खड़गपुर , खड़गपुर के नीमपुरा आर्य विद्यापीठ से जुड़े मामलों की सुनवाई आगामी 4 मार्च को मीरपुर अदालत में होगी । स्कूल से जुड़ी शिकायतों को लेकर सक्रिय रहने की वजह से खड़गपुर के समाजसेवी दीपक कुमार दासगुप्ता के खिलाफ स्कूल के प्रधानाध्यापक चंडी चरण त्रिपाठी ने अदालत में मानहानि का मामला दायर किया था । मामले की सुनवाई खड़गपुर महकमा अदालत में चल रही है ।
पता चला है कि नीमपुरा आर्य विद्यापीठ की अरिस्मिता दासगुप्ता ने 2016 में स्कूल से माध्यमिक की परीक्षा पास की थी । उन्होंने इसी स्कूल से साइंस संकाय में दाखिले के लिए आवेदन किया था जिसे अस्वीकृत कर दिया गया । इसके चलते अरिस्मिता को नीमपुरा आर्य विद्या पीठ में ही कला संकाय में दाखिला लेना पड़ा था । इसके बाद उसने सुभाष पल्ली स्थित जन कल्याण स्कूल में विज्ञान संकाय में दाखिला लिया । दो महीने बाद अरिस्मिता को आर्य विद्यापीठ में विज्ञान संकाय में दाखिले का सुअवसर मिला । दासगुप्ता का आरोप है कि फिर से दाखिला शुल्क जमा कर एडमिशन ली कला विभाग में भर्ती होते समय सरस्वती पूजा चंदा सहित शुल्क आदि देने पड़े । एक ही शिक्षा सत्र में विज्ञान संकाय में भर्ती के लिए उसे दोबारा डवलपमेंट समेत अन्य शुल्क देना पड़ा ।जानकारों का मानना है कि यह सही नहीं था जिसकी जिम्मेदारी से स्कूल प्रशासन पल्ला नहीं झााड़ सकता। कहीं भी विसंगतियां नजर आने पर नागरिकों को शिकायत करने का अधिकार है । किसी भी छात्र के अभिभावक को यदि लगता है कि उसकी संतान से शिक्षण संस्थान ने यदि गलत तरीके से पैसे लिए हैं तो वह इसकी शिकायत कर सकते हैं । स्कूल के प्रधानाध्यापक चंडी चरण त्रिपाठी ने यह कहते हुए प्रतिक्रिया देेन से से इंकार कर दिया कि सुनवाई अदालत में चल रही है ।
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