अस्ताचल भाष्कर को अर्ध्य बुधवार की शाम को
व्रतियों ने ग्रहण किया खरना का प्रसाद
खड़गपुर। खड़गपुर व आसपास इलाके में गुरुवार की शाम अस्ताचल भास्कर को अर्ध्य दिया जाएगा इसके लिए घाटों को साफ सफाई कर सजाया गया है। इधर आस्था का महापर्व छठ पूजा के दूसरे दिन छठ व्रतियों ने बुधवार की रात खरना का प्रसाद ग्रहण किया।
इस अवसर पर विशेष खीर व रोटी बनाकर व्रतियों ने पूजा अर्चना की व इसी के साथ व्रतधारियों का निर्जला उपवास शुरु हो गयाशुक्रवार की सुबह उगते हुए सूर्य को अर्ध्य देने के साथ ही महापर्व का समापन होगा।ज्ञात हो कि मंगल को लौकी भात के साथ पूजा की शुरुआत हुई थी।
छठ पूजा के कारण आज शहर के प्रमुख गोलबाजार व खरीदा बाजार में फूल, फल की खरीददारी करने वालों की गहमागहमी रही। खरीदा बाजार में गन्ना 40 रू व केले की कांदी 200से 250 रू में बिकी।
इधर छठ को लेकर मंदिर तालाब सहित अन्य तालाबों की साफ सफाई की गई। इधर चहुंओर छठ मैया की लोकगीतों ने माहौल को भक्तिमय बना दिया है।
Asthachal Bhaskar ardhya on Wednesday evening
The devotees accepted the Prasad of Kharna.
Kharagpur. In Kharagpur and surrounding areas, Ardhya will be offered to Astachal Bhaskar on thursday evening. For this, the ghats have been cleaned and decorated. Here, on the second day of Chhath Puja, the great festival of faith, Chhath devotees took the Prasad of Kharna on wednesday night.
On this occasion, the devotees prepared special kheer and roti and offered prayers and with this, the waterless fast of the devotees started. On friday morning, the great festival will end with offering Ardha to the rising sun. Let it be known that on Tuesday, gourd is served with rice. The puja had started.
Due to Chhath Puja, today there was a rush of people shopping for flowers and fruits in the city’s main Gol Bazaar and Buy Market. In the bought market, sugarcane was sold for Rs 40 and banana candy for Rs 200 to Rs 250.
Here, on the occasion of Chhath, the temple pond and other ponds were cleaned. Everywhere the folk songs of Chhath Maiya have made the atmosphere devotional.