खड़गपुर, खदान में नहाने गए 15 वर्षीय बिश्वजीत की जल में डूबने से मौत हो गई जिससे इलाके में शोक व्याप्त हो गया। जानकारी के मुताबिक मंगलवार को दोपहर लगभग 12 बजे छोटा टेंगरा निवासी बिश्वजीत उसके छोटे भाई सुरजित व पड़ोस के उसी उम्र के दो अन्य दोस्त घऱ से लगभग आधा किलोमीटर दूर नाड़ीरुम (नया स्टेशन) स्थित खदान में नहाने गए थे सभी ने कपड़े उतारे नहाने के लिए पानी में उतरे व विश्वजीत भी पानी में छलांग लगा दी विश्वजीत को तैरना नहीं आता था नहाते वक्त विश्वजीत पानी में डूब गया जिसके बाद बाकी तीनों भयभीत हो गए व अपने अपने घर आ गए।
बिश्वजीत के पिता जो कि भुवनेश्वर में राजमिस्त्री का काम करता है वोट देने के लिए कल ही घर पहुंचा। पिता शिब शंकर दास का कहना है कि उसकी पत्नी भी यहां रेजा का काम करती है घर में दोनों भाई रहते थे दादी भी अपनी छोटी बुआ जिसका विवाह इंदा में हुआ है सोमवार को वह इंदा गई थी। दोनों भाई सिद्धेश्वरी हाई स्कुल के छात्र है बड़े ने पिछले वर्ष ही सातवीं कक्षा में पढ़ाई छोड़ दी जबकि छोटा अभी सातवीं में पढ़ता है। बिश्वजीत छिटपुट काम भी करता था छोटे ने बताया बड़ा भाई काम करने गया है मंगलवार की रात घर पर ना आऩे से खोज शुरु हुई आखिरकार बुधवार को भी दिन भर बिश्वजीत घर नहीं आय़ा तो छोटे भाई ने बताया कि बिश्वजीत तालाब में डूब गया है जिसके बाद नीमपुर टीओपी में खबर दी गई।
नीमपुरा टीओपी प्रभारी प्रशांत कुमार घोष ने बताया कि बुधवार की रात खबर मिलने पर फायर ब्रिगेड व सिविल डिफेंस की मदद ली गई। आखिरकार गुरुवार की सुबह सात बजे लोगों ने बिश्वजीत को पानी में उतराते देखा तो फिर सिविल डिफेंस की मदद से शव को बरामद कर अंत्यपरीक्षण के लिए खड़गपुर महकमा अस्पताल भेजा गया जहां अंत्यपरीक्षण करा शव को परिजन को अंतिम संस्कार के लिए भेज दिया।
बिश्वजीत के पिता शिब शंकर ने बताया कि कभी कभार वह घर आता है लेकिन वोट के लिए बुलावा आने पर वह यहां आए थे लेकिन उसका सब कुछ लूट गया। मां की भी सुबह से रो रो कर हाल बुरा है। शिव शंकर ने बताया कि बिश्वजीत के डूबने से बच्चे इतने डरे हुए थे कि पहचान मिटाने के लिए बच्चों ने बिश्वजीत के कपड़े जिसे खोलकर वह नहाने गया था उसे भी जला दिया था।
वार्ड नंबर 32 के पार्षद मुकेश हुमने ने बताया कि घटना की जांच पुलिस कर रही है घटनास्थल में आरपीएफ भी पहुंची थी। मोरम व मिट्टी खदान में पानी गहरा है। घटना से इलाके में शोक व्याप्त है। पुलिस रहस्यमय मौत का मामला दर्ज कर मामले की जांच कर रही है।
স্নান করতে যাওয়া ১৫ বছর বয়সী বিশ্বজিৎ জলে ডুবে মারা যায়, দুদিন পর লাশ পাওয়া যায়, ফায়ার ব্রিগেড ও সিভিল ডিফেন্সের সাহায্য নেওয়া হয়, এলাকায় শোকের ছায়া
খড়্গপুর: mines খনিতে স্নান করতে যাওয়া 15 বছরের বিশ্বজিৎ জলে ডুবে মারা গেলে এলাকায় শোকের ছায়া। জানা গেছে, মঙ্গলবার দুপুর ১২টার দিকে ছোট টেংরার বাসিন্দা বিশ্বজিৎ, তার ছোট ভাই সুরজিৎ ও পাড়ার সমবয়সী আরও দুই বন্ধু songe নাদিরুম (নতুন স্টেশন) এলাকায় অবস্থিত খনিতে স্নান করতে গিয়েছিল। বাড়ি থেকে 500 মিটার দূরে জলে নামল বিশ্বজিৎ সাঁতার কাটতে না পেরে জলে ডুবে গেল তিনজন ভয় পেয়ে নিজ নিজ বাড়িতে চলে আসে।
ভুবনেশ্বরে রাজমিস্ত্রির কাজ করা বিশ্বজিতের বাবা গতকাল ভোট দিতে বাড়িতে পৌঁছেছেন। বাবা শিব শঙ্কর দাস বলেছেন যে তার স্ত্রীও এখানে রেজা হিসাবে কাজ করে, দুই ভাইই বাড়িতে থাকতেন, দাদিও সোমবার ইন্দায় গিয়েছিলেন. দুই ভাই সিদ্ধেশ্বরী উচ্চ বিদ্যালয়ের ছাত্র, বড়জন গত বছর সপ্তম শ্রেণীতে পড়ালেখা ছেড়ে দেয় আর ছোটটি বর্তমানে সপ্তম শ্রেণীতে পড়ছে। কাজও করত বিশ্বজিৎ। ছোট ভাই জানান, বিশ্বজিৎ পুকুরে ডুবে মারা গেছেন, এরপরই খবর দেওয়া হয় নিমপুর top ke।
নিমপুর top ইনচার্জ প্রশান্ত কুমার ঘোষ জানান, বুধবার রাতে খবর পেয়ে ফায়ার ব্রিগেড ও সিভিল ডিফেন্সের সহায়তা নেওয়া হয়। অবশেষে বৃহস্পতিবার সকাল সাতটা নাগাদ মানুষ বিশ্বজিতকে জলে দেখে, তারপর সিভিল ডিফেন্সের সাহায্যে মৃতদেহ উদ্ধার করে ময়নাতদন্তের জন্য খড়্গপুর sub divisional হাসপাতালে পাঠানো হয়, যেখানে ময়নাতদন্তের পর মৃতদেহ শেষকৃত্যের জন্য পরিবারের কাছে পাঠানো হয়েছে।
বিশ্বজিতের বাবা শিব শঙ্কর জানান, তিনি মাঝেমধ্যে বাড়িতে আসেন কিন্তু ভোট দিতে ডাকলে তিনি এখানে আসেন কিন্তু তার সবকিছু লুট হয়ে যায়। সকাল থেকে কান্নাকাটি করে মায়ের অবস্থাও খারাপ। শিব শঙ্কর বলেছিলেন যে বিশ্বজিতের ডুবে শিশুরা এতটাই ভয় পেয়েছিল যে তার পরিচয় গোপন করার জন্য, তারা স্নান করতে গিয়ে বিশ্বজিতের জামাকাপড়ও পুড়িয়ে দিয়েছে ।
32 নম্বর ওয়ার্ড কাউন্সিলর মুকেশ হুমনে বলেছেন যে পুলিশ ঘটনাটি তদন্ত করছে এবং আরপিএফও ঘটনাস্থলে পৌঁছেছে। মোরাম ও মাটির খনির পানি গভীর। এ ঘটনায় এলাকায় শোকের ছায়া নেমে এসেছে। পুলিশ রহস্যজনক মৃত্যুর মামলা দায়ের করেছে এবং বিষয়টি তদন্ত করছে।