खड़गपुर, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आज अपने बंगाल प्रवास के दौरान कोलकाता हाईकोर्ट के 2010 के बाद बने ओबीसी प्रमाण पत्र को रद्द करने का स्वागत करते हुए कहा कि वह धर्म पर आधारित आरक्षण का विरोध करते हैं।
अमित शाह ने केंद्रीय न्यूज एजेंसी से बात करते हुए कहा कि किसी भी तरह की सर्वेक्षण व प्रक्रिया का पालन करते हुए ममता सरकार ने 118 मुसलमान जातियों को ओबीसी प्रमाण पत्र दिया था उन्होने आरोप लगाया कि ओबीसी, एस व एसटी को मिले आऱक्षण पर सेंधमारी इसका उद्येश्य था। ठीक इसी तरह से कर्नाटक व तेलंगाना सरकार ने भी पिछड़े जातियों को मिले आरक्षण पर वोटबैंक के खातिर सेंधमारी की भाजपा धर्म के आधार पर आऱक्षण का विरोध करती है व हाईकोर्ट के निर्णय का स्वागत करती है।
इधर हाईकोर्ट के निर्णय पर प्रतिक्रिया देते हुए टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी ने इसे भाजपा का षड़यंत्र करार दिया। अभिषेक चंद्रकोणा में झाड़ग्राम के टीएमसी प्रत्याशी कालीपद सोरेन के समर्थन में सभा कर रहे थे उन्होने टीएमसी को जिताने की अपील की।ज्ञात हो कि हाईकोर्ट के उक्त निर्णय से लगभग 5 लाख प्रमाणपत्र रद्द हो जाएंगे हांलाकि न्यायालय ने निर्णय़ दिया है कि उक्त अवधि में बने प्रमाणपत्र से अगर किसी को नौकरी मिल गई है तो वह नहीं जाएगी हांलाकि उक्त प्रमाणपत्र के आधार पर नौकरी के लिए आवेदन नहीं कर सकते।
ममता ने कहा कि हाय कोर्ट के शिक्षक नियुक्ति के फैसले को हम लोगों ने नहीं माना और आज के फैसले को भी नहीं मानेंगे.
टीएमसी जितना दमन करेगी उतना ही कमल खिलेगा
अमित शाह आज पुर्व मेदिनीपुर जिले के कांथी लोकसभा प्रत्याशी सहित अन्य प्रत्याशी के समर्थन में सभा व रोड शो किया। अमित ने हिऱण के समर्थन में डेबरा में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए कहा कि टीएमसी जितना दमन नीति चलाएगी उतना ही कमल खिलेगा। उन्होने कहा कि ममता के मंत्री के घर में रेड होने से 50 करोड़ मिला जबकि शुभेंदु के कोलाघाट स्थित भाड़े के घर में पुलिस ने रेड चलायी तो 25 पैसे भी नहीं मिले.
उन्होने हिरण के निजी सहायक के घर में पुलिस छापामारी व खड़गपुर मध्यमंडल श्री राव की गिरफ्तारी का विरोध करते हुए कहा कि इस तरह की गतिविधि से अब कोई फायदा नहीं होने वाला जितना कीचड़ टीएमसी उछालेगी राज्य में उतना ही कमल खिलेगा।