खड़गपुर। लाकडाउन में लाइफलाइन बना प्याज ढ़ोने वाले वाहन। बंगाल के वर्द्धमान जिले से खड़गपुर पहुंचे नौ लोगों को खाना खिलाकर महाराष्ट्र के वासिम जिले के मालेगांव तहसील के जामखेड के लिए रवाना किया गया जिसमें तीन महिलाएं व तीन बच्चे भी शामिल है। लाकडाउन पीड़ित साहेब राव का कहना है कि हम लोग तीन परिवार वर्द्धमान में ठेकेदार मजदूरी करते थे व सड़क निर्माण काम से जुड़े थे। लाकडाउन होने के बाद अपने घर महाराष्ट्र के लिए निकले व पांच दिन पैदल चलने के बाद आज खड़गपुर पहुंचे जहां उसे रेलकर्मी नवीन शर्मा से जयहिंदनगर इलाके में मुलाकात हो गई जिसके बाद इन लोगों को खाना खिलाया गया।नवीन ने पार्षद अंजना साखरे की मदद से महाराष्ट्र से खड़गपुर के गोलबाजार प्याज लेकर आए वाहन चालक से बात की फिर रास्ते में परेशानी का सामना ना करना पड़े इसलिए पुलिस परमीशन भी दिला दी गई व सभी को रवाना किया गया। वाहन मिल जाने से ये लोग काफी खुश थे।
खड़गपुर पोटैटो ओनियन एसोशिएसन के उपाध्यक्ष राहुल कोचर ने बताया कि दिहाड़ी मजदूरों को वासी जाना था व वाहन नगर तक जाएगी यहां से 1800 किमी दूर नगर में इन लोगों को छोड़ दिया जाएगा जहां से अन्य वाहन के माध्यम से ये लोग अपने घर चले जाएंगे। राहुल ने बताया कि मालदा जिले के चार लोग भी ख़ड़गपुर में फंसे है व उनलोगों को घर पहुंचाने का प्रयास कर रही है एसोशिएसन। जानकारों का कहना है कि फंसे हुए लोगों को वापस घर पहुंचाने के बजाय जो जहां है वहां उनलोगों के रहने खाने की व्यवस्था कर दी जाए व सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखा जाए तभी लाकडाउन सफल होगा व कोरोना के संक्रमण के मौके भी कम होंगे।
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