पश्चिम मेदिनीपुर जिले के सदर ब्लॉक के जामकुंडा ग्राम के तालाब किनारे आदिवासी दंपत्ति की निश्चेत देह पाई गई . प्रत्यक्षदर्शीयों के बयान के मुताबित मछली चोरी रोकने के लिए तालाब मालिक द्वारा बिजली की नंगी तार बिछाई गई थी . लोगों का कयास है आदिवासी दंपत्ति नित्यकर्म या किसी अन्य काम से आए हो सकते हैं और अनजाने विद्युत के स्पर्श में आ जाने से मौत हो गई होगी . घटना के विरोध में आदिवासी समाज व ग्रामीणों में तालाब मालिक के कठोर सज़ा की मांग करते हुए जोरदार विरोध शुरु किए वह आरोपी पंचायत सदस्य के घर में तोड़फोड़ की जिससे मौके पर हालात काबू में लाने के लिए विशाल पुलिस बल पहुंची और हालात को सामान्य किया .
गौर तलब हो कि आदिवासियों के सराई पर्व के
दिन ही आदिवासी दंपत्ति की मृत्यु से जामकुंडा ग्राम में उत्तेजना की लहर छा गई . पता चला है मृत युवक का नाम बापी मांडी(35) एवं महिला का नाम है मुगली मांडी(30) है . बुधवार सुबह दंपत्ति के नाबालक पुत्र जब अपने माता-पिता को नही पाया तो यहां-वहां ढुंढने लगा साथ ही रोते हुए सबको बताया फिर जब सभी मिलकर पड़ताल की तो पाए बापी और मुगली याने मांडी दंपत्ति तालाब किनारे बिजली का सपर्श से मारे गए हैं . आदिवासी दंपत्ति के एक आत्मीय विपिन मुर्मू के अनुसार : “वे लोग भोर बेला में मछली मारने या दैनिक कर्म से निवृत्त होने आए हो सकते हैं आगे पुलिस तहकीकात करे .” खबर पा मौके पर पहुंची कोतवाली थाना की पुलिस महौल पर नियंत्रण लाने के पश्चात पूछताछ शुरु की है . लोग अविलंब तालाब मालिक व पांचखुरी 2 नम्बर अंचल के पंचायत सदस्य शेख सैयद अली के गिरफ्तारी की सामूहिक मांग कर रहे हैं जो कि फरार है। ग्रामीणों के विरोध के बाद दोपहर में पुलिस दम्पत्ति के शव को बरामद कर मेदिनीपुर मेडिकल कालेज में अंत्य परीक्षण के लिए भेजा घटना से इलाके में शोक व उत्तेजना व्याप्त है।
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