रघुनाथ प्रसाद साहू /94342 42363
खड़गपुर, ‘आमी नोय आमरा’ स्लोगन से शुरु हुए खड़गपुर म्युनिसिपैलिटी चैंपियंस ट्राफी के फाइनल में दबाव के आगे वार्ड 27 बिखर गई व सेमीफाइनल में आसान जीत दर्ज करने वाली वार्ड 27 को हार का सामना करना पड़ा व आखिरकार वार्ड 28 के नाम खड़गुपर म्युनिसिपैलिटी चैंपियंस ट्राफी हो गया। कहा जाता है कि क्रकेट नर्व का गेम है जो टीम दबाव में अपने नर्व को बेहतर तरीके से संतुलित कर पाती है जीत का सेहरा उसी के सिर बंधता है। ज्ञात हो कि वार्ड 28 पहेल बैटिंग करते हुए निर्धारित 6 ओवर में 1 विकेट के नुकसान पर 104 रन जोड़े वार्ड 27 के गेंदबाज विकेट चटकाने में असफल रहे।
105 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी वार्ड 27 की टीम के विकेट लगातार अंतराल पर गिरते रहे व आखिरकार 6 विकेट के नुकसान पर 55 रन ही बना सकी। 28 कीओर से सर्वाधिक 20 गेंद में 6 छक्को व 2 चौके की मदद से 61 रन बनाए व किशोर बाबू के साथ अच्छी साझेदारी की। जबकि वार्ड 27 की ओऱ से सर्वाधिक उमेश मांगो 8 गेंद में 20 रन बनाए। वार्ड 28 की ओर से अमित संटा ने घातक गेंदबाजी करते हुए दो ओवर में 9ल रन खर्च कर तीन विकेट चटकाए जिसका साथ दीपग व बिनय बखूबी दिया दीपक ने दो व बिनय ने 1 विकेट लिए।
इसस पहले सेमीफाईनल में वार्ड 27 ने 12 को 7 विकेट से मात दे फाइनल में जगह बनाई थी वार्ड 12 पहले बैंटिंग करते हुए 6 विकेट के नुकसान पर 71 रन बनाए जवाब में तीन गेंद शेष रहते 27 ने 3 विकेट के नुकसान पर 72 बना लिए थे।
जबकि दूसरे सेमीफाइनल में वार्ड 28 ने पहले बैटिंग करते हुए 3 विकेट के नुकसान पर 88 रन बनाए थे 89 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी वार्ड 22 4 विकेट के नुकसान पर 50 रन ही बना सकी थी व मैच 39 रन से जीत वार्ड 28 सेमीफाईनल में जगह बनाई थी।