लगातार बारिश ने मायूस किया पंडाल घूमने वालों को, लोग घऱों में रहे दुबके जिससे खोमचे , ठेले वाले भी दिखे निराश .
खड़गपुर, अष्टमी को लगातार हुई बारिश ने पूजा घूमने वालों को मायूस कर दिया व बारिश के कारण लोग घरों में दुबके रहे। ज्ञात हो कि अष्टमी को शाम लगभग पांच बजे खड़गपुर व आसपास के इळाकों में बारिश शुरु हुई जो कि लगभग नौ बजे तक बरसती रही जिसके बाद बारिश में कमी आने से कुछ लोग पूजा देखने घरों से बाहर निकले पर दस बजे के बाद फिर से बूंदाबांदी शुरु हो गई जो कि आधी रात तक चलती रही जिसके कारण पूजा प्रेमियों को वापस घऱ जाना पड़ा। इधर कई पूजा आयोजक बारिश के कारण पंडाल को होने वाले नुकसान से जूझते दिखे। कुछ लोग छाता लेकर आसपास के पंडाल जाते दिखे।
.
ज्ञात हो कि मौसम विभाग षष्टी से दशमी तक बारिश होने की भविष्यवाणी की है षष्टी को रात लगभग पौने बारह से पौने दो बजे तक बारिश हुई फिर सप्तमी की सुबह लगभग चार बजे से घंटो भारी बारिश हुई। सप्तमी को दोपहर लगभग ढ़ाई बजे से भारी बारिश हुई जो कि लगभग घंटे भर चली। फिर शाम में बूंदाबांदी हुई। जिससे सप्तमी को भी अपेक्षाकृत कम लोग पूजा देखने निकले। अष्टमी की सुबह धूप खिली पर लगभग साढ़े ग्यारह बजे बारिश हुई हांलाकि दोपहर बाद मौसम साफ हो गया लेकिन अष्टमी की शाम में शरु हुई बारिश लगातार हुई जिससे पूजा प्रेमियों का उमंड बारिश में धुल गया यही नहीं बारिश के कारण पंडाल की चमक भी कम हुई कई जगह पंडाल के आसपास जलजमाव व कीचड़ हो गया। लोगों के घरों से नहीं निकलने से खिलौने वालों से लेकर होटल व्यवसाय करने वालों तक मायूस रहे खासकर छोटे दुकानदार खोमचे व ठेले वालों को तो खाद्य़ सामग्री के नुकसान होने पर भारी क्षति उठानी पड़ी। हांलाकि मौसम विभाग की ओर से आगे भी बारिश की भविष्यवाणी है कई लोग भगवान इंद्र से बारिश के रुकने की प्रार्थना कर रहे हैं ताकि साल भर प्रतीक्षा के बाद आने वाली पूजा बारिश में पूरी तरह ना धुल जाए।