राज मार्ग पर दिन-दहाडे छीना गया हार ,
पुलिस की तत्परता से 20 मिनट में बरामद
खड़गपुर के चौरंगी जैसे व्यस्त राजमार्ग चौक पर दोपहर 12 बजे महिला काउंसिलर के माथे पर दिन – दहाडे गन सटा कर एक सोने की हार छिनताई कर ली गई साथ ही 20 मिनट के भीतर खड़गपुर ग्रामीण थाना पुलिस नाका-तल्लाशी के जरिए हार बरामद भी कर ली . हुआ यूं कि एक दंपत्ति बाइक से मेदिनीपुर जा रहे थे कि चौरंगी के पास शिकार की ताक में रहा 2 झपटमार गाडी रुकवा कर गन का भय दिखाकर हार छीन लिया और भाग खडे हुए . ऐसी दु्स्साहसपूर्ण घटना से परेशान हाल पीडित दंपत्ति आनन-फानन पुलिस को सूचित की और पुलिस भी तत्परता दिखाते हुए त्वरित कार्रवाई कर , नाका-तलाशी में जुट गए और 20 मिनट के भीतर ही दोनो उचक्के खड़गपुर ग्रामीण के मादपुर से दबोच लिए गए. उन के पास से इस हार के अलावा भी एक और सोने की हार , एक देशी कट्टा और कई राउंड कारतूस बरामद हुआ . दोनों बटमार गोपाल जाना व गोरा साव 40 वर्षीय वय के , पूर्व मेदिनीपुर के वासी हैं .यह जानकारी जिला पुलिस सूपर दिनेश कुमार ने दी . मालूमात के मुताबिक तृणमूल के खड़गपुर शहर के अध्यक्ष दिव्येंदु पाल अपनी पत्नी एवं वार्ड -5 की काउंसिलर जयश्री पाल के साथ , बाइक से दल के कार्यक्रम में शामिल होने मेदिनीपुर जा रहे थे कि अचानक चौरंगी के पास गाड़ी रूकवा कर , छिनताईबाजों ने सर में पिस्तौल सटा दिया और हार छीन कर रफुचक्कर हो गए . पीडितों ने गाड़ी के नंबर प्लेट पर गौर किया और पुलिस को अविलंब सूचित की . नतीजतन इतनी त्वरित बरामदगी संभव हो पाई . जिला पुलिस सूपर दिनेश कुमार खड़गपुर ग्रामीण पुलिस ओ.सी. आसीफ सनी के अधीनस्थ अधिकरी को पुरस्कार स्वरुप 5 हजार रुपय देने की घोषणा की . दिव्येंदु पाल घटना के पीडित, इस सिलसिले में पुलिस की तत्परता पर काफी खुशी जाहिर की , पुलिस को धन्यवाद दिया और राहत की सांस ली .
मेदिनीपुर में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए . सांसद दिलीप घोष मुख्य मंत्री द्वारा दुर्गा पूजा कमिटियों को दिए गए आर्थिक अनुदान पर सवाल उठाते हुए हमलावर रहे उन्होने कहा किसी भी पूजा कमिटि द्वारा मांगे बिना ही जनता के टैक्स के पैसा क्यों दिया गया जनहित के विकास कार्य को स्थगित कर पूजा कमिटि को अनुदान , यह सब दरअसल फंसे होने के कारण धूमिल छवि को चमकाने की जुगत है , डैमेज कंट्रोल की कोशिश है ताकि लोगों का मुंह बंद रखा जा सके . लोग राज्य सरकार के मंत्रियों के कुकृत्य पर मुखर न हों , पूजा कमिटि को नियंत्रित कर आसानी से मनमाना इस्तेमाल किया जा सके . निर्वाचन के समय काम में लाया जा सके जबकि जन साधारण के सहयोग से हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी पूजा का आयोजन संभव था चंदे का सहयोग देकर आमलोग आंनंदित भी होते हैं . मालूम हो इस मुद्दे पर उच्च न्यायालय में दिए गए कुल 398 करोड के अनुदान पर एक जनहित याचिका भी दायर हो गई है . इस पर सांसद ने कहा अन्य मुद्दों की तरह इस मुद्दे पर भी सुनवाई के लिए याचिका दायर हो ही सकती है, आश्चर्य की क्या बात है .बहरहाल सांसद के नजर में अनुदान , लोगों का ध्यान भटकाकर , धूमिल छवि चमकाने की ओछी कवायद है . कोरा सियासी हथकंडा है .