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थमने का नाम नहीं ले रहा चेयरमैन पद को लेकर विवाद, जिला नेतृत्व ने विक्षुब्ध गुट से पांच दिनों की मांगी मोहलत

खड़गपुर, तृणमूल जिला अध्यक्ष तक भी विवाद और शिकायत पहुंचने के बावजूद अब तक रेलनगरी खड़गपुर के पौरसभा की पौरप्रधान के विरुद्ध अनास्था के पेंच की कोई समाधान होती नही दिख रही यह पूछे जाने पर कि टीएमसी इस दौरान विक्षुब्ध गुट के एक पार्षद पर जहां पौर प्रधान की घनिष्ठ एक महिला कुप्रस्ताव देने का शिकायत थाने में दर्ज कराई तो दूसरी ओर विक्षुब्ध गुट के 15 पार्षद पौरप्रधान प्रदीप सरकार के विरुद्ध असुरक्षा की शिकायत टाउन थाने में दर्ज कराई पुलिस वेट एंड वाच की भुमिका में दिखाई दे रही है। प्रदीप की अनुपस्थिति में विक्षुब्ध गुट की बैठक हुई जिसमें तृणमूल के शहर अध्यक्ष सूर्य प्रकाश राव उपस्थित थे . विक्षुब्ध गुट प्रदीप के विरुद्ध अपनी पूरी आक्रोश उजागर कर दी और पौर प्रधान पद से प्रदीप को हटाने की मांग रखी . पौरप्रधान प्रदीप ने कहा  ” दल की ओर से मुझे ऐसे किसी बैठक की सूचना नही मिली है। विक्षुब्धों को लेकर हुई बैठक के पश्चात जिला को-ऑर्डिनेटर अजित माईती ने कहा –  ” विक्षुब्धों की शिकातय मिलने के बाद जिला स्तर पर दोनो पक्ष से अलग-अलग  बैठक करेंगे . अभी एक पक्ष की सुना हूं ओर एक पक्ष की दो दिन में सुन कर विसतारित रिपोर्ट शीर्ष नेतृत्व को दूंगा . दल जो फैसला करेगा उसी मुताबिक आगे कीकदम उठाई जाएगी .” इससे साफ जाहिर है मसले को लेकर जिला संगठन अपने उपर की जिम्मेदारी राज्य नेतृत्व की ओर हस्तांतरित कर दी है जिससे बेशक मामले के समाधान में देर हो सकती है पर फैसले पर सवाल नही उठेगा . शहर तृणमूल अध्यक्ष सूर्यप्रकाश राव ने कहा-  ” जिला नेतृत्व प्रत्येक विक्षुब्ध पार्षद की बात सुने है . समाधान के लिए पांच दिन का समय मांगा है और जिला नेतृत्व पर आस्था रखने को कहा है .”

कुनबा सिकुड़ने से केंद्रीय नेतृत्व ही अब सहारा

इस बीच प्रदीप सरकार कोलकाता जाकर शुक्रवार को पौर मंत्री फिरहाद हाकिम व पार्टी महासचिव से भी मिले। माना जा रहा है कि प्रदीप अपना पक्ष रखने के लिए राज्य नेतृत्व को मनाने में जुटे हैं ताकि किसी तरह भी बगावती सुर को दबाया जा सके।

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