रघुनाथ प्रसाद साहू
खड़गपुर। खड़गपुर शहर में कोरोना से हुई पहली मौत के बाद देबलपुर के आजाद ब्वायज क्लब इलाके के आसपास को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया है जबकि मृतक का अंतिम संस्कार मेदिनीपुर में कर दिया गया। मृतक के कुल 13 परिजनों को क्वारेंटाईन सेंटर में भेज दिया गया है घटना से इलाके के लोग स्तब्ध व शोक ग्रस्त है। ज्ञात हो कि खड़गपुर शहर के वार्ड संख्या 5 देबलपुर के रहने वाले एक लगभग 46 वर्षीय व्यक्ति की शुक्रवार शाम मेदिनीपुर के मोहनपुर के पास ग्लोकल कोविड अस्पताल में मौत हो गई। घटना के बाद प्रशासन ने देबलपुर के आजाद ब्वायज कल्ब व पुलिन बिहारी प्राथमिक विद्यालय के आसपास इलाके को कंटेनमेंट जोन में बदल दिया। पता चला है कि मृतक को बीते कई दिनों से सांस लेने में तकलीफ सहित अन्य तकलीफें थी लेकिन कहीं जांच में कोरोना ना निकल जाए इस भय के कारण वह अस्पताल नहीं जा रहा था। अंत में जब तबीयत ज्यादा बिगड़ने लगी तब उसे मेदिनीपुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया।
जहां से कोरोना के संदेह में डॉक्टरों ने उसे कोविड अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया जहां उसकी मौत हो गई। मृतक के दामाद का कहना है कि ईद के समय से उसे तकलीफ बढ़ी जिसके बाद उसे मेदिनीपुर मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया जहां से उसे ग्लोकल भेज दिया गया ग्लोकल के डाक्टर बुधवार को मरीज के स्वास्थय बेहतर होने व जल्द डिस्चार्ज करने की बात कह रहे थे पर शुक्रवार की रात अचानक तबियत बिगड़ने की खबर आई व शाम पांच बजे उसने दम तोड़ दिया। कोरोना की जांच में पोजिटिव पाए जाने से मेदिनीपुर में ही उसे दफना दिया गया। घटना के बाद आज पुलिस देबलपुर इलाके को सील कर कंटेनमेंट जोन में तब्दील कर दिया। पांच नंबर वार्ड पार्षद के पति मो अनीस ने बताया कि एक पखवाड़े पहले शख्स अपने बेटी की समस्या को लेकर आय़ा था तब उसने उसे डाक्टर दिखाने की सलाह दी थी बाद में वह मेदिनीपुर में इलाज कराया जहां उसकी दुखद मौत हो गई उसने बताया कि शनिवार को घटना के बाद कई लोग मृतक के घर सांत्वना देने पहुंचे थे पर परिस्थिति की गंभीरता को देखते हुए सब को मना कर दिया गया। अनीस ने बताया कि सोमवार से इलाके का सेनिटाईजेशन किया जाएगा
jव स्वास्थयकर्मी घर घर जाकर लोगो के स्वास्थय समीक्षा करेंगे। उन्होने बताया कि कंटेनमेंट जोन में लगभग ढ़ाई सौ परिवार है उनलोगों को कोई तकलीफ ना हो इस ओर ध्यान दिया जाएगा। ज्ञात हो कि मृतक का गोलबाजार में ट्रंक का दुकान था व बाहर आने जाने का कोई प्रमाण नहीं फिर कैसे संक्रमित हुआ ये लोगों के लिए चिंता का विषय है। ज्ञात हो कि मृतक पश्चिम मेदिनीपुर जिले का प्रथम कोरना मृत रोगी है हांलाकि इससे पहले बेलदा के वृद्ध की उड़ीसा के कलिंगा अस्पताल में हुई थी हांलाकि वृद्ध कोरोना पाजिटिव होने के बावजूद मौत के समय निगेटिव हो गया था व उसके ब्रेन संबंधी रोग के कारण मौत को कारण बताया गया था इसी तरह चंद्रकोणा निवासी की कोलकाता में इलाज के दौरान मौत हो गई थी हांलाकि लंबे अर्से से वह कोलकाता में ही रहता था इस लिहाज से मृतक सिर्फ खड़गपुर नहीं बल्कि पश्चिम मेदिनीपुर जिले का प्रथम कोरना मृत रोगी है हांलाकि रोग के पता चलने के पहले ही उसकी मौत हो चुकी थी। स्वास्थय विभाग का मानना है कि मृतक कोरोना पाजिटिव होने के बावजूद मौत सांस की तकलीफ से हुई इसलिए इसे को मोर्बिडिटी श्रेणी में रखा जाएगा।
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