✍रघुनाथ प्रसाद साहू /9434243363
खड़गपुर। अर्जुन पुरस्कार प्राप्त ग्रैंड मास्टर दिव्येंदु बरुआ ने खड़गपुरर के पुरातन बाजार स्थित शीतला टाकीज आडिटोरियम में बच्चों को सिखाए शतरंज के गुर वे यहां पर प्रदर्शनी मैच में एक साथ कुल 40 बच्चों के साथ शतरंज खेल बच्चों का उत्साह बढ़ाया। केजीपी न्यूज से बा करते हुए दिव्येंदु ने कहा कि खड़गपुर व पहली बार आए हैं यहां पर बच्चों का शतरंज के प्रत् लगन व उत्साह देख अभिभूत है। उऩ्होने कहा कि नई पीढ़ी को समर्पित हो ज्यादा से ज्यादा मैच व टूर्नामेंट में हिस्सेदारी करना चाहिए ताकि सफल खिलाड़ी बन सके उन्होने कहा कि शतरंज के लिए शाशीरिक सौष्ठव की ओर भी नई पीढ़ी को ध्यान दिए जाने की जरुरत है। टिकट के लिए दलबदल पर टिप्पणी करते हुए कहा लोग भले ही राजनीति की तुलना शतरंज के साथ करते हैं पर पेशेवर खिलाड़ी चाल नहीं बदला करते जिस पर हाथ रख देते हैं उसी पर चाल चलते हैं यही राजनीति व शतरंज के बीच का फर्क है। बरुआ ने कहा कि सारा बांग्ला दाबा संस्था ही अधिकृत संस्था है जो कि आल इंडिया चेस फेडरेशन से अधिकृत संस्था है व बंगाल में बंगाल चेस एसोशिएशन की जगह सारा बांग्ला दाबा संस्था ही चेस को प्रोत्साहित करने के लिए काम करेगी उन्होने कहा कि जो लेग सारा बांगला दाबा संस्था की ओर से आयोजित टूर्नामेंट में हिस्सा लेंगे सिर्फ वे लोग ही राज्य व नेशनल में खेलने के लिए एलिजिबल होंगे। उन्होने कहा कि बंगाल चेस एसोशिएसन कई तरह के आर्थिक अनियमितता से जुड़े थे इसलिए उसे बैन कर दिया है एसोशिएशन के सचिव अतनु लाहिडी पर आर्थिक अपराध सहित कई तरह के अनियमितता के आऱोप है। इसलिए राज्य में सारा बांग्ला दाबा संस्था ही अधिकृत है फिलहाल जिले में शतरंज को बढ़ावा देने के लिए डेवलपमेंट कमेटि, पश्चिम मेदिनीपुर डिस्ट्रिक्ट चेस एसोशिएसन का गठन किया गया है व उसी के बैनर तले कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। उन्होने कहा कि वह अब तक राज्य के कुल 20 जिलों का दौरा कर चुके हैं व बाकी जिलो का भी दौरा करेंगे। इस अवसर पर कमेटि की ओऱ से दिव्येंदु बरुआ को सम्मानित भी किया गया। मौके पर डेवलपमेंट कमेटि से जुड़े राजेश कुमार राय, विश्वजीत दास, सौमेन चक्रवर्ती, सुब्रत व अन्य उपस्थित थे।
শিশু মনে দাবায় ভাসলেন দিব্যেন্দু বড়ুয়া
6 ফেব্রুয়ারী পুরাতন বাজার শীতলা টেকিজ হল এ সারা বাংলা দাবা সংস্থা এর তরফে অভিনব দাবা প্রতিযোগিতা হলো। অর্জুন পুরস্কার প্রাপ্ত তথা গ্রান্ড মাস্টার দিব্যেন্দু বাড়ুয়া উপস্থিত থেকে 40এর অধিক শিশু, ছেলে মেয়ে প্রতিযোগি দের সঙ্গে একক ভাবে দাবা খেলেন।
দিব্যেন্দু বাবু জানান, ছেলে মেয়ে দের এই খেলায় মানসিক বিকাশ এর সাথে শারীরিক সুস্থতা দীর্ঘ হয়।
Leave a Reply