रघुनाथ प्रसाद साहू
खड़गपुर। सरस्वती तालुकदार का अपने जीजा से मिलना जुलना पति को पसंद नहीं आया इसलिए पहले पति प्रकाश ने पत्नी का गला घोट हत्या की फिर गला रेत आग लगा दी। पत्नी की हत्या के आरोप में हत्याकांड में पति प्रकाश को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस प्रकाश को घटनास्थल ले जाकर घटना का रिकंस्ट्रक्शन करवाया। आखिरकार 48 घंटा के भीतर हत्या की गुत्थी सुलझाने में पुलिस को सफलता मिल ही गई। ज्ञात हो कि मंगलवार की सुबह पुलिस बड़ा आयमा डंपिंग यार्ड के समीप सरस्वती की की लाश बरामद किया था जिसके बाद मामले की जांच करते हुए पुलिस प्रकाश से सख्ती से पूछताछ की तो उसने अपना अपराध कबूल लिया।जिसके बाद एडिशनल एसपी काजी शमसुद्दीन अहमद के नेतृत्व में टीम प्रकाश को घटनास्थल ले जाकर घटना के बारे में पुनर्रचना कराया। प्रकाश का कहना है कि रविवार की शाम उसने पत्नी सरस्वती को अपने साढ़ू भाई समीर उर्फ कादू के साथ देखा साढ़ू के चले जाने के बाद उसके दिमाग में पत्नी की हत्या की ठानी पत्नी के साथ रविवार की शाम लगभग साढ़े छह सात बजे एकांत जगह में हम दोने पति पत्नी गए मैंने उसे समझाने की कोशिश की कि वह समीर से ना मिले व दोनों बच्चों को कमा खिलाएंगे पर वह उसके पास जाने की जिद कर रही थी जिससे मैं उत्तेजित हो गया व पत्नी को धक्का दे गिरा दिया पत्नी शायद सोची पति संबंध बनाना चाहता है पर मैं थोड़े नशा में था व पत्नी का गला घोंट दिया व पत्थर से गला भी रेता फिर साईकिल में लाद उसे थोड़ी दूर ले जाकर जलाया हांलाकि जलने का असर सिर्फ चेहरे व बाल में ही हुआ। प्रकाश का कहना है कि सरस्वती के पास थैला था जिसमें मनी पर्स भी था जिसे खंगालने पर उसके आधार व वोटर कार्ड तथा तीन सौ रु मिले जिसे लेकर मैं चला गया। ज्ञात हो कि सोमवार को सभी चीजें सामान्य रही इधर घर सरस्वती के मायके वाले उसके घर ना आने से चिंतति थे आखिरकार मंगलवार की सुबह लाश मिली।
अपराध स्वीकारोक्ति के पहले प्रकाश का कहना था कि उस दिन वह काम में चला गया था शाम में लाश मिलने की खबर मिली तो उसने ही दाह संस्कार किया। प्रकाश शुरु में चकमा दे रहा था कि वह हत्याकांड के बारे में नहीं जानता व दो तीन बार सरस्वती को उसके जीजा के साथ देखा था प्रकाश का कहना था कि दुर्गापूजा के समय उससे सरस्वती 400 रु ले मायके दो बच्चों को लेकर गई व वापस नहीं आई। पुलिस भी विवाहेत्तर संबंध एंगल से मामले की जांच कर रही थी आखिरकार पुलिस के पास प्रकाश ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। ज्ञात हो कि सरस्वती की पति से अनबन होने पर बड़ा आयमा के ससुराल छोड़ रबिंद्रपल्ली इलाके में मायके में रहती थी सरस्वती। पता चला है कि सरस्वती जबकि उसकी बड़ी बहन का पहले समीर से विवाह हुआ थी बाद में समीर को छोड़ दूसरा विवाह कर पुरी गेट इलाके में रहती है। सरस्वती के दो छोचे बच्चे हैं व घरेलू नौकरानी का काम करती थी सरस्वती उसके दो बच्चे व मां का पालन पोषण में सरस्वती का जुड़वा भाई कार्तिक सहयोग करता था। खड़गपुर शहर थाना प्रभारी राजा मुखर्जी का कहना है कि मामले की गुत्थी सुलझा ली गई है आरोपी पति ने अपना अपराध कबूल कर लिया है व उसे गिरफ्तार कर मामले का रिकंस्ट्रक्शन किया गया है।
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