिकल के सचिव जयंत लाहा, व अध्यक्ष जी बोस सहित सैकड़ों लोग दक्षिण पूर्व रेलवे मजदूर संघ में शामिल हुए। डीपीआरएमएस के जोनल महासचिव प्रह्लाद सिंह का कहना है कि अजय के साथ आऩे से युनियन को मजबूती मिली है।
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