खड़गपुर। पूर्व मेदिनीपुर जिले के पटाशपुर थाना के गोकुलपुर ग्राम पंचायत इलाके के बासुती नदी में मछली पकड़ने गए मछुआरों के जाल में एक मगरमच्छ का बच्चा फंसने से मछुआरे व उनके परिजन बेहद आतंकित है। ज्ञात हो कि इससे पहले भी बीते 12 व 23 सितंबर को खेजुरी व पांचुड़िया इलाके के समुद्र में भी ऐसा ही दो मगरमच्छ का बच्चा मछुआरों की जाल में फंसा था अब फिर से निकटवर्ती इलाके में ही एक और मगरमच्छ का बच्चा जाल में फंसने से मछुआरों का चिंतित होना स्वभाविक है। जानकारी के मुताबिक जो मगरमच्छ का बच्चा बासुती नदी में पाया गया उसका आकार पहले पकड़े गए दोनों मगरमच्छों से बड़ा बताया जा रहा है।
ज्ञात को कि खेजुरी का लगभग 15 किलोमीटर का समुद्री इलाका मैंग्रोव के वनों से घिरा हुआ है जोकि मगरमच्छ के रहने व अण्डा देने का उत्तम स्थान माना जाता है व एक मगरमच्छ एक बार में 85-100 अण्डे देती है। ऐसे में जाहिर है कि उस इलाके में और भी छोटे मगरमच्छ व उनकी मां मौजूद होगी इस वजह से ही सभी मछुआरे डरे हुए है। मछुआरों का कहना है कि अगर प्रशासन इस मामले में ध्यान देते हुए उनके सुरक्षा के लिए कोई कदम उठाएगी तो वे लोग भयमुक्त होकर मछली पकड़ने जा सकेंगे।
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