आम लोगों की तरह जीवन बसर करना चाहता है रामबाबू, व्हाइट कालर क्रिमिनल की नजर में वह ‘माफिया’, युवाओं में बढ़ते आपराधिक गतिविधि से उद्वग्नि: रामबाबू

 

खड़गपुर, अब आम लोगों की तरह जीवन बसर करना चाहते हैं बी रामबाबू। श्रीनू हत्याकांड से बरी होने के बाद जेल से रिहा हो बीते सप्ताह घर आए रामबाबू आज शाम मलिंचा स्थित अपने आवास में मीडिया से मुखातिब हुए व अपराध जगत के अलावा अपने भविष्य की योजनाओं को लेकर चर्चा की। रामबाबू ने खड़गपुर के माहौल पर चिंता जताते हुए कहा कि शहर का माहौल अब काफी बदल गया है अब घर घर में गली गली में दादभाई पैदा हो गए हैं जो अंकुश में नहीं है उन्होंने कहा कि पहले अपराधियों को पकड़ने पर पुलिस ठीक से ‘निबटती’ थी सनातन मंडल जैसे अधिकारी यहां रहे हैं पर बाद में स्थिति बिगड़ी। सन 83 से उसका नाम शहर में चर्चित है पर बीते चार दशक में स्थिति बिगड़ी है। उन्होने कहा कि अगर शहर मे कानून व्यवस्था को ठीक करने के लिए पुलिस आगे आती है तो वे सहयोग देंगे।

सन 2010 के बाद से उसका किसी भी आपराधिक पृष्ठभूमि के लोगों से संबंध नहीं

रामबाबू ने कहा कि सन 2010 में जब वह जेल से  छूट कर आए तो अदालत ने यह शर्त लगा रखी थी कि खड़गपुर के बाहर रहना है व उसके बाद से वह बाहर ही था उसने दावा किया कि सन 10 के बाद उसके व उसके समर्थकों के खिलाफ कोई किसी भी तरह के पैसे मांगने या अन्य आरोप नहीं लगा सकता. उन्होने कहा कि जेल में भी बाकी आरोपियों से उसका कोई संबंध नहीं था क्योंकि वह हेल्थ सेल में रहते थे बाकी लोग जनरल सेल में।

तत्कालीन पुलिस ने मुझे फंसाया, इंसाफ मिला

रामबाबू ने सीधे सीधे तत्कालीन एसपी भारती घोष पर निशाना साधते हुए कहा कि भारती ने ही मुझे श्रीनू नायडू केस में झूठा फंसाया उन्होने कहा कि सिर्फ उसे नहीं बल्कि दिलीप घोष को भी फंसाने की चेष्टा की गई पर चूंकि वह नेता थे इसलिए दिलीप बच गए व उसके साथ नाइंसाफी हुई कोर्ट द्वारा बरी किए जाने को कहा कि लंबे संघर्ष के बाद उसे इंसाफ मिला। टीएमसी पार्षद पूजा की ओऱ से मारपीट की धमकी पर कहा कि अगर यह सच होता तो जिसने फोन पर धमकाया उसके खिलाफ शिकायत करती पर उसने नहीं किया यानि आरोप सच नहीं है।

जमीन की प्रोमोटरी व स्क्रैप व्यवसाय को आगे बढ़ाना चाहता है रामबाबू

61 वर्षीय रामबाबू ने कहा कि अब वह सामान्य जीवन व्यतीत करना चाह रहे हैं। वह अब जमीन की प्रोमोटरी व स्क्रैप व्यवसाय में ध्यान लगाना चाहते हैं व परिवार के साथ समय बिताना चाहते हैं उन्होने कहा कि वे शहर में व्यवसाय करेंगे या बाहर भी यह अभी तय नहीं हुआ है। पत्रकारों के पूछे जाने पर कि उक्त व्यवासय में भी माहौल ठीक नहीं है उन्होने कहा कि अगर उसके साथ अन्याय हुआ तो वे प्रशासन की मदद मांगेगे गलत रास्ता चुने जाने के वे खिलाफ है। उसने बताया कि अब उसका स्वास्थय भी पहले जैसा नहीं रहा।

व्हाइट कालर क्रिमिनल ने उसे बताया माफिया

रामबाबू ने कहा कि व्हाइट कालर क्रिमिनल ही उसे माफिया बताते हैं आम लोग नहीं क्योंकि उसके रहने से व्हाइट कालर क्रिमिनल की दाल नहीं गलेगी इसलिए उसे बदनाम किया जाता है। उन्होने कहा कि मीडिया भी उसे क्रिमिनल, माफिया बताती रही है उन्होने कहा कि उसके बारे में लिखने से पहले उससे भी स्पष्टीकरण मीडिया को लेनी चाहिए फिर जो सच है वह छापे यह उसका अधिकार है।

राजनीति में जाने की फिलहाल कोई योजना नहीं

रामबाबू ने कहा कि फिलहाल उसका राजनीति में जाने का कोई इरादा नहीं है उन्होने कहा कि सन 15 में उसने अंजना साखरे का प्रचार व्यक्तिगत संबंधों के कारण किया था पार्टी के लिए नहीं। उन्होने कहा कि राजनीतिक दल एक दूसरे को नीचा दिखाने के लिए दुष्प्रचार करते रहते हैं। यह पूछे जाने पर कि सरकारी वकील ने श्रीनू मामले में जजमेंट  को हाईकोर्ट में चुनौती देने की बात कही है उन्होने कहा कि अगर नोटिस मिला तो लीगल बैटल लड़ेंगे।

प्रशासन को भी बता चुके हैं नए सिरे से जिंदगी शुरु करना चाहते हैः रामबाबू

रामबाबू ने बताया कि वह अब नए सिरे से जिंदगी शुरु करना चाहते हैं यह प्रशासन को बता दिया है रामबाबू ने कहा कि उसने पुलिस व सिविल प्रशासन को पत्र लिखकर अपने फैसले से अवगत करा दिया है कि अब वह सिर्फ अपने बिजनेस में ध्यान देना चाहते हैं ताकि उसके परिवार पर कोई अंगुली नहीं उठा सके।

Rambabu wants to live life like common people, he is ‘mafia’ in the eyes of white collar criminal, worried about increasing criminal activity among youth: Rambabu

Kharagpur, now B Rambabu wants to lead a life like common people. Rambabu, who came home last week after being acquitted in the Srinu murder case, addressed the media at his residence in Malancha this evening and discussed his future plans apart from the crime world. Expressing concern over the atmosphere of Kharagpur, Rambabu said that the atmosphere of the city has changed a lot, now Dadbhai has been born in every street, which is not under control. There were officers like Sanatan Mandal here but later the situation deteriorated. His name is famous in the city since 1983, but the situation has deteriorated in the last four decades. He said that he will cooperate if the police comes forward to restore law and order in the city.

Since 2010, he has no relation with people of any criminal background.

Rambabu said that when he came out of jail in 2010, the court had put a condition that he has to stay outside Kharagpur and since then he was outside. No one can demand any kind of money or make any other allegations. He said that even in the jail he had no relation with the rest of the accused as he used to live in the health cell while others in the general cell.

police framed me, got justice

Rambabu directly targeted the ex SP Bharti Ghosh and said that it was Bharti who falsely implicated me in the Sreenu Naidu case. Injustice meted out to him and he was acquitted by the court saying that he got justice after a long struggle. On the threat of assault from TMC councillor Pooja, she said that if it was true, she would have complained against the person who threatened her on the phone, but she did not, that is, the allegation is not true.

61-year-old Rambabu said he now wants to lead a normal life. He now wants to focus on  promotor and scrap business of the land and wants to spend time with his family. When asked by journalists that the atmosphere in the said business is also not good, he said that if injustice is done to him, he will seek the help of the administration. He is against choosing the wrong path. He told that now his health is also not the same as before.

White collar criminal told him mafia

Rambabu said that only white collar criminals call him mafia and not common people because white collar criminal’s lentils will not be eaten by his stay, so he is defamed. He said that the media has also been calling him a criminal, a mafia. He said that before writing about him, the media should also seek clarification from him, then it is their right to print what is true.

No plans to go into politics at the moment

Rambabu said that at present he has no intention of going into politics. He said that in 1915 he campaigned for Anjana Sakhre because of personal relations and not for the party. He said that political parties keep doing bad propaganda to humiliate each other. On being asked that the public prosecutor has said that he would challenge the judgment in the Srinu case in the High Court, he said that he would fight a legal battle if he gets the notice.

Have also told the administration that they want to start life afresh: Rambabu

Rambabu said that he now wants to start life afresh and has told this to the administration. Rambabu said that he has written a letter to the police and civil administration informing them of his decision that now he only wants to focus on his business. So that no one can point fingers at his family.

 

রামবাবু সাধারণ মানুষের মতো জীবনযাপন করতে চান, তিনি হোয়াইট কলার অপরাধীর চোখে ‘মাফিয়া’, যুবকদের মধ্যে অপরাধমূলক কর্মকাণ্ড বৃদ্ধি নিয়ে উদ্বিগ্ন: রামবাবু
খড়্গপুর, এখন বি রামবাবু সাধারণ মানুষের মতো জীবনযাপন করতে চান। শ্রীনু হত্যা মামলায় খালাস পাওয়ার পর গত সপ্তাহে বাড়িতে আসা রামবাবু, আজ সন্ধ্যায় মালিঞ্চায় তার বাসভবনে মিডিয়ার সাথে সম্বোধন করেন এবং অপরাধ জগতের বাইরে তার ভবিষ্যত পরিকল্পনা নিয়ে আলোচনা করেন। খড়্গপুরের পরিবেশ নিয়ে উদ্বেগ প্রকাশ করে রামবাবু বলেন, শহরের পরিবেশ অনেকটাই বদলে গেছে, এখন প্রতিটি রাস্তায় দাদাভাইয়ের জন্ম হয়েছে, যা নিয়ন্ত্রণে নেই। এখানে সনাতন মণ্ডলের মতো অফিসার ছিলেন কিন্তু পরে পরিস্থিতির অবনতি হয়। 1983 সাল থেকে শহরে তার নাম , কিন্তু গত চার দশকে পরিস্থিতির অবনতি হয়েছে। নগরীর আইনশৃঙ্খলা ফিরিয়ে আনতে পুলিশ এগিয়ে এলে তিনি সহযোগিতা করবেন বলে জানান।

2010 সাল থেকে, কোনো অপরাধী ব্যাকগ্রাউন্ডের লোকদের সাথে তার কোনো সম্পর্ক নেই।

রামবাবু বলেন, 2010 সালে জেল থেকে বেরিয়ে আসার সময় আদালত শর্ত দিয়েছিল যে তাকে খড়্গপুরের বাইরে থাকতে হবে এবং তখন থেকে তিনি বাইরে ছিলেন।কেউ কোনো ধরনের টাকা দাবি করতে বা অন্য কোনো অভিযোগ করতে পারবে না। তিনি বলেন, কারাগারে থাকলেও বাকি আসামিদের সঙ্গে তার কোনো সম্পর্ক নেই কারণ তিনি স্বাস্থ্যসেলে থাকতেন এবং অন্যরা জেনারেল সেলে থাকতে.

রামবাবু সরাসরি তৎকালীন এসপি ভারতী ঘোষকে লক্ষ্য করে বলেছিলেন যে ভারতীই আমাকে মিথ্যাভাবে শ্রীনু নাইডু মামলায় জড়ানো হয়েছিল।তার প্রতি অবিচার করা হয়েছিল এবং তিনি দীর্ঘ সংগ্রামের পর ন্যায়বিচার পেয়েছেন বলে আদালত থেকে খালাস পেয়েছিলেন। টিএমসি কাউন্সিলর পূজার মারধরের হুমকির বিষয়ে, তিনি বলেছিলেন যে এটি সত্য হলে, যে ব্যক্তি তাকে ফোনে হুমকি দিয়েছে তার বিরুদ্ধে তিনি অভিযোগ করতেন, কিন্তু তিনি তা করেননি, অর্থাৎ অভিযোগটি সত্য নয়।

জমির প্রচার ও স্ক্র্যাপ ব্যবসাকে এগিয়ে নিতে চান রামবাবু

৬১ বছর বয়সী রামবাবু জানান, তিনি এখন স্বাভাবিক জীবনযাপন করতে চান। তিনি এখন জমির প্রচার ও স্ক্র্যাপ ব্যবসায় মনোযোগ দিতে চান এবং পরিবারের সাথে সময় কাটাতে চান।তিনি বলেন, শহরে ব্যবসা করবেন নাকি বাইরে তা এখনো ঠিক হয়নি। ওই ব্যবসার পরিবেশও ভালো না জানতে চাইলে সাংবাদিকরা বলেন, তার সঙ্গে অন্যায় হলে প্রশাসনের সহায়তা নেবেন, তিনি অন্যায় পথ বেছে নেওয়ার বিরুদ্ধে। তিনি জানান, এখন তার স্বাস্থ্যও আগের মতো নেই।

হোয়াইট কলার অপরাধী তাকে বলে মাফিয়া

রামবাবু বলেছিলেন যে কেবল হোয়াইট কলার অপরাধীরাই তাকে মাফিয়া বলে, সাধারণ মানুষ নয় কারণ তার উপস্থিতির কারণে হোয়াইট কলার অপরাধীরা মানহানিকর হয়। মিডিয়াও তাকে অপরাধী, মাফিয়া বলে আখ্যা দিয়ে আসছে।তিনি বলেন, তাকে নিয়ে লেখার আগে মিডিয়ারও তার কাছে ব্যাখ্যা চাওয়া উচিত, তাহলে সত্য যা ছাপানো তাদের অধিকার।

আপাতত রাজনীতিতে আসার কোনো পরিকল্পনা নেই

রামবাবু বলেন, বর্তমানে তার রাজনীতিতে যাওয়ার কোনো ইচ্ছা নেই।তিনি বলেন, 1915 সালে দলের জন্য নয়, ব্যক্তিগত সম্পর্কের কারণে তিনি অঞ্জনা সাখরের পক্ষে প্রচার করেছিলেন। তিনি বলেন, রাজনৈতিক দলগুলো একে অপরকে হেয় করার জন্য অপপ্রচার চালিয়ে যাচ্ছে। পাবলিক প্রসিকিউটর শ্রীনু মামলার রায়কে হাইকোর্টে চ্যালেঞ্জ করার কথা বলেছেন জানতে চাইলে তিনি বলেন, নোটিশ পেলে তিনি আইনি লড়াই করবেন।

প্রশাসনকেও বলেছেন যে তারা নতুন করে জীবন শুরু করতে চান: রামবাবু

রামবাবু বলেছিলেন যে তিনি এখন নতুন করে জীবন শুরু করতে চান এবং এটি প্রশাসনকে জানিয়েছেন।রামবাবু বলেছেন যে তিনি পুলিশ এবং সিভিল প্রশাসনকে চিঠি লিখে তাঁর সিদ্ধান্তের কথা জানিয়েছেন যে তিনি এখন কেবল তাঁর ব্যবসায় মনোনিবেশ করতে চান। তার পরিবারের দিকে কেউ আঙুল তুলতে পারে না।

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