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खड़गपुर रेल मुख्य अस्पताल में भर्ती आरपीएफ जवान सहित तीन जवान डिस्चार्ज दो का अभी भी चल रहा इलाज, छह पहले ही हो चुके हैं डिस्चार्ज बाधाओं के बावजूद सफलतापूर्वक इलाज के लिए डॉक्टरों को बधाई: डीआरएम

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                             रघुनाथ प्रसाद साहू
खड़गपुर। खड़गपुर रेल मुख्य अस्पताल में भर्ती आरपीएफ जवान सहित कुल तीन जवानों को दूसरी बार रिपोर्ट निगेटिव आने से शुक्रवार को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया जबकि दो का अभी भी इलाज चल रहा है कुल 11 में से छह की पहले ही छुट्टी हो चुकी है। ज्ञात हो कि आज खड़गपुर रेल मुख्य अस्पताल, टाटा टीएमएच व उलबेड़िया संजीवनी में इलाज करा रहे तीन जवानों की छुट्टी हो गई है जबकि उलबेड़िया व कटक में दो जवानों का अभी भी इलाज चल रहा है।11 में से डिस्चार्ज हुए सभी नौ जवानों को फिलहाल एहतियातन क्वारेंटाईन में रखा गया है।

जवानों को छुट्टी मिलने पर प्रतिक्रिया देते हुए डीआरएम मनोरंजन प्रधान ने खड़गपुर के डिवीजनल अस्पताल के सीएमएस एस.ए.नज्मी, डाक्टरों की टीम, नर्सों व मेडिकल स्टाफ की प्रशंसा करते हुए कहा कि इलाज में कई तरह की अड़चनें आने के बावजूद प्रथम कोविड रोगी का स्वस्थ हो जाना सराहनीय है। ज्ञात हो कि खड़गपुर रेल अस्पताल में इलाज हुए रोगी को लेकर रेल प्रशासन व जिला प्रशासन के बीच अनबन जगजाहिर है। रेल प्रशासन की ओर से कई बार चिट्ठी लिखे जाने के बावजूद जिला स्वास्थय विभाग की ओर से जवाब ना दिए जाने पर टीबी अस्पताल में क्वारेंटाईन में रहे जवान को कोविड अस्पताल के बजाय रेल मुख्य अस्पताल में रखकर ही इलाज करना पड़ा। यह पूछे जाने पर कि भविष्य में कोरोना पाजिटिव होने पर रेल क्या करेगी खड़गपुर रेल मंडल के पीआरओ आदित्य कुमार चौधरी कहते हैं प्रोटोकॉल के हिसाब से हम जिला प्रशासन को बताएंगे अगर जिले के कोविड अस्पताल में जगह मिली तो ठीक नहीं तो आने वाले चुनौती के लिए हम तैयार है।

ज्ञात हो कि उक्त सभी जवान दिल्ली से लौटे हुए जवान है। जवानों के कोरोना पाजिटिव होने के कारण खड़गपुर नगरपालिका के वार्ड 18 व 28 कंटेनमेंट जोन 12 मई तक के लिए कर दिया गया है लेकिन अब जवानों के निगेटिव आने से व डिस्चार्ज होने से कंटेनमेंट जोन की तिथि आगे ना बढ़ने में सहायक हो सकती है। ज्ञात हो कि रेल मुख्य अस्पताल में जवान का इलाज कराने पर मेंस कांग्रेस ने आपत्ति दर्ज करते हुए रोगी को अन्यत्र ले जाने की मांग करते हुए विरोध दर्ज किया था मेंस कांग्रेस के खड़गपुर वर्कशाप संयोजक राकेश कुमार सिंह का कहना है कि रेल मुख्य अस्पताल में इलाज कराना अन्य रोगियों के लिए खतरा है इसलिए रेल को कोरोना रोगी के लिए अन्यत्र व्यवस्था करना चाहिए कुछ ऐसा ही राय डीपीआरएमएस के जोनल महासचिव रखते हुए कहते हैं कि रेल प्रशासन को रोगियों के लिए विकल्प तलाशने चाहिए

जबकि मेंस युनियन के डिवीजनल कोआर्डिनेटर बिश्वजीत लाहा ने कहा कि राज्य सरकार को कोरोना रोगी को भर्ती लेना चाहिए था। इधर साउथ इस्टर्न रेलवे मेंस तृणमूल कांग्रेस के जोनल महासचिव अजय कर का कहना है कि राज्य सरकार को रेल कर्मी व पेंशनर्स अगर पीड़ित होते हैं तो कोविड अस्पताल में दाखिल लेना चाहिए।

sermc & bjp distributed ration, tyagaraja’s birthday celebrated

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SERMC’s ongoing social service to fed the poors amidst lockdown today at Jhapetapur Main Road witnessed the presence of Nirmal Ghosh pwd karmadhyaksh, Sukamal kanti das,SDPO KGP, Raja Mukherjee kgp t IC. sermc leader Biplab Roy choudhury said yesterday Sk Hanif, Sukamal Ghosh,  2nd Officer, Kharagpur Town Police Station were grace the occassion.

 Great saint Tyagaraja 253rd birth anniversary obseved in iit at K.Venugopala Rao, residence. k v rao wished may saint Tyagaraja bless us all with his blissful music and bring happiness in all our lives.

Ration & Vegetables were distributed among 40 needy person in booth no.21,22 ward no.16 of kgp municipality. BJP leader
Jagdish Agrawal, Manoj kr sah & others took part in the prog.

टीबी अस्पताल क्वारेंटाइन सेंटर से 10 जवान को डाउन कटिंग खोली के ओल्ड रनिंग रूम में भेजा गया

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खड़गपुर। टीबी अस्पताल क्वारेंटाइन सेंटर में रखे गए कुल 36 जवानों में से 10 को डाउन कटिंग खोली में रखा गया है। ज्ञात हो कि वार्ड 18 स्थित टीबी अस्पताल क्वारेंटाइन सेंटर में कुल 36 जवान थे लेकिन 10 जवान के रिपोर्ट कई चरणों में निगेटिव होने के कारण उसे सेफ करार देते हुए कटिंग खोली के ओल्ड रनिंग रूम में रखा गया है।

इधर टीबी अस्पताल क्वारेंटाइन सेंटर का दौरा आरपीएफ के डीएससी विवेकानंद नारायण ने किया व वहां क्वारेंटाइन में रह रहे जवानों का हालचाल जाना व्यवस्था देखी व जवानों का हौसला बढ़ाया व खड़गपुर शहर थाना प्रभारी राजा मुखर्जी के साथ मिलकर इलाके की सुरक्षा प्रबंध पर चर्चा की। पुलिस की ओर से आज कंटेनमेंट सेंटर के बोर्ड क्वारेंटाइन सेंटर के समीप लगाए गए।

इधर नीमपुरा स्थित मारशलिंग यार्ड आरपीएफ बैरक व नीमपुरा बाजार में सैनिटाइजेशन किया गया

जबकि  मुर्शिदाबाद के सैकड़ों श्रमिकों को शनिवार वापस उसके घर भेजा जाएगा ये श्रमिक विद्यासागर इंडस्ट्रियल पार्क में फिलहाल ठहरे हुए हैं।

मारुति पिकअपवैन में भिड़ंत ड्राइवर घायल, तेलंगाना से बर्दवान जा रही थी मारुति

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खड़गपुर।मारुति पिकअपवैन में भिड़ंत हो जाने से मारुति का ड्राइवर घायल हो गया जबकि कार में सवार चार लोग बाल बाल बच गए ड्राइवर को मेदिनीपुर मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया है। मिली जानकारी के अनुसार तेलंगाना से बर्दवान जा रहे लोगों की मारुति कार खड़गपुर ग्रामीण थाना के जीनशहर के पास बालिहाटी की ओर से आए पिकअप वैन से जा टकराया जिससे मारुति ड्राइवर घायल हो गया उसे मेदिनीपुर मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया है जबकि मारुति में सवार चार अन्य लोग बच गए ड्राइवर को मेदिनीपुर मेडकल कालेज में भर्ती कराया गया है। खड़गपुर ग्रामीण थाना प्रभारी सनी शाह ने बताया कि जीनशहर के पास एचपी पेट्रोल पंप क के सामने पिकअप वैन व मारुति की टक्कर के बाद मारुति में सवार चार लोगो को विकल्प वाहन से भेजा गया मामले की जांच की जा रही है घटना शुक्रवार की शाम लगभग साढ़े पांच बजे घटी। तेलांगाना से आ रही मारुति को दांतन में बंगाल की सीमा में जांच कर भेजा गया था वे लोग ट्रांजिट पास लेकर सफर कर रहे थे व श्रमिक थे। 

सड़कें यूं उदास तो न थी ….!

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डगर – डगर कोरोना कहर पर खांटी  खड़गपुरिया की चंद लाइनें ….
सड़कें यूं  उदास तो न थी ….!!
तारकेश कुमार ओझा
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अपनों से मिलने की ऐसी तड़प ,  विकट प्यास तो न थी
शहर की  सड़कें पहले कभी यूं उदास तो न थी 
पीपल की छांव तो हैं अब भी मगर
बरगद की  जटाएंं यूं  निराश तो न थी 
गलियों में  होती थी समस्याओं की  शिकायत
मनहूसियत की महफिल यूं बिंदास तो न थी
मुलाकातों में  सुनते थे ताने –  उलाहने
मगर जानलेवा खामोशियों की यह बिसात तो न थी .
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लेखक पश्चिम बंगाल के खड़गपुर में रहते हैं और वरिष्ट पत्रकार हैं। संपर्कः 9434453934, 9635221463

पूँजीवाद और समाज के बदलते परिदृश्य

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          पूँजीवाद और समाज के बदलते परिदृश्य
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साम्प्रदायिकता की ऊपज में पूँजीवाद की अहम भूमिका है।यह नाजायज पूँजी देश को ,समाज को,संस्कृति को बाजार बना दिया है।आखिर दंगे(साम्प्रदायिक) शहर में ही क्यों होते हैं?गाँव में क्यों नहीं होते?गाँव में झगड़े होते है,जो प्रायः वैयक्तिक ही होते हैं।पर शहर में दंगे  (साम्प्रदायिक)होते हैं।इसके पीछे बढ़ते हुए पूंजी ही मूल कारण है।शहरी जनता पूँजीवादी मानसिकता की पोषक होती है।गाँव के गरीबों के बीच धर्म की दीवार नहीं होती,गाँव में मानवीयता,भाईचारा कायम रहता है।शहरी मानसिकता पूँजीवादी सभ्यता जिसे आप शैतानी सभ्यता कहे,गाँधी के अनुसार,महाजनी सभ्यता कहे प्रेमचंद के अनुसार या सभ्यतार संकट कहे रवीन्द्रनाथ के अनुसार।ये तमाम शहरी मानसिकता पूंजीवादी सभ्यता की उपज है जो हमें उपभोक्ता संस्कृति की ओर ढकेलती नज़र आ रही है।इस सभ्यता में मोहक शक्ति,आकर्षण करने की इतनी प्रबल शक्ति है की हमारे मन को बाजार के अनुसार बदल देती है।गाँव का पढ़ा लिखा,बेकार,बेरोजगार,कार्य हेतु शहर की ओर पलायन करता विगत चार-पांच दसक से दिख रहा.है।हाल के दो दसको में गाँव से शहर की ओर पलायन सुनामी स्तर पर दिख रहा है।शहर में वह अमानुषिक यातना को झेलने की त्रासद में जीवन यापन करता है।शहरों में पहले मशीनीकरण एवं औद्योगिकरण की आधुनिकता ने सामाजिक परिवेश को संकट ग्रस्त बनाया,सरकारी उदासीनता या सरकार की लापरवाही के कारण गाँव से शहर की ओर पलायन शुरु हुआ या शोध और विचार-विमर्श का विषय है।लेकिन बचीखुची मानवता को माल में बदलने का काम उदारीकरण,भूमंडलीकरण ने कर दिया।आधुनिकता का शिखर उत्तर आधुनिकता ने मानव को पशु से भी बदतर बना दिया।यहाँ आदर्श,नैतिकता,मानवता,संस्कृति,सब बेकार साबित हुए।केवल स्वार्थ,भोग,काम ही महत्वपूर्ण हुए।
शहर में बढ़ती हुई आबादी ने एक नव संस्कृति का जन्म दिया जिसे फ्लैट कल्चर कहा जाता है।एक ही आठ मंजिला मकान में रहते हुए लोग अपने अगल-बगल के लोगों को न जानते हैं,न जानना चाहते हैं,यह फ्लैट संस्कृति सामाजिक कोढ़ है।अजीब संस्कृति का निर्माण उदारीकरण ने किया है। एक ही फ्लैट से रोने की अवाजें,किसी के हँसने की आवाजे,उसी फ्लैट में देह व्यापार आदि आदि देखने को मिल रहा है।पूँजी में सबसे अधिक ताकत होती है।सारे आनैतिक धन्धे ,व्यापार भी सामाजिक प्रतिष्ठा में दबी रह जाती है।वहीं शहरी फ्लैट के पीछे या मॉल के पीछे या फलाई ओवर के नीचे या नाले के किनारे आमजनो की बस्ती में बदली संस्कृति का विकराल रुप भी दिखता है।
भूमंडलीकरण ने पूँजी और बाजार से सारे सामाजिकता और नैतिकता को पंगु बना दिया है।–कवि श्री हर्ष ने लिखा है इस नाजायज पूँजी पर—“शायद पैसों के जोर पर स्वामी नम्बर दो/कर रहा होगा प्रेम/और काला चंद ठण्डे चूल्हे लकड़ी से/पीटता होगा पत्नी को।”
आज मानवीय संवेदना मजाक में तबदील होते दिख रहा है।आजकल खैरियत पूछना मानों गाली या मजाक बन गया है।राजेश जोशी की कविता ‘दादा खैरियत’में दीनहीन त्रासद दशा पर खैरियत आज लोगों की मजाक बनाने या चिढ़ाने के लिए प्रयोग होता दिख रहा है–
कहां बची है खैरियत/किसकी बची है खैरियत/चलन न हो कहने का/तो कौन कहता है/इस जमाने में/खैरियत मियां खैरियत।”

राजनीति के नेताओं की चाल चलन,पर मदन डांगा ने लिखा है–“कुत्ते मनुष्यों के पावों को चाट सकते हैं/लेकिन कुछ मनुष्य/कुर्सी के लिए तलुए भी चाट सकते हैं/और वे जो कुर्सी के तलुवे चाट सकते हैं/किसी के भी पांव चाट सकते हैं/और स्वार्थवश काट भी सकते हैं/कुत्तों की तरह।”

यह कविता राजनीति के तमाम खिलाड़ियों के असली चेहरे को उजागर करती है।कभी धर्म के ठेकेदारों के पैर सहलाते नेता दिखते.हैं,कभी धर्म के नाम पर जनता को भड़काते,कभी कुर्सी के लिए तलवे सहलाते।

डा. रनजीत सिनहा

खड़गपुर रेल मुख्य अस्पातल में भर्ती आरपीएफ जवान सहित तीन जवानों के रिपोर्ट निगेटिव, मेदिनीपुर में एक और कोरोना पाजिटिव

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                            रघुनाथ प्रसाद साहू
खड़गपुर। खड़गपुर रेल मुख्य अस्पातल में भर्ती आरपीएफ जवान सहित तीन जवानों के रिपोर्ट निगेटिव आने से रेल प्रशासन राहत की सांस ली है जबकि मेदिनीपुर में एक और कोरोना पाजिटिव पाया गया है जिससे जिला प्रशासन चिंतित है। ज्ञात हो कि आरपीएफ के तीन जवान जो कि पाजिटिव आने के बाद विभिन्न अस्पतालों में इलाज करा रहे थे निगेटिव आया है उसमें से खड़गपुर रेल मुख्य अस्पताल में भर्ती जवान, उलबेड़िया के संजीवनी व टाटा मेन अस्पताल में भर्ती एक जवान के रिपोर्ट निगेटिव आए हैं। ज्ञात हो कि खड़गपुर रेल मंडल के कुल 11 जवान पाजिटिव पाए गए थे जिसमें से छह को छुट्टी मिल गई थी जबकि पांच का इलाज चल रहा है था जिसमें से तीन निगेटिव आए हैं जबकि दो अन्य जवान कटक व उलबेड़िया के अस्पताल में भर्ती है। रेल प्रशासन का कहना है कि तीनों पाजिटिव जवान इलाज के बाद प्रथम बार निगेटिव आए हैं दूसरी बार निगेटिव आने से अस्पताल से डिसचार्ज कर दिया जाएगा। उक्त सभी जवान दिल्ली से लौटे हुए जवान है। ज्ञात हो कि जिला प्रशासन का सहयोग नहीं मिलने के कारण एक जवान को रेल मुख्य अस्पताल में रखना पड़ा था जबकि मेंस कांग्रेस ने जवान के स्थानांतरण की मांग उठाई थी।जवानों के कोरोना पाजिटिव होने के कारण खड़गपुर नगरपालिका के वार्ड 18 व 28 कंटेनमेंट जोन 12 मई तक के लिए कर दिया है लेकिन अब निगेटिव आने से कंटेनमेंट जोन की तिथि ना आगे ना बढ़ने में सहायक हो सकती है। 
इधर हावड़ा व कोलकाता के अस्पतालों में कोरोना का खतरा ज्यादा होने के भय के कारण हावड़ा के सलकिया के रहने वाले एक युवक ने अपने पिता को इलाज के लिए मेदिनीपुर मेडिकल कालेज में भर्ती कराया लेकिन दुर्भाग्यवश वहां हुए जांच में उसके पिता कोरोना पाजिटिव निकले। बाद में पश्चिम मेदिनीपुर जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से मेडिकल कालेज के मेडिसीन विभाग को सील कर दिया गया साथ ही मेडिसीन विभाग के सभी डाक्टरों, नर्सों व स्वास्थ्यकर्मियों को क्वारंटाइन में जाने को कहा गया है इसके अलावा रोगी के परिजनों का सैंपल जांच के लिए लिया गया व उन्हें भी अलग रख दिया गया। ज्ञात हो कि बीते कुछ दिन पहले पिता की तबीयत खराब होने के बाद युवक ने अपने पिता को दो दिन पहले ही मेदिनीपुर मेडिकल कालेज में भर्ती कराया था जहां रोगी का कोरोना जांच किया गया। मंगलवार रात 10 लोगों की जांच रिपोर्ट आई जिसमें से वह रोगी कोरोना पाजिटिव पाया गया जिसके बाद अस्पताल प्रशासन व स्वास्थ्य दफ्तर कि ओर से सभी जरुरी कदम उठाए गए। ज्ञात हो कि मंगलवार को चंद्रकोणा निवासी 84 वर्षीय वृद्ध के कोलकाता के बिड़ला अस्पताल में कोरोना पाजिटिव पाए जाने के बाद उसका बांगुर अस्पताल में इलाज चल रहा है।

सोनामुखी झोली में दो गुटों में झड़प से तीन घायल इलाके में तनाव को देखते हुए पुलिस पिकेटिंग

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खड़गपुर। खड़गपुर शहर के सोनामुखी झोली में दो गुटो के बीच हुई लड़ाई में कुल तीन लोग घायल हो गए जबकि दोनों पक्ष की ओर से थाना में शिकायत दर्ज कराई गई है तनाव को देखते हुए इलाके में पुलिस तैनात की गई है। पता चला है कि मंगलवार की रात लगभग साढ़े दस बजे दो गुटों के बीच हिंसक झड़प हुई जिसमें तीन लोग घायल हो गए। घायल राजेश कुमार का मेदिनीपुर मेडिकल कालेज में इलाज चल रहा है जबकि सचिन कुमार का चांदमारी में। सचिन के सिर पर चार टांके लगे है जबकि राजेश का पांव बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है गुरुवार को पैर का आपरेशन किया जाएगा। खड़गपुर शहर थाना प्रभारी राजा मुखर्जी का कहना है कि दोनों पक्ष की ओर से शिकायत मिली है घायलों का इलाज चल रहा है आगे की कार्रवाई की जाएगी।

थाना में रपट लिखाने आई राजेश की पत्नी रितु देवी का आरोप है कि नितिन प्रसाद, रीतेश प्रसाद सहित लगभग 20 लड़को ने मंगलवार की रात साढ़ें दस बजे  धारदार हथियार से हमला कर दिया उस वक्त दवा लेकर राजेश लौट रहा था उसे बचाने के लिए सचिव व नवीन गया तो उस पर भी हमला कर दिया रितु देवी ने कुल दस लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है इधर दूसरे गुट ने आरोप को झुठलाते राजेश व उसके समर्थकों को ही घटना के लिए दोषी बताते हुए थाना में शिकायत दर्ज की है घटना से इलाके में उत्तेजना व्याप्त है। पता चला है कि इलाका दखल के लिए सत्ताधारी दल के दोनों गुट में वर्चस्व की लड़ाई लंबे समय से चल रही है। घटना से इलाके में उत्तेजना व्याप्त है।

एसडीओ कार्यालय के समक्ष धरना में बैठे भाजयुमों के सात नेता- कार्यकर्ता गिरफ्तार, जमानत पर रिहा

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खड़गपुर। भाजपा युवा मोर्चा एवं अनुसूचित जनजाति मोर्चा की और से पश्चिम बंगाल में बढ़ते कोरोना प्रकोप के बीच राज्य सरकार के दुर्नीति और गंदी  राजनीति के प्रतिवाद में खड़गपुर  एसडीओ कार्यालय के समक्ष सोशल डिस्टेंस को ध्यान में रखते हुए  प्रर्दशन कर रहे थे तभी खड़गपुर शहर थाना पुलिस की ओर से 7 भाजपा नेताओं को गिरफ़्तार कर लिया  गया बाद में सभी को जमानत पर रिहा किया गया। रिहा होने के बाद खड़गपुर शहर थाना के समक्ष नेताओं का फूलों की माला से स्वागत किया गया।  गिरफ्तार होने वाले नेताओं में तृषा चकलादार (भाजपा युवा मोर्चा जिला उपाध्यक्ष), खड़गपुर मध्य मंडल अध्यक्ष श्री राव , उत्तर मंडल अध्यक्ष दीपसोना घोष , दक्षिण मंडल अध्यक्ष प्रकृति रंजन , खड़गपुर सदर के संयोजक गौतम भट्टाचार्य  शामिल है।

जमानत मिलने के बाद नेताओं ने  भाजपा के जिला  उपाध्यक्ष श्री प्रेम चन्द्र झा , भाजपा के राज्य  सचिव तुषार मुखर्जी , उत्तर मंडल के पूर्व अध्यक्ष अभिषेक अग्रवाल के नेतृत्व में आन्दोलन जारी रहेगा।

पुलिस ने पत्रकारों को बांटे मास्क, सेनिटाइजर

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खड़गपुर। खड़गपुर ग्रामीण थाना परिसर में पुलिस ने शहर के पत्रकारों को मास्क व सेनिटाइजर बांटे। इस अवसर पर खड़गपुर के एसडीपीओ सुकमल कांति दास ने कहा कि पत्रकार अपने जान को जोखिम में डाल काम कर रहे हैं इसलिए पत्रकारों के सुरक्षा को देखते हुए मास्क, सेनिटाइजर, ग्लोव्स, दवा व अन्य सामग्री दी गई। इस अवसर पर खड़गपुर के सीआई मृत्युंजय बनर्जी ने कहा कि कोरोना में पत्रकारों की भुमिका सराहनीय है। खड़गपुर ग्रामीण थाना प्रभारी आसिफ सन्नी ने पत्रकारों को गुलदस्ता भेंट कर सम्मानित किया। खड़गपुर प्रेस क्लब के सचिव सैकत सांतरा ने कहा कि महामारी के इस दौर में राजनीतिक दल व अन्य लोग पत्रकारों की समस्याओं से अब तक बेफिक्र रहे पुलिस का पत्रकारों के स्वास्थय के लिए सुध लेना प्रशंसनीय है उन्होने कहा कि दूसरे कोरोना योद्धाओं के लिए राज्य व केंद्र सरकार ने कई पहल किए हैं पर पत्रकारों को जान जोखिम में डाल काम करना पड़ रहा है। ज्ञात हो कि बीते दिनों मुंबई में बड़ी संख्या में पत्रकार कोरोना पाजिटिव पाए गए थे हांलाकि अभी तक कोई अप्रिय घटना की खबर नहीं है। इधर लाकडाउन के कारण देश भर के अखबारों व मीडिया हाउस की आर्थिक स्थिति खस्ता होने के कारण कई पत्रकारों की नौकरी चली गई है व कई मीडिया कर्मियों के वेतन, भत्ते में भारी कटौती की गई है।