✍️ रघुनाथ प्रसाद साहू/9434243363
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खड़गपुर, अंतिम क्षण तक प्रदीप के खड़गपुर नगपालिका के चेयरमैन पद पर बने रहने और सत्ता कायम रखने की सारी कवायद व जद्दोजहद धरी की धरी रह गई . इस्तीफा को लेकर राजनेता, प्रशासन सभी दिखे कंफ्यूज।मालूम हो कि प्रदीप अपने समर्थकों के साथ लगभग साढ़े तीन बजे अपने पार्टी कार्यालय से जुलुस की शक्ल में पार्टी का झंडा लेकर नारेबाजी करते हुए एसडोओ कार्यालय पहुंचे व बंद कमरे में इस्तीफा की पेशी की बात कही गई।
लगभग घंटे भर बाद प्रदीप एसडोओ कार्यालय से निकले व पत्रकारों से कहा कि वह तो इस्तीफा देने आए थे पर एसडीओ दिलीप मिश्रा ने नियमों का हवाला दे इस्तीफा नहीं लिया उन्होने उसे सप्ताह भर का समय दिया है
जिसमें बोर्ड आफ काउंसिलर की बैठक वह खुद बुलाएंगे व उसके इस्तीफा पर निर्णय होगा कि कितने लोग उसके साथ है या खिलाफ उसने नगरपालिका के नियमों की कापी भी अपने समर्थन में दिखाते हुए कहा कि तब तक वे खुद ही चेयरमैन बने रहेंगे। लेकिन आधा घटे के बाद प्रदीप फिर एसडीओ कार्यालय आए जहां एसडीओ से मिलने के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि एसडीओ के बुलावे पर वह पुनः आया व इस्तीफे की पेशकश की है व कहा कि वह मान कर चल रहे हैं कि उसका इस्तीफा मंजूर हुआ है उन्होने कहा कि नियम तो उसके पक्ष में है पर पार्टी के आदेश पर उसने इस्तीफा दे दिया जिसके बाद वे पुनः चले गए।हांलाकि उन्होने जोड़ा कि वे बचे कामों को निबटाने नगरपालिका जाएंगे क्योंकि कई कर्मचारियों के तनख्वाह सहित कई काम बाकी है। लगभग आधे घंटे बाद प्रदीप फिर से एसडीओ कार्यालय आए
बागी भी पहुंचे एसडीओ कार्यालय
थोड़ी देर में बागी पार्षद जिसमें तैमूर अली खान, बी हरीश, प्रबीर घोष, अपूर्व घोष सहति लगभग आधे दर्जन पार्षद कार से एसडीओ कार्यालय आए जिसके बाद प्रदीप कार्यालय से बाहर आकर अपने सौंपे गए इस्तीफे मंजूर कर लिए जाने की घोषणा की। हांलाकि इस्तीफा प्रसंग पर एसडीओ दिलीप मिश्रा ने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया।
जिला को-ऑर्डिनेटर अजीत माइती ने शाम में पत्रकारों को बताया – ” हमारी महकमा शासक से बात हुई है . इस्तीफा मंजूर होगी और प्रदीप सरकार बतौर चेयरमैन कोई कार्य नही कर पाएंगे .
जानकारों का कहना है कि इस्तीफे को को लेकर हुए ड्रामेबजी की खबर उपाध्यक्ष अभिषेक बनर्जी को मिलते ही अभिषेक प्रदीप को फोन किए उसके बाद ही प्रदीप अपने त्यागपत्र स्वीकृत कर लिए जाने की बात स्वीकारी। शाम 6.45 बजे जिलाधिकारी आएशारानी भी पत्रकारों को प्रदीप सरकार के इस्तीफा स्वीकार कर लिए जाने की पुष्टि की. इस पूरे वाकिए पर भाजपा . माकपा और कांग्रेस कटाक्ष करने से नही चूके . भाजपा जिला प्रवक्ता अरुप दास ने कहा – ” इस प्राईवेट लि. कंपनी पर क्या बोलूं . संविधान , गणतंत्र , कायदा-कानून कुछ तो नही मानते ये लोग . हर हालत में सिर्फ सत्ता-सुख भोगते रहना की उनका मूल उद्देश्य होता है .” बहरहाल एक समय जिला पुलिस सुपर भारती घोष के वरदहस्त से ‘आउट ऑफ टर्न ‘ वरिष्ठों को पछाड कर सत्ता में आए , चेयरमैन बने और 7 वर्षों की सत्ता सुख भोगने के बावजूद पदत्याग करने के मुहुर्त तक प्रदीप अंततः पुलिस को ही दोषारोपित कर गए. लंबी रस्साकसी के बाद शीर्षस्थ नेतृत्व के हस्तक्षेप से बुधवार की शाम प्रदीप के बतौर चेयरमैन पारी का समापन हुआ। जिसके बाद प्रदीप समर्थक मायूस दिखे।
पूजा जयश्री, राजू आए थे प्रदीप के समर्थन में
प्रदीप के समर्थन में एसडीओ कार्यालय टीएमसी के 25 में से 3 पार्षद ही पहुंचे थे जिसमें ए पूजा, जयश्री पाल व राजू गुप्ता शामिल है। इसके अलावा पूर्व शहराध्यक्ष दीपेंदु पाल, जौहरपाल भी प्रदीप के समर्थन में एसडीओ कार्यालय पहुंचे थे। .
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