खड़गपुर, कोविड 19 के इलाज के लिए अब तक कोई टीका ना बन पाने के कारण “प्लाज्मा थेरेपी” ही एक कारगर उपाय माना जा रहा है। राज्य के 20 मेडिकल कॉलेज अस्पताल में प्लाज्मा थैरेपी के जरिए इलाज का फैसला लिया गया था जिसमें मेदिनीपुर मेडिकल कालेज शामिल है। मेदिनीपुर मेडिकल कॉलेज के प्रचार्य डॉ. पंचानन कुंडु ने कहा कि जिला प्रशासन कोरोना विजेताओं का प्लाज्मा दान देने की अपील करते हुए कहा कि प्लाज्मा बैंक में दान किए हुए प्लाज्मा को लेकर संक्रमित व्यक्ति के इलाज के लिए तत्पर है। जिला उप मुख्य स्वस्थ अधिकारी डॉ. सौम्य शंकर सारंगी ने इस पर बताया कि जो व्यक्ति कोरोना की जंग जीत कर स्वस्थ हुए है और उनको उच्च रक्तचाप, बल्ड सूगर ना हो, आवश्यक एंटीबॉडीज हो और उनकी उम्र 18 से 60 वर्ष के बीच स्वस्थ हो तो वो प्लाज्मा लिया जा सकता है। इसमें 98 प्रतिशत सटीक उपचार की सम्भावना है। शालबनी मेडिल कॉलेज में कुछ दिनों में हुए कुछ रोगियों के उपचार में यह काम किया गया तथा परिणाम संतोषजनक मिला। मेदिनीपुर मेडिकल कॉलेज में अलग से ब्लड बैंक की तरह प्लाज्मा संग्रहित केंद्र भी बनाया गया है जहां अपनी प्लाज्मा देने के इच्छुक व्यक्ति वहां जाकर अपनी प्लाज्मा दे सकते है।
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