रघुनाथ प्रसाद साहू
खड़गपुर। मुख्यमंत्री राहत कोष से 117 करोड़ रु गबन के कोशिश
के आरोप में पूर्व बैंक मैनेजर सहित तीन लोगों को झपाटापुर से गिरफ्तार कर गुंटुर पुलिस रिमांड में ले आंध्र के लिए रवाना हो गई। गुंटुर पुलिस ने खड़गपुर शहर थाना पुलिस के साथ संयुक्त अभियान चला किया गिरफ्तार किया जबकि फर्जी चेक से आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री राहत कोष के पैसे गबन की थी साजिश थी। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक गुंटुर व खड़गपुर शहर थाना की पुलिस संयुक्त अभियान चला बिहार के मिर्जागंज के रहने वाले आमोद, बंगाल के उत्तर चौबीस परगना के गंधर्वपुर के रहने वाले अशोक कुमार बसु व जमशेदपुर के रहने वाले अजय कुमार को आदित्यपुर से गिरफ्तार किया तीनों को आज खड़गपुर महकमा अदालत में पेश किए जाने पर तीन दिनों की ट्रांजिट रिमांड मिला जिसके बाद गुंटुर पुलिस तीनों को गुंटुर ले गई।
जानकारी के मुताबिक आंध्रप्रदेश सचिवालय के रिवेन्यु विभाग के सहायक सचिव पी मुरली कृष्णा राव ने गुटुंर जिले के थुल्लुरु पुलिस स्टेशन में बीते 20 सिंतबर को शिकायत दर्ज कराई थी थुल्लुरु पुलिस मामले में तीनों आरोपियों सहित अज्ञात लोगों के खिलाफ धारा 279,170,419,420,465,468,471 के तहत मामला दर्ज किया गया है। खड़गपुर शहर थाना प्रभारी राजा मुखर्जी ने बताया कि तीनों को शनिवार को खड़गपुर महकमा अदालत में पेश किए जाने पर तीन दिनों के लिए पुलिस रिमांड में भेज दिया गया तीनों को गुंटुर गुंटुर के एडिशनल जूनियर सिविल जज के न्यायालय में पेश किया जाएगा। मामले से जुड़े सब इंसपेक्टर सुजित घोष ने बताया कि आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री राहत कोष में फर्जी चेक व उसमें सील व हस्ताक्षर कर पैसे अपने एकाउंट में डालने की साजिश के कारण तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया जबकि कई अन्य आरोपियों की खोज जारी है।
ज्ञात हो कि बंगाल व अन्य राज्य के लोग भी आर्थिक घपला कर खड़गपुर शहर में छिपे थे। आंध्रप्रदेश क्राइम ब्रांच मामले की जांच करते हुए खड़गपुर से तीन लोगों को गिरफ्तार करने में सफल रही। पता चला है कि आमोद का दिल्ली में कारोबार है जबकि पूर्व बैंक मैनेजर अशोक बैंक के कामकाज की बारीकी जानते थे जिसका साथ ले अपराधी अपने काम को अंजाम देने में लगे हुए थे।
इधर आंध्रप्रदेश सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक गबन का मामला लगभग 117 करोड़ का है। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने एंटी क्राइम ब्यूरो को जांच का दायित्व सौंपा था। मुख्यमंत्री राहत कोष से 16 हजार व 45 हजार के चेक दिए गए थे पर साजिशकर्ताओं ने दिल्ली, कोलकाता व कर्नाटक के मंगलोर के बैंक से 117 करोड़ रु निकाल लेने की साजिश रची पर आंध्रप्रदेश के बैंक कर्मियों को शक होने पर चेक की जांच की तो फर्जी पाया गया जिससे पूरे आंध्रप्रदेश में हड़कंप मच गया पता चला है कि घटना के बाद मुख्यमंत्री राहत कोष में किसी भी तरह की निकासी पर रोक लगा कर जांच की जा रही है।
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