मास्क लगा सौरव व स्वाति बंधे शादी के बंधन में, लाकडाउन भी बाधा नहीं बन पाया प्रणय में, प्रीतिभोज की जगह गरीबों को खिलाएगी नव दंपत्ति, गरीबों को खाना खिलाने वाली संस्था बंग युवा शक्ति को 31 हजार का सहयोग

खड़गपुर। लगभग चार साल पहले आपस में मिले थे सौरव व स्वाति। पहले परिचय फिर दोस्ती व उसके बाद एक दूसरे को दिल दे बैठे थे दोनों। घरवालों को जानकारी होने पर प्रेम विवाह को मान्यता देने राजी थे दोनो परिवार। कोर्ट मैरिज के लिए आवेदन भी दे दिया गया था 13 मार्च को पारंपरिक तरीके से शादी तय हुई थी वधू के परिजन झाड़ग्राम से खड़गपुर के दक्षिण तालबगीचा आ गए थे पर ठीक विवाह पूर्व वर के मां की तबियत खराब हो गई शादी थोड़े दिनों के लिए टाल दी गई इस बीच कोरोना के चलते लाकडाउन की घोषणा बाकी परिजन वापस झाड़ग्राम पहुंच जाने के बावजूद वधू व उसकी मां तालबगीचा में अपने परिजन के घर रह गए थे।

लाकडाउन के कारण मलिंचा में होटल चलाने वाले सौरव ने स्थानीय स्वंयसेवी संस्था बंग युवा शक्ति में सहयोग देने लगे। ज्ञात हो कि संस्था तालबगीचा व आसपास के इलाकों में प्रतिदिन 500 गरीब लोगों के भोजन का इंतजाम सुबह शाम करती है नवदंपत्ति दो दिनों के खाने का प्रबंध अपने पैसे से करेगी इसके अलावा 31 हजार रु का सहयोग भी दिया गया।

इस बीच दोनों परिवार शादी करने की ठानी स्थानीय पार्षद जौहर पाल ने प्रशासन से बात कर दोनों की शादी तय करा दी। सोशल डिस्टेंसिंग पालन करने का वायदा दे आखिरकार शादी की अनुमति भी प्रशासन की ओऱ से मिल गई व गुरुवार की रात सौरव व स्वाति दोनों ने सौरव के घर में स्थित मनसा मंदिर मे फेरे ले लिए हांलाकि शादी में कुछ मीडियाकर्मी, सोशल डिस्टेंसिंग देखने के लिए पुलिसकर्मी व दोनों पक्ष के कुछ खास लोग ही थे। वर सौरव का कहना है कि शादी सामान्य ही होना था पर ऐसी परिस्थिति में होगी कभी सोचा ना था। दंपत्ति ने 31 हजार रु  स्थानीय पार्षद जौहर पाल व बंग युवा शक्ति के प्रमुख असित पाल को सौंपा।

तालबगीचा के रहने वाले पुरोहित रतन समाजदार ने मुंह में मास्क लगा मंत्रोच्चार कर शादी करा दी। रतन का कहना है कि सामान्य शादी के बजाय यह शादी शार्ट कट में हुई सिर्फ मुख्य विधान किया गया।ज्ञात हो कि वधू  स्वाति झाड़ग्राम के डियर पार्क इलाके की रहने वाली है व वधू के पिता नहीं होने के कारण मुंहबोले भाई ने कन्या दान किया।पार्षद जौहर पाल का कहना है कि पितृहीन गरीब लड़की का विवाह होने से वह खुश है दंपत्ति ने गरीबों के लिए जो सहयोग दिया वह काबिले तारीफ है।           

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