प्रेमचंद ने अपनी कहानी बूढ़ी काकी में बताया था बुढ़ापा बहुधा बचपन का पुनरागमन होता है। प्रेमचंद के पात्र जिह्वा स्वाद के लिए झूठी पत्त्ल चाट लेती है क्योंकि उसे भोज का खाना नहीं मिलता। लेकिन खड़गपुर अनुमंडल के सबंग थाना इलाके की रहने वाली भानुमति नायेक की कहानी थोड़ी अलग है यहां खाने की कमी नहीं बल्कि प्यास लगने पर पानी समझ कीटनाशक पी ली जिससे उसकी मौत हो गई। भानुमति के पोते ने बताया कि उसकी दादी लगभग 92 साल की है रविवार की सुबह प्यास लगने पर पानी समझ कीटनाशक पी ली थोड़ी देर बाद घरवालों ने उसके मुंह से किरासन की तरह गंध व मुंह से झाग निकलता देख गांव के डाक्टर से संपर्क करने पर कीटनाशक खा लेने की बात बताई उसे तुरंत सबंग अस्पताल ले जाया गया जहां उसने दम तोड़ दिया। पुलिस भानुमति की शव का अंत्यपरीक्षण करा परिजन को अंत्येष्टि के लिए सौंप दिया। लोगों का मानना है कि बच्चों ही नहीं बुजुर्गों के लिए भी नुकसानदेह चीजों के प्रति सतर्क रहने की जरुरत है। ज्ञात हो कि भानुमति के चार बेटे दो बेटियां व कई नाती पोते हैं।
वाहन की चपेट में आने से गाय की खऱीद फरोख्त से जुड़े शख्स की मौत
खड़गपुर, वाहन की चपेट में आने से गाय विक्रेता की मौत जानकारी के अनुसार झाड़ग्राम अनुमंडल के सांकराईल थाना इलाके के रहने वाले शेख सलीम गाय-बैल लेकर चौरंगी जा रहा था तभी आधी रात किसी अज्ञात भारी वाहन की चपेट में आने से शेख सलीम नामक युवक की मौत हो गई। पता चला है कि ये लोग गायो की खरीदा फरोख्त से जुड़े हैं। उड़ीसा से मवेशियों को उलेड़िया ले जाया जा रहा था। चूंकि गायो की भारी मात्रा में तस्करी को देखते हुए प्रशासन ने वाहन से गायों को लाने ले जाने में रोक लगा दी है ये लोग मवेशियों को पैदल ही हकाल ले जा रहे था जिसमें 8-10 लोगों की टीम थी। ये लोग गोपीबल्लभपुर के समीप जहांपुर से गायों को ला रहे थे व चौरंगी तक ले जाना था जिसके बाद कोई अन्य टीमें गायों को आगे ले जाती तभी चौरंगी आने से पहले ही सादतपुर थाना के समीप किसी भारी वाहन सलीम को चपेट में ले लिया व फरार हो गया । परिजनों का कहना है कि वाहन का पीछा करनेकी कोशिश की गई पर नाकाम रहे। सादतपुर थाना प्रभारी सुदर्शन जाना ने बताया कि रात लगभग 12.30 की घटना है शव को बरामद कर अंत्पयरीक्षण करा मामले की जांच शुरु कर दी गई है। पता चला है कि सलीम शादीशुदा है व उसके दो बच्चे हैं। चश्मदीदों का कहना है कि सलीम की शव बुरी तरह कुचल दिया गया था शरीर के चेहरे को छोड़ नीचे की भाग बुरी तरह वाहन की चक्के में घसटा गए थे।
रिक्शा चालक की अस्वाभाविक मौत
खड़गपुर, खड़गपुर शहर के छत्तीसपाड़ा के रहने वाले दीपक धमगेश्वर नामक 63 वर्षीय रिक्शा चालक की रहस्यमय परिस्थिति में मौत हो गई। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अऩुसार दीपक बिग बाजार के पीछे रास्ते में कहीं अचेत पड़ा था तो खबर पाकर उसके रिक्शा मालिक ने उसे खड़गपुर महकमा अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया जिसके बाद खड़गपुर शहर थाना पुलिस दीपक के शव को बरामद कर अंत्यपरीक्षण करा शव को परिजन को अंतिम संस्कार के लिए सौंप दिया। ज्ञात हो कि दीपक अरोरा सिनेमा स्टैंड में रिक्शा चलाता था व अविवाहित था। दीपक तीन भाईयों में मझला था व छोटे भाई बबलू के साथ रहता था जबकि बड़ा भाई प्रेम का अरोरा सिनेमा के पीछे बुक स्टाल था। फिलहाल प्रेम टाटा के जुगसलाई में रहता था। खबर सुन दोपहर प्रेम खड़गपुर पहुंच अंतिम संसकार में शामिल हुआ। पुलिस का कहना है कि दीपक के शरीर में कोई चोट के निशान नहीं पाए गए थे अंत्यपरीक्षण के बाद ही पता चल पाएगा आखिर मौत का कारण क्या था। घटना से परिजन मर्माहत है।
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