गजराजों के वापस चले जाने से राहत की सांस ली खड़गपुर वासियों ने, हुला पार्टी की मदद से हीराडीह की ओर खदेड़े गए
खड़गपुर, गजराजों के वापस चले जाने से राहत की सांस ली खड़गपुर शहर के साउथ साइड इलाके के लोगों ने। ज्ञात हो कि मंगलवार की तड़के राजमार्ग संख्या 6 होते हुए पद्मपुकुर,
सुभाषपल्ली इलाके में प्रवेश किया था हाथियों के दल ने जिसमें एक शावक सहित कुल 9 हाथी थे। सुभाषपल्ली से ओल्ड सेटलमेंट हुए रेल लाइन क्रास कर हाथी साउथ साइड इलाके पहुचं गए जहां सुपरवाइजर ट्रेनिंग सेंटर के समीप स्थित जंगल में दिन भर रहने के बाद शाम में हुलापार्टियों की सहायता से वन विभाग ने हाथियो के दल को हीराडीह की ओर खदेड़ दिए जहां से जटिया जंगल की , हुला पार्टी की मदद से हीराडीह की ओर खदेड़े गए जहां से जटिया जंगल में प्रवेश कराने करा दिए जाने की योजना है।
- ज्ञात हो कि हाथियो के दल के शहर में प्रवेश करने से लोग आतंकित हो गए थे जबकि कई लोग हाथियों के दल को देखने के लिए उत्सुक थे। हाथी उग्र ना हो जाए इसलिए प्रशासन की ओर से कई सड़को को बंद कर दिया गया था। शाम में हाथियों के चले जाने से शहर वासियों ने राहत की सांस ली है।
Kharagpur residents heaved a sigh of relief as Gajrajs went back, were driven towards Hiradih with the help of Hula Party.
Kharagpur: The people of South Side area of Kharagpur city heaved a sigh of relief after the Gajrajs went back. It may be noted that in the early hours of Tuesday, Padmapukur via Highway No. 6,
A group of elephants had entered Subhashpalli area in which there were a total of 9 elephants including a cub. After crossing the railway line from Subhashpalli to the Old Settlement, the elephants reached the South Side area, where after staying for the whole day in the forest near the Supervisor Training Centre, in the evening the Forest Department with the help of hula parties drove the group of elephants towards Hiradih from where Jatiya With the help of Hula Party, they were driven towards Hiradih from where there is a plan to allow entry into the Jatiya forest.
It is known that people were terrified when the elephant team entered the city, while many people were eager to see the elephant team. Many roads were closed by the administration to prevent the elephant from becoming furious. The residents of the city heaved a sigh of relief after the elephants left in the evening.
Leave a Reply