द्वार खड़ा है दुष्ट कोरोना!

सुरक्षा ही उपाय है।
सुरक्षा ही बचाव है।
विचलित जरा न होना।
द्वार खड़ा है दुष्ट कोरोना।

   
      दूरी मे ही भलाई है।
      इसकी दवा सफाई है।
      बार बार हाथों को धोना।
      द्वार खड़ा है दुष्ट कोरोना।

विश्व की आंखों मे हैं नीर।
रखना है साहस और धीर।
अफवाहों के बीज न बोना।
द्वार खड़ा है दुष्ट कोरोना।

       घर से बाहर ना निकलें।
       निर्देशों का पालन कर लें।
       नाक मुंह बेवजह न छुना।
       द्वार खड़ा है दुष्ट कोरोना।

लोगों से लोगों की दूरी।
इस युद्ध मे है बहुत जरुरी।
इसको दिल पे मत लेना।
द्वार खड़ा है दुष्ट कोरोना।

           खाली समय तुम ऐसे गुजारो।
           बिगड़े हुये सब रिश्ते सवारो।
           रूठे हुओं को फोन करो ना।
           द्वार खड़ा है दुष्ट कोरोना।
   
         
         
अभिनंदन गुप्ता
द्वारा श्री राम भंडार, 134,गोल बाजार
खड़गपुर 721301.
जिला -मिदनापुर। 

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