खड़गपुर, डीए को लेकर शुक्रवार को आंदोलन को राज्य सरकार कर्मचारिंयों की आहूत बंद का काफी असर दिखा। बंद में संयुक्त मंच के बैनर तले कई युनियनें राज्य सरकार के डीए संबंधी फैसले के विरोध में उतरी। जिले में कई प्राथमिक विद्यालय लगभग बंद रहे। बंद का असर खड़गपुर शहर के हितकारिणी हायर सेकेंड्री स्कुल में भी दिखा।
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मेदिनीपुर कालेज व विद्यासागर विश्वविद्यालय में भी एआईडीएसओ व टीएमसीपी आपस में भिड़ गए। जिससे कई छात्र घायल हो गए। खड़गपुर शहर के सलुवा ईएफआर कार्यालय व खड़गपुर महकमा अदालत मे भी बंद का असर दिखा। खड़गपुर एसडीओ कार्यालय में कर्मचारी तो आए लेकिन लोग कम दिखे।
खड़गपुर महकमा अदालत में सिर्फ जमानत संबंधी पुलिस फाइल पर ही सेकेंड हाफ में काम हुआ जबकि सुबह से आल इंडिया सब आर्डिनेटकोर्ट स्टाफ एसोशिएसन के खड़गपुर इकाई की ओर से महकमा अदालत में हड़ताल के समर्थन में रैली निकाली गई किया गया।
एसोशिएसन के विश्वनाथ दास ने कहा कि वे लोग संयुक्त मंच के आंदोलन के साथ है व अपना हक लेकर रहेंगे। ज्ञात हो कि इससे पहले 20 व 21 फरवरी को राज्य भर में पेन डाउन हड़ताल हुआ था।
রাজ্যজুড়ে স্কুল, কলেজ, অফিস,আদালত কর্মরত- রাজ্যের তহবিল থেকে বেতনভুক্ত কর্মচারী ও সাধারণ মানুষের দাবিতে সংগ্রামী যৌথ মঞ্চ ডাকে।আজ ধর্মঘট। কর্মচারীদের ৩টি দাবি নিয়ে এই ধর্মঘট– ১)উচ্চ আদালতের রায় মেনে AICPI অনুযায়ী কর্মচারীদের D.A. দিয়ে দিতে হবে। ২) সমস্ত সরকারি পদ স্বচ্ছতার সাথে নিয়োগ করতে হবে। ৩) যোগ্যতার ভিত্তিতে অস্থায়ী কর্মচারীদের স্থায়ী করতে হবে। দাবি গুলি নিয়ে আজ খরগপুরের অবসরপ্রাপ্ত ও বর্তমান শিক্ষক ও কর্মচারীবৃন্দ খরগপুর পৌরসভা অফিসে ধর্মঘটের সমর্থনে বিক্ষোভ ও পিকেটিং করা হয়। পৌরসভার কর্মচারীদের কাজের যোগ না দিতে অনুরোধ জানানো হয়। বিভিন্ন দপ্তরের কর্মচারীরা রাজ্য সরকারের বেলাগাম খরচার বিরুদ্ধে এবং D.A. তাদের অধিকার আলোচনা করেন। খরগপুর পৌরসভায় নামমাত্র কয়েকজন স্থায়ী কর্মচারী, বেশিরভাগ অস্থায়ী কর্মচারীদের কাজ করানো হচ্ছে, তার বিরুদ্ধেও প্রতিবাদ জানানো হয়। দু’ঘণ্টা ধরে এই বিক্ষোভ কর্মসূচি চলে।
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