एडेनो वायरस adeno virus नामक एक नया वायरस मिलीहै।. 2 वर्ष तक की आयुवर्ग के शिशुओं को अपने गिरफ्त में लेना ज्यादा खतरनाक बताया जा रहा है .बीते कल पश्चिम मेदिनीपुर जिला स्वास्थ्य अधिकारी सौम्य शंकर षाडंगी , मेदिनीपुर मेडिकल कॉलेज अध्यक्ष मौसमी नंदी , शिशु विभाग के प्रधान तारापद घोष एक जरुरी बैठक कर जन साधारण के लिए कुछ निर्देश देते हुए कहा – ” यदि ( 0-5 ) वर्ष आयुवर्ग के बच्चे को तीन दिन ज्वर रहता है तो आवश्यक रुप से डॉ दिखाएं साथ ही यदि सांस लेने में कष्ट हो या तेज गति से सांस चले तो भी डॉ से सलाह लें. ” जिले के स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सौम्य शंकर षाडंगी ने बताया – ” राज्य के अनेको जिले में इन दिनों बच्चों के सांस कष्ट की समस्या देखी जा रही है जो कोविड से भी भयावह है व इसे एडिनो वायरस नाम से चिन्हित किया गया है . अब तक पश्चिम मेदिनीपुर जिला इसके प्रभावित नही है . ”
मालूम हो कोलकाता में बच्चों के सारे अस्पताल ओवर क्राउडेड हो चुके हैं . इस संक्रमण का शुरुआती लक्षण कोविड या कोई सामान्य वायरल संक्रमित ज्वर सा ही होता है परंतु 3-4 दिन बाद ही यह घातक रुप ले लेता है . स्वास्थ दफ्तर सूत्रों के अनुसार कोलकाता बेलेघाटा के आईडी अस्पताल के आईसीयू में फिलहाल कोई बेड खाली नही है .
फिलहाल इस नए वायरस के मुख्य प्रभावित क्षेत्र हैं कोलकाता , दोनों 24 परगना , नदिया एवं हुगली जिला . इस महामारी से निबटने की कार्य योजना पर विमर्श के लिए एक बैठक हुई जिसमें स्वास्थ दफ्तर के प्रधान सचिव डॉ नारायण स्वरुप निगम व उनका अमला साथ ही अधिकारीगण शामिल हुए , पश्चिम मेदिनीपुर जिला समेत अन्य जिलों के स्वास्थ्य विभाग के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी , मेडिकल कॉलेज के अध्यक्ष , सूपर व विशेषज्ञ चिकित्सक वर्चुअली शामिल हुए . इस बैठक द्वारा पश्चिम मेदिनीपुर समेत अन्य जिलों के स्वास्थ्य अधिकारी को सचेत – सतर्क रहने व अनिवार्य तैयारी रखने का निर्देश दिया गया है । चांदमारी अस्पताल के सुपरिटेंडेंट उत्तम मांडी ने बताया कि वायरस से सतर्क रहने की गाइड लाइन मिलीहै।
जानकारी के अनुसार मल सामग्री (पूप) दूषित पानी, गंदे डायपर और खराब हाथ धोने के माध्यम से संक्रमण फैला सकती है। ग्रीष्मकालीन शिविरों में एडेनोवायरस का प्रकोप स्विमिंग पूल और झीलों में दूषित पानी से जुड़ा हुआ है। एक बच्चा किसी ऐसे व्यक्ति को छूकर भी वायरस उठा सकता है जिसके पास यह है।