#रघुनाथ प्रसाद साहू
खड़गपुर। उड़ीसा व बंगाल के सीमांत जिले में बढ़ते कोरोना रोगियों की संख्या व हाटस्पाट होने के कारण दोनो ही सरकार के लिए सिरदर्द बन गई है ज्ञात हो कि उड़ीसा के सीमांत जिले पूर्व मेदिनीपुर जिले के एगरा, हल्दिया, दीघा, दांतन व बेलदा में कोरोना रोगियों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है। उड़ीसा सरकार ने बंगाल सीमा से गए 2600 लोगों की शिनाख्त की है व क्वारेंटाइन में भेजा गया है। उड़ीसा के बालेश्वर जिले में अब कोरोना अपना पैर विस्तार कर रही है. पिछले चार दिनों में जिले में कुल 8 रोगियों की इस बीमारी से संक्रमण होने की पहचान की जा चुकी है जिससे उड़ीसा सरकार भी चिंतित है। ज्ञात हो कि बेलदा के वृद्ध की भुवनेश्वर में उड़ीसा सरकार ने ही बतौर कोरोना पाजिटिव शिनाख्त की थी इधर खड़गपुर रेल मंडल के आऱपीएफ जवान जो कि बालेश्वर में तैनात थी
उसकी भी शिनाख्त कोरोना पाजिटिव की तरह हुई है उसका उड़ीसा में ही इलाज चल रहा है। स्थिति के मद्देनजर सीमाएं सील कर दी गई है मंगलवार की सुबह उड़ीसा राज्य पुलिस के डीजीपी अभय कुमार ने बालेश्वर का दौरा कर परिस्थिति का जायजा लिया. सुबह करीब 10.30 बजे खराब मौसम के बीच उनका हेलीकॉप्टर बालेश्वर के पुलिस लाइन मैदान में उतरा एवं वहां से वे पहले कोविद कंट्रोल रूम पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया एवं बाद में सहदेवखुन्टा आदर्श थाना पहुंचकर अधिकारियों से बातचीत की. इसके बाद डीजीपी ने कंटेंटमेंट जोन नीलायाभाग का भी परिदर्शन किया एवं स्थिति का जायजा लेकर हेलीकॉप्टर से जलेश्वर के लिए रवाना हो गए। डीजीपी ने राज्य कि सीमा से सटे लखननाथ गेट पहुंच कर स्थिति की समीक्षा की एवं बॉर्डर पर गाड़ियों एवं लोगों की आवाजाही पर कड़ी नजर रखने का निर्देश दिया है।
डीजीपी के इस दौरे के दौरान राज्य के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर सोमेंद्र प्रियदर्शनी, कटक आरडीसी अनिल सामल, बालेश्वर जिलाधिकारी के. सुदर्शन चक्रवर्ती, पूर्वांचल आईजी दीप्तेश पटनायक, बालेश्वर पुलिस अधीक्षक बी.जुगल किशोर प्रमुख उपस्थित थे. इधर स्थित को देखते हे केंद्रांचल आरडीसी अनिल सामल पिछले 2 दिन से बालेश्वर में रहकर नजर बनाए हुए हैं. आज बालेश्वर में पत्रकारों को संबोधित करते हुए उन्होंने सूचना दी कि अब तक जिले में कुल संक्रमित 8 लोगों को इलाज के लिए कटक के अश्विनी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. मंगलवार को पाए गए पांच पॉजिटिव नमूने पहले व्यक्ति के संक्रमण से हुए उसके रिश्तेदार में होने की पुष्टि भी उन्होंने की है.
उधर जिले के दो कंटेंटमेंट जोन नीलिया बाग एवं नीलगिरी के बाउंसपाल गांव में8 लोगों को जरूरत की सामग्री पहुंचाने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि नीलगिरी अंचल से करीब 50 लोगों के खून के नमूने को परीक्षा के लिए भेजा जा चुका है. इसके अलावा सभी संक्रमित लोगों की कांटेक्ट ट्रेसिंग भी की जा रही है. उन्होंने कहा कि जिले की सीमा पश्चिम बंगाल से लगी होने के कारण बंगाल से गैरकानूनी तरीके से प्रवेश कर रहे लोगों पर अब सख्त कार्रवाई की जाएगी.
अभी तक जिले में कुल 2600 से ज्यादा लोगों की पहचान की जा चुकी है जो पिछले कुछ दिनों में बंगाल से बालेश्वर जिले में प्रवेश कर रह रहे हैं. इन सभी की पहचान कर इन्हें क्वॉरेंटाइन में रखे जाने की सूचना आज आरडीसी सामल ने दी है. उन्होंने बताया कि जिले के सभी सरपंचों को निर्देश दिया गया है कि वह लॉकडाउन की अवधि के दौरान बाहर से आकर रह रहे लोगों की पहचान करें. साथ ही उन्होंने कहा कि प्रशासन किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
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