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28 stranded people in kgp sent back to vizag, नीमपुरा से मोटरसाईकिल चोरी

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kharagpur, 28 Telugu families stranded at Kharagpur sent back to their homes on friday night. 28 persons  returned to Visakhapatnam and 28 persons will be return from Visakhapatnam to Kharagpur said organisor k. surendra reddy, railway employee & sociendra said andhra police Checked them in ichchapuram & thrywill take decision regarding quarantine. reddy said hundreds of people contacted me & wished for transportation.

नीमपुरा से मोटरसाईकिल चोरी
खड़गपुर। खड़गपुर शहर के नीमपुरा गुरुद्वारा के पास से गुरुवार की दोपहर मोटरसाईकिल किशोरों ने चोरी कर ली। जानकारी के मुताबिक रेशमी मेटालिक्स में काम करने वाले राजीब साहू ड्यूटी से लंच करने आया था व घर के पास मोटरसाईकिल खड़ी कर चाबी लगाना भूल गया उसे लंच लेकर वापस ड्यूटी जाना था इसी बीच दो किशोरवय के लड़के साईकिल से आए जिसमें से एक मोटरसाईकिल ले फरार हो गया जबकि दूसरा साईकिल से चला गया। सीसीटीवी फुटेज में पता चला है कि दोनों लड़के घंटे भर से वहां विचर रहे थे व लाकडाउन व दोपहर में सूनसान इलाके का फायदा उठा ले गए। खबर है कि मोटरसाइकिल जब्त कर ली गई है हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है।

          खड़गपुर से कंटेनमेंट जोन हटा, बैरिकेड हटाए गए पश्चिम मेदिनीपुर जिला कोटा में दो नए रोगी

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          खड़गपुर। खड़गपुर सहित पश्चिम मेदिनीपुर जिले के लगभग आधा दर्जन कंटेनमेंट जोन की अवधि शेष होने से शुक्रवार को बैरिकेड हटा लिया गया। टीबी अस्पताल के आसपास के लोगों ने बताया कि सुबह लगभग दस बजे बैरिकेड हटा लिए गए ज्ञात हो कि दिल्ली से लौटे आरपीएफ जवानों के कोरोना पाजिटिव पाए जाने के बाद खड़गपुर के वार्ड 26 व 18 को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया था इसके अलावा मेदिनीपुर व घाटाल में भी कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया था लेकिन इलाके में कोई नया कोरोना रोगी ना पाए जाने से कंटेनमेंट जोन हटा लिया गया इधर आज ही बेलदा व मेदिनीपुर निवासी के कोरोना पाजिटिव पाए जाने की खबर है। पता चला है कि दांतन ब्लाक दो के बेलदा थाना बामुनसाई गांव के निवासी कोरोना पाजिटिव पाए गए हैं। अधेड़ उम्र के पीड़ित वयक्ति भाड़ा का वाहन चलाता है व बाहर से आया था जिला स्वास्थय विभाग उसके परिजनों को क्वारेंटाईन में रहने को कहा है।  इधर मेदिनीपुर शहर के वाशिंदा एक वृद्धा कोरोना पाजिटिव पाया गया है पता चला है कि परिवार कोलकाता के राजारहाट में लंबे अर्से से रहता है लेकिन पता मेदिनीपुर का पता होने के कारण उसे पश्चिम मेदिनीपुर कोरोना रोगी में गिना जा रहा है।  आरपीएफ जवानों के स्वस्थ होने की खबर से जिले वासी राहत ले रहे थे लेकिन पुनः कोरोना रोगी पाए जाने से चिंतित है लोग। 

          कांथी व महिषादल में कोरोना पाजिटिव पाए जाने से जिले में की स्थिति और बिगड़ी, छोटे की जगह बड़े भाई का कर दिया गया इलाज

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          खड़गपुर। पूर्व मेदिनीपुर के कांथी व हल्दिया महकमा के महिषादल थाना इलाके के दक्षिण पूर्व श्रीरामपुर गांव में एक व्यक्ति कोरोना वायरस पॉजिटिव पाए जाने से जिला प्रशासन चिंतित है।पता चला है कि महिषादल घटना  पीड़ित व्यक्ति कोलकाता के कॉलेज स्ट्रीट इलाके में एक मिठाई की दुकान पर काम करता था। लॉकडाउन के कारण बीते डेढ़ महीने से कोलकाता में ही फंसा हुआ था व वापस गांव लौटने की कोशिश में लगा हुआ था जहां उसे बीते दिनों कामयाबी मिली वह एक पोल्ट्री फार्म कि गाड़ी में सवार होकर सीधे अपने गांव आ पहुंचा। स्थानीय लोगों ने उसे गांव में देख उसका विरोध किया जिसके बाद स्वास्थ्य दफ्तर की ओर से व्यक्ति को होम क्वॉरेंटाइन में रहने की सलाह दी गई बाद में जांच रिपोर्ट आई जिसमें वह कोरोना पॉजिटिव पाया गया फिर प्रशासन की ओर से उसे घर से बरामद कर पांशकुड़ा के बोड़ोमा अस्पताल में भेज दिया गया। वहीं दूसरी ओर कांथी नयापुट ग्राम पंचायत के बलीयारपुर गांव के रहने वाले एक 50 वर्षीय पुरोहित में कोरोना वायरस पॉजिटिव पाया गया। पता चला है कि पुरोहित अपने परिवार को लेकर कांथी शहर में एक किराए के घर में रहते थे लेकिन लॉकडाउन  के कारण पूजा पाठ का काम बंद होने से वे अपने परिवार को लेकर वापस गांव चले आए जहां तबीयत बिगड़ने पर उन्हें 11 मई को कांथी महकमा अस्पताल में भर्ती कराया गया वहां से 13 मई को उन्हें कोलकाता आमरी अस्पताल में भेज दिया गया जहां वह कोरोना पॉजिटिव पाए गए। पूर्व मेदिनीपुर जिला के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी निताईचंद्र मंडल ने बताया कि महिषादल व कांथी के दो पीड़ितों के सदस्यों को चंडीपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया है व पूरे इलाके को सेनीटाइज किया जा रहा है।

          छोटे की जगह बड़े भाई का कर दिया गया इलाज 
          आखिरकार अपनी भूल सुधारते हुए झाड़ग्राम जिला स्वास्थय़ विभाग शुक्रवार की रात असली संक्रमित व्यक्ति को कोरोना अस्पताल में भर्ती कराया। ज्ञात हो कि इससे पहले पुलिस ने गलती से 18 वर्षीय युवक जोकि असली कोरोना पीड़ित का छोटा भाई है उसे उसके घर से बरामद कर पांशकुड़ा के मेछोग्राम के बोडो़मा अस्पताल में भर्ती करा दिया था जहां वह पांच दिनों तक कोरोना रोगियों के साथ रहा। उसने बताया कि वह कोरोना मरीजों का ही बाथरूम व्यवहार करता था लेकिन जब उसे पता चला कि वह कोरोना पीड़ित नही बल्कि उसका भाई कोरोना वायरस पीड़ित है तब से उसने दवाईयां लेनी बंद कर दी। अस्पताल प्रशासन की ओर से जानकारी दी गई कि शुक्रवार को कि गई जांच में वह युवक में कोरोना के वायरस नही पाया गया लेकिन 5 दिनों तक कोरोना मरीजों के साथ रहने के कारण उसका एक बार फिर जांच किया जाएगा। पता चला है कि उडी़सा के संबलपुर में सोना कारीगर के रूप में कार्यरत युवक से मिलने से लिए उसका भाई गया था जहां से बाद में दोनों गांव वापस आ गए। गांव वालों के विरोध के बाद दोनों की झाड़ग्राम सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में कराए गए जांच रिपोर्ट में एक भाई कोरोना पाजिटिव पाया गया जबकि दूसरा निगेटिव लेकिन कुछ गलतफहमी के कारण गलती से निगेटिव वाले भाई को कोविड अस्पताल में भर्ती करा दिया था।

          चचेरे भाई को खाना नहीं मिलने पर जताया दुख कहा भूल जाएः सांसद देब सभी राजनीतिक दलों को मिल कर काम करने की अपील की

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                                     रघुनाथ प्रसाद साहू
          खड़गपुर  चचेरे भाई को समय पर राशन नहीं मिलने पर दुख जताते हुए कहा कि जो हो गया उसे भूल जाए। ज्ञात हो कि बीते दिनों देब के चचेरे भाई को खाना नहीं मिलने पर माकपा की ओऱ से राशन दी गई थी बाद में जरुर पुराने कार्ड पर राशन मिला। देब के चचेरे भाई बिक्रम केशपुर के महिषदा में अपने परिवार के साथ रहते हैं। देब ने  कहा कि जो लोग भाई विक्रम को सहयोग किया उसका धन्यवाद उन्होने पत्रकारों से घटना को भूल जाने की सलाह दी। घाटाल के सांसद व अभिनेता दीपक अधिकारी उर्फ देब आज पश्चिम मेदिनीपुर जिला परिषद हाल में आयोजित एक पत्रकार सम्मेलन में शामिल होते हुए उन्होंने उक्त बातें कहीं। घाटाल संसदीय क्षेत्र के टीएमसी सांसद देब ने केंद्र सरकार अथवा विभिन्न राज्य सरकारों की ओर से अगर अपने राज में फंसे हुए दूसरे राज्यों के प्रवासी मजदूरों के रहने व खाने-पीने का इंतजाम सही तरीके से करती तो मौजूदा समय मैं इतनी भयावह स्थिति पैदा नहीं होती। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में कोरोना का आतंक कम नहीं हो रहा है जिस वजह से सरकार लाकडाउन जारी रखने के लिए मजबूर है। ऐसे में पक्ष-विपक्ष सभी पार्टियों को राजनीति छोड़ केवल और केवल इस समस्या से निजात पाने की कोशिश करनी चाहिए जितना हो सके गरीब मजदूरों की मदद करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि एक सांसद के हिसाब से उनसे जितना बन पा रहा है वे मजदूरों को वापस लाने के लिए उतनी कोशिश कर रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार विदेशों से तो लोगों को वापस ला रही है लेकिन अपने ही देश में दूसरे राज्यों में फंसे गरीब मजदूरों को उनके घर भेजने की पर्याप्त व्यवस्था नहीं कर रही है। इस अवसर पर मानस भुईंया, सौमेन महापात्रो, अजीत माईति व अन्य नेता मौजूद थे।

          भाजपा की ओर से वार्ड 16 में सेनिटाइजेशन किया गया , पत्रकारों को बांटे गए मास्क, बी आर जी कर्मियों को मिला एक माह का वेतन

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          खड़गपुर। कोरोना वायरस के महामारी से सुरक्षा के लिए खडगपुर उत्तर मंडल के वार्ड नं.16 की ओर शनिवार  से सेनेटाइजर का कार्य वार्ड  में शुरू  किया गया। इस अवसर पर भाजपा के शक्ति  जैन, जगदीश प्रसाद अग्रवाल, अभिषेक अग्रवाल, दिनेश दोलाई,यशवंत शिवहरे, कल्याण भट्ट, सतीश शर्मा, एवं अन्य उपस्थित थे।

           भाजपा ने पत्रकारों को बांटे मास्क, सेनिटाइजर
          खड़गपुर। भाजपा के दक्षिण मंडल की ओर से  छोटा टेंगरा स्थित मंडल कार्यालय में शुक्रवार को मास्क, सेनिटाइजर, ग्लोव्स व दवा बांटे गए। इस अवसर पर भाजपा दक्षिण मंडल के अध्यक्ष प्रकृति रंजन उर्फ प्रबीर दास ने कोरोना महामारी में भी जान जोखिम में डाल खबर संग्रह करने  के लिए मीडियाकर्मियों का आभार जताया। इस अवसर पर प्रबीर साहू, पिंकी पात्रो, आशा यादव, बिमल प्रसाद ओझा, मलय सेन, मीनाक्षी सिन्हा, दिलीप व अन्य उपस्थित थे। 

           
          बीआरजी कर्मियों को मिला एक माह का वेतन
          बीआरजी कर्मियों को शनिवार को एक माह का वेतन मिलने से बीजेएमटीयू ने खुशी जताई है।बीजेएमटीयू नेता शैलेंद्र सिंह ने दावा किया कि  बीजेएमटीयू के आंदोलन के कारण कर्मचारियों को वेतन मिल पाया है  विगत 2 महीनों से कंपनी लाकडाउन में बंद होने के बाद मैनेजमेंट ने करीब 400 वर्कर को को 1 महीने का वेतन दिया।

          AITUC wrote to PM, Demanded wages for contract labourers in Railway, MES, IIT etc during lockdown period

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          kharagpur, AITUC state Deputy GS Biplab Bhattacharya mailed a letter to PM Narendra Modi demanding wages for contract labour  during lockdown. Biplab wrote in his letter 20,000 Contract workers who undertake various regular jobs like deep skinning, packing, rail changing, signaling, Construction, electric, conservancy and sanitation etc. under South Eastern Railway, Kharagpur division as also about 15,000 contract labour Kalaikunda, West Bengal and IIT Kharagpur  conducting construction and maintenance jobs.
          Lockdown due to COVID 19 pandemic have rendered these workers jobless and have no income causing deep distress to their livelihood. The plight of these worker’s along with request for relief to them have already been brought to PM notice.However, AITUC requests were not look into so far.Even in spite of the advisory from the labour ministry, Government of India lockdown wages have also been paid yet.
          He further requested PM to take needful steps for directing immediate payment of wages for the lockdown period to the appropriate authority and save them from ruin.

          ATM fraud in jhargram, relief work done by REGIONAL WELDING TRAINING INSTITUTE, KHARAGPUR, SER

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          kharagpur, Asutosh Mandal  of Vill – Kashmar, P.S-Belpahari ,Jhargram received a phone call from unknown person and shared all his ATM details,as a result Rs 30000 was deducted from his account. bharat kumar singh rathod, SP, Jhargram said after receiving complainant Cyber PS took immediately action and Rs. 12259.39 was able stopped from going to fraudulent accounts few days ago. rathod suggested not to disclose ATM details to anyone.


          relief work done by REGIONAL WELDING TRAINING INSTITUTE, KHARAGPUR, SER
          REGIONAL WELDING TRAINING INSTITUTE, KHARAGPUR, SER, distributed some dry food items among 100 poor and needy families near janta vidyalaya, ward 9 on saturday.  Beneficiaries were from jheen talab, kumarpara, tikarapara & bagan bari. A.K. NAG Additional Mechanical Engineer, STC was present to encourage the trainees of RWTI.  A bag consists of Moori, Mixture, Oil, Soyabeans, Dal, Salt pkt, Sugar and Biscuit pkt was given to the families.

          बिहार के श्रमिकों को मारपीट के मामले में मिली जमानत, एसडीओ कार्यालय में हंगामा के बाद किया था पथावरोध, 12 श्रमिक हुए थे गिरफ्तार

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          खड़गपुर। बिहार के 12 श्रमिकों को मारपीट के मामले में आज खड़गपुर महकमा अदालत में पेश किया गया जहां सभी को जमानत में रिहा कर दिया गया। ज्ञात हो कि गुरुवार को एसडीओ कार्यालय में हुए हंगामा के बाद श्रमिकों ने पथावरोध शुरु कर दिया था जिसके बाद पुलिस बल प्रयोग कर आंदोलनकारियों को हटा दिया था व कुल 12 लोगों को गिरफ्तार किया था आज सभी को खड़गपुर महकमा अदालत  में पेश किया गया तो जज ने सभी को जमानत पर रिहा कर दिया गया। खड़गपुर शहर थाना प्रभारी राजा मुखर्जी ने बताया कि  लाकडाउन तोड़ने व मारपीट के आरोप में खड़गपुर शहर थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है 14 मई को  हुए मामला संख्या 185/2020 में लाकडाउन तोड़ने व मारपीट करने संबंधी आईपीसी की धारा 147/451/188/353/323/341/427 व 506 व 3 पीडीपीपी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। जमानत लेने वालो में बिहार के जमुई जिला के ताजपुर गांव का रहने वाला अनुज कुमार(18), शेखपुरा जिले के उक्सी गांव का पंकज शर्मा(18), सौरभ कुमार(18), योगी महतो(25) व मंजित कुमार(18), जमुई जिले के खुटकट गांव का रहने वाला विश्वजीत कुमार(21) व कार्तिक कुमार(19), जमुई जिला के ही सिल्होरी गांव का रहने वाला सतीश कुमार(20), शेखपुरा जिले के बेल्ची गांव का रहने वाला राकेश कुमार(19), जमुई जिले के काकन गांव का रहने वाला जितेंद्र कुमार(18), लखीसराय जिले के रामगढ़चौक गांव का रहने वाला दर्शन राज(18) व छत्तीसगढ़ के बिलासपुर के केंदा गांव का रहने वाला मुखदेव सिंह(25) शामिल है।

          जमानत मिलने के बाद कार्तिक कुमार ने बताया कि वे लोग अपने गांव जाने के लिए अनुमति मांगने व खाना की कमी को लेकर गुरुवार को एसडीओ के पास गए थे तभी वहां के कर्मचारियों को लेकर अनबन हो गया उसने कहा कि हमने मारपीट नहीं की बल्कि हमारी पिटाई कर दी गई जिसके बाद सभी उत्तेजित हो सड़क अवरोध कर दिया व पुलिस आकर लाठीचार्ज कर हमें गिरफ्तार कर ले गई। कार्तिक का कहना है कि हमने किसी भी तरह पैसे जुगाड़ कर जमानत ले ली है व अब गांव जाना चाहते हैं उन्होने बताया कि उनलोगों को शनिवार की सुबह खड़गपुर ग्रामीण थाना में बुलाया गया है। कार्तिक ने बताया उनलोगों के पास दो किलो चावल है जिससे वे लोग अपना पेट भर रहे हैं। ज्ञात हो कि बिहार के 26 श्रमिक साबुन शैंपू वगैरह का फेरी करते थे लाकडाउन के कारण यहां फंस गए हैं ये लोग मीरपुर के पास बुलबुलचट्ट इलाके में घर भाड़ा लेकर रह रहे हैं। ये सभी लोग जमुई जिला के सिकंदरा जिला जाना चाहते हैं जहां से सभी अपने अपने घरों के लिए रवाना हो सकेंगे।

          शिवसेना ने राज्यपाल के ए.डी.सी.को किया मेल, अन्य राज्यों में फंसे बंगाल के मजदूर व स्वर्ण कारीगरों को,मदद दिलाने की मांग, कहा बंगाल सरकार को इस संबंध में काम करने का दे निर्देश

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          खड़गपुर। अन्य राज्यों में फंसे बंगाल के मजदूर व स्वर्ण कारीगरों को मदद दिलाने की मांग शिवसेना ने राज्यपाल के ए.डी.सी.को ई-मेल के माध्यम से पत्राचार किया व मांग की कि बंगाल सरकार को इस संबंध में आवश्वयक कार्रवाई करने का निर्देश दे ताकि मजदूरों को राहत मिल सके। बंगाल के शिवसेना प्रदेश उपाध्यक्ष डा. उज्जवल कुमार घटक ने कहा कि बंगाल के विस्थापित मजदूर व स्वर्ण कारीगर पश्चिम बंगाल के बाहर फंसे हुए हैं और भोजन और बुनियादी सुविधाओं के बिना बहुत ही खराब स्थिति में हैं।मजदूरों के पास  यातायात की सुविधा ना मिलने पर कई लोग अपने खर्च पर निजी वाहनों की व्यवस्था कर रहे हैं, पश्चिम बंगाल लौटने के लिए। उन्होने आरोप लगाया कि, पश्चिम बंगाल के जिला कलेक्टर व बीडीओ ऐसे पास जारी करने से इनकार कर रहे हैं, और परिणामस्वरूप कई प्रवासी मजदूर और सुनार भाई सैकड़ों मील पैदल चलकर वापस लौट रहे हैं। उन्होने कहा लकि  पश्चिम मेदिनीपुर जिले के लगभग तीन लाख स्वर्ण कारीगर हैं, और पश्चिम बंगाल के लगभग 10 लाख ये लोग मुंबई, पुणे, कोल्हापुर, सतारा, अकोला, जलगाँव, अहमदाबाद, जौधपुर, दिल्ली, हरियाणा, भटिंडा, सिमला, इंदौर में फंसे हुए हैं। लखनऊ, कोयम्बटूर, विशाखापत्तनम, सिकंदराबाद, विजयवाड़ा, चेन्नई और कटक आदि स्थानों पर रोजी रोटी के लिए गए हैं। पश्चिम बंगाल सरकार के पास कोई डेटाबेस नहीं रखा गया है जबकि मजदूरों की संख्या लाखों में है इसलिए पश्चिम बंगाल सरकार से अनुरोध है कि वह इन सभी स्थानों से प्रतिदिन कुल 30 ट्रेनों का संचालन करे ताकि मजदूरों व उसके परिवार के सदस्य जो बहुत कठिन परिस्थितियों में है राहत पा सके। बंगाल के राज्यपाल से निवेदन किया कि उक्त मामले में जल्द से जल्द विचार करने के लिए पश्चिम बंगाल सरकार को निर्देश जारी करे ताकि माइग्रेट किए गए मजदूरों व स्वर्णकार भाइयों और पश्चिम बंगाल के इन-हाउस मजदूरों को न्याय मिल सके।

          shivsena wrote letter for rescue stranded labourer’s of wb to ADC, GOVERNOR, WB

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          shivsena wrote letter for rescue stranded labourer’s of wb to ADC, GOVERNOR, WB.
          Ujjawal kr Ghatak state vice president shivsena Bengal demanded governor Jagdip dhankad to direct Govt of West Bengal to facilitate transportation urgently for all migrated Labourers and Goldsmith brothers stranded outside West Bengal, issue vehicles passes for those who arranging private vehicles on their own to return to West Bengal. It is pertinent to mention that District Collector Office / BDO’s are denying to issue such passes and as a result several migrated Labourers and Goldsmith brothers are returning back by walking of hundreds of miles.
          Ujjawal claimed that there are around three lakhs Goldsmith brothers of Paschim Medinipur District itself are stranded in Mumbai, Pune, Kolhapur, Satara, Ankola, Jalgaon, Ahmedabad, Jaodhpur, Delhi, Haryana, Bhatinda, Simla, Indore, Lucknow, Coimbatore, Visakhapatnam, Secunderabad, Vijaywada, Chennai, etc. Govt of West Bengal are not aware of all these locations and total no of peoples stranded, as no such databases are maintained by Govt of West Bengal.
          He reqest Rehabilitation and Resettlement of all such migrated labourers, Goldsmith brothers and several in-house labourers of our state, as many of them are jobless now and hence their family members are surviving in very difficult situations.
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