रघुनाथ प्रसाद साहू
खड़गपुर। खड़गपुर रेल मुख्य अस्पातल में भर्ती आरपीएफ जवान सहित तीन जवानों के रिपोर्ट निगेटिव आने से रेल प्रशासन राहत की सांस ली है जबकि मेदिनीपुर में एक और कोरोना पाजिटिव पाया गया है जिससे जिला प्रशासन चिंतित है। ज्ञात हो कि आरपीएफ के तीन जवान जो कि पाजिटिव आने के बाद विभिन्न अस्पतालों में इलाज करा रहे थे निगेटिव आया है उसमें से खड़गपुर रेल मुख्य अस्पताल में भर्ती जवान, उलबेड़िया के संजीवनी व टाटा मेन अस्पताल में भर्ती एक जवान के रिपोर्ट निगेटिव आए हैं। ज्ञात हो कि खड़गपुर रेल मंडल के कुल 11 जवान पाजिटिव पाए गए थे जिसमें से छह को छुट्टी मिल गई थी जबकि पांच का इलाज चल रहा है था जिसमें से तीन निगेटिव आए हैं जबकि दो अन्य जवान कटक व उलबेड़िया के अस्पताल में भर्ती है। रेल प्रशासन का कहना है कि तीनों पाजिटिव जवान इलाज के बाद प्रथम बार निगेटिव आए हैं दूसरी बार निगेटिव आने से अस्पताल से डिसचार्ज कर दिया जाएगा। उक्त सभी जवान दिल्ली से लौटे हुए जवान है। ज्ञात हो कि जिला प्रशासन का सहयोग नहीं मिलने के कारण एक जवान को रेल मुख्य अस्पताल में रखना पड़ा था जबकि मेंस कांग्रेस ने जवान के स्थानांतरण की मांग उठाई थी।जवानों के कोरोना पाजिटिव होने के कारण खड़गपुर नगरपालिका के वार्ड 18 व 28 कंटेनमेंट जोन 12 मई तक के लिए कर दिया है लेकिन अब निगेटिव आने से कंटेनमेंट जोन की तिथि ना आगे ना बढ़ने में सहायक हो सकती है।
इधर हावड़ा व कोलकाता के अस्पतालों में कोरोना का खतरा ज्यादा होने के भय के कारण हावड़ा के सलकिया के रहने वाले एक युवक ने अपने पिता को इलाज के लिए मेदिनीपुर मेडिकल कालेज में भर्ती कराया लेकिन दुर्भाग्यवश वहां हुए जांच में उसके पिता कोरोना पाजिटिव निकले। बाद में पश्चिम मेदिनीपुर जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से मेडिकल कालेज के मेडिसीन विभाग को सील कर दिया गया साथ ही मेडिसीन विभाग के सभी डाक्टरों, नर्सों व स्वास्थ्यकर्मियों को क्वारंटाइन में जाने को कहा गया है इसके अलावा रोगी के परिजनों का सैंपल जांच के लिए लिया गया व उन्हें भी अलग रख दिया गया। ज्ञात हो कि बीते कुछ दिन पहले पिता की तबीयत खराब होने के बाद युवक ने अपने पिता को दो दिन पहले ही मेदिनीपुर मेडिकल कालेज में भर्ती कराया था जहां रोगी का कोरोना जांच किया गया। मंगलवार रात 10 लोगों की जांच रिपोर्ट आई जिसमें से वह रोगी कोरोना पाजिटिव पाया गया जिसके बाद अस्पताल प्रशासन व स्वास्थ्य दफ्तर कि ओर से सभी जरुरी कदम उठाए गए। ज्ञात हो कि मंगलवार को चंद्रकोणा निवासी 84 वर्षीय वृद्ध के कोलकाता के बिड़ला अस्पताल में कोरोना पाजिटिव पाए जाने के बाद उसका बांगुर अस्पताल में इलाज चल रहा है।
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