खड़गपुर। दक्षिण पूर्व रेलवे मजदूर संघ की ओर से डीआरएम कार्यालय के समक्ष विरोध दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें नये लेबर कोड में मजदूर विरोधी प्रावधान को समाप्त किया जाना, बिना किसी वेतन सीमा के रात्रि ड्यूटी भत्ता का भुगतान, रेलवे में निजीकरण/निगमीकरण पर रोक आदि विषयों पर केंद्र सरकार के विरुद्ध प्रदर्शन किया गया।
जोनल अध्यक्ष प्रहलाद सिंह ने अपने वक्तव्य में केंद्र सरकार की मजदूर नीतियों का पुरजोर विरोध किया तथा अन्य यूनियनों को निष्क्रियता के लिए लताड़ा। इस अवसर पर डीपीआरएमएस में शामिल हुए अजय कर ने 43 हजार 600 से ज्यादा पाने वालों को नाइट एलाउंस बंद करने को श्रमिक विरोधी नीति बताया अजय ने रेलकर्मियों की क्वार्टर व समस्या का जिक्र किया उन्होने रेल कर्मियों को कोविड के लिए शालबनी के बजाय कोलकाता के अनुबंधित अस्पतालों में भेजने की मांग की ताकि कर्मियों का समुचित इलाज हो सके। कार्यक्रम में जोनल कार्यकारी अध्यक्ष दिलीप पाल, खड़गपुर के डिवीजनल समन्वयक टी.एच. राव, खड़गपुर कारखाना के कारखाना सचिव पी. के. कुंडु, सहायक सचिव मनीष चंद्र झा, सहायक सचिव जयंत कुमार, केंद्रीय सदस्य पी. के. पात्रो, जयंत दे, शंकर दे, जयंत लाहा, जी बोस, ओम प्रकाश यादव, बलवंत सिंह, किशन कुमार, एन. एस. राव, मानवेन्द्र बन्दोपाध्याय, मुकुन्द राव, के. कृष्णामूर्ति, पवन श्रीवास्तव, के. सी. मोहंती, ए. के. दुबे, जी एल पी शर्मा, रत्नाकर साहू, एम. रामकृष्णा, पी. श्रीनू, कौशिक सरकार, संतोष सिंह, लोकेश्वर राव, अभिषेक, उमाशंकर, जलज कुमार गुप्ता , शेखर, श्यामंत, संजीव कुमार, संजय कच्छप, संदीप सिंह, एम रामकृष्णा, वी. रवि कुमार व अन्य मौजूद रहे।
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