आम बजट में रेलवे के लिए वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 2,62,200 करोड़ रुपये रुपये का रिकॉर्ड आबंटन
Kharagpur Division 24.07.2024 The Union Budget 2024–25 was presented by Smt. Nirmala Sitaraman, Union Minister of Finance and Corporate...
Kharagpur Division 24.07.2024 The Union Budget 2024–25 was presented by Smt. Nirmala Sitaraman, Union Minister of Finance and Corporate...
SOUTH EASTERN RAILWAY Office of the Principal Chief Personnel Officer, Garden Reach, Kolkata-700043 CENTRALISED NOTIFICATION FOR RECRUITMENT OF SPORTS...
शक्ति मंदिर की ओर से रक्तदान शिविर का आयोजन किय़ा गया जिसमें कुल 45 युनिट रक्त संग्रहित किया गया।...
गायत्री परिवार ट्रस्ट खड़गपुर द्वारा गुरु पूर्णिमा के उपलक्ष पर गायत्री महायज्ञ का आयोजन किया गया परम पूज्य...
श्रावणी मेला के लिए महादेवशाल में ट्रेनों का ठहराव कोलकाता, 21 जुलाई 2024 दक्षिण पूर्व रेलवे ने श्रावणी मेले...
Kolkata, 20th July, 2024 Shri Anil Kumar Mishra, General Manager, South Eastern Railway has conducted footplate inspection...
सिविक कर्मी का शव फंदे में झुलता मिला, शोक की लहर, मादपुर रेल स्टेशन के पास ट्रेन के धक्के से...
खड़गपुर, गुरुवार की रात नीलाद्रीबिजे के साथ रथ यात्रा का समापन हुआ। नीलाद्रीबिजे में भगवान जगन्नाथ, सुभद्रा व बलराम को...
खड़गपुर, ट्रेन में सफर कर रहे भाजपा नेता की लाश रेल पटरी समीप मिलने से शोक व उत्तेजना...
रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने पिछले 7 वर्षों के दौरान 'ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते' के तहत 84,119 बच्चों को बचाया पिछले सात वर्षों में, रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) 'नन्हे फरिश्ते' नामक एक ऑपरेशन में अग्रणी रहा है। यह एक मिशन जो विभिन्न भारतीय रेलवे जोनों में पीड़ित बच्चों को बचाने के लिए समर्पित है। पिछले सात वर्षों (2018-मई 2024) के दौरान, आरपीएफ ने स्टेशनों और ट्रेनों में खतरे में पड़े या खतरे में पड़ने से 84,119 बच्चों को बचाया है। 'नन्हे फरिश्ते' सिर्फ एक ऑपरेशन से कहीं अधिक है; यह उन हजारों बच्चों के लिए एक जीवन रेखा है जो खुद को अनिश्चित परिस्थितियों में पाते हैं। 2018 से 2024 तक का डेटा, अटूट समर्पण, अनुकूलनशीलता और संघर्ष क्षमता की कहानी दर्शाता है। प्रत्येक बचाव समाज के सबसे असुरक्षित सदस्यों की सुरक्षा के लिए आरपीएफ की प्रतिबद्धता का एक प्रमाण है। वर्ष 2018 में 'ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते' की महत्वपूर्ण शुरुआत हुई। इस वर्ष, आरपीएफ ने कुल 17,112 पीड़ित बच्चों को बचाया, जिनमें लड़के और लड़कियां दोनों शामिल हैं। बचाए गए 17,112 बच्चों में से 13,187 बच्चों की पहचान भागे हुए बच्चों के रूप में की गई, 2105 लापता पाए गए, 1091 बच्चे बिछड़े हुए, 400 बच्चे निराश्रित, 87 अपहृत, 78 मानसिक रूप से विक्षिप्त और 131 बेघर बच्चे पाए गए। वर्ष 2018 में इस तरह की पहल की तत्काल आवश्यकता को उजागर करते हुए ऑपरेशन के लिए एक मजबूत नींव रखी गई। वर्ष 2019 के दौरान, आरपीएफ के प्रयास लगातार सफल रहे और लड़कों और लड़कियों दोनों सहित कुल 15,932 बच्चों को बचाया गया। बचाए गए 15,932 बच्चों में से 12,708 भागे हुए, 1454 लापता, 1036 बिछड़े हुए,...