अभी तक सिर्फ 77 शवों की हुई शिनाख्ती, अनुदान के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी

 

Train no. 12841 Shalimar-Chennai Coromandal Exp & Train no. 12864 Sir M Visvervaraya –Howrah Superfast Express got derailed near Bahanagabazar railway station on 02.06.2023.

Many passengers suffered casualties and injuries in the tragic accident. Rescue operations were over and injured were taken to the nearby hospitals. The mortal remains of the deceased victims are being handed over to their family members. As of now 77 bodies of the deceased were identified at Balasore, Soro and Bahanagabazar.

Though no compensation is enough to match the sorrow of the grieved families, yet as an Ex Gratia, monetary compensations are being granted to the deceased and injured victims of this tragic incident.

Survivors, family members of the victims can approach Balasore station, hospital or may contact at the helpline numbers of Balasore (8249591559, 7978418322, Rly no. 64810, 9439981999) and claim their Ex gratia Relief by producing valid documents.

At this hour of grief, Railways is trying to extend all hands to help the victims and their family members claims rly.

 

ट्रेन सं. 12841 शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस और ट्रेन सं. 12864 सर एम विश्ववरैया-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस 02.06.2023 को बहनगाबाजार रेलवे स्टेशन के पास पटरी से उतर  हादसे का शिकार हो गई।

इस दर्दनाक हादसे में कई यात्री हताहत हुए और घायल हुए। बचाव अभियान खत्म हो गया और घायलों को नजदीकी अस्पतालों में ले जाया गया। मृतक पीड़ितों के पार्थिव शरीर उनके परिजनों को सौंपे जा रहे हैं। अब तक बालासोर, सोरो और बहनाबाजार में मृतकों के 77 शवों की पहचान की जा चुकी है।

हालांकि कोई भी मुआवजा पीड़ित परिवारों के दुख से मेल खाने के लिए पर्याप्त नहीं है, फिर भी इस दुखद घटना के मृतक और घायल पीड़ितों को अनुग्रह राशि के रूप में आर्थिक मुआवजा दिया जा रहा है।

पीड़ित परिवार के सदस्य बालासोर स्टेशन, अस्पताल से संपर्क कर सकते हैं या बालासोर के हेल्पलाइन नंबरों (8249591559, 7978418322, रेलवे नंबर 64810, 9439981999) पर संपर्क कर सकते हैं और वैध दस्तावेज प्रस्तुत करके अपनी अनुग्रह राहत राशि का दावा कर सकते हैं।

रेलवे का खाना है कि दुख की इस घड़ी में रेलवे पीड़ितों और उनके परिवार के सदस्यों की मदद के लिए हर संभव प्रयास किया जा  रहा है।

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