✍रघुनाथ/जयराम
पश्चिम मेदिनीपुर जिले में अवस्थित डेढ शतक पुरानी ऐतिहासिक एवं स्वतंत्रता संग्राम से जुडी केन्द्रीय संशोधनागार (central jail) शनिवार के दिन संकीर्ण राजनीति का शिकार बनी आजादी के अमृत महोत्सव की बेला में , हर घर तिरंगा का एक अभियान चलाया जा रहा है इसी अभियान के तहत देशभर के 75 बंदीगृह जो कि स्वाधीनता संग्राम की एतिहासिकता के साथ जुडी हुई है उन सभी महत्वपूर्ण स्मरणीय स्थलों पर झंडोत्तोलन किया जाय ऐसा केंद्रीय सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा तय किया गया और यह उत्सव 11अगस्त से14 अगस्त तक याने 76वीं आजादी दिवस की पूर्व संध्या तक मनाया जाना है इसी क्रम मे शनिवार के दिन पश्चिम मेदिनीपुर के सेंट्रल जेल में झंडोत्तोलन का कार्यक्रम तय था किंतु यहां से केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री सुभाष सरकार को हतास लौटना पडा . ऐसे ऐतिहासिक महत्व के उत्सवों में कहां तो केंद्र के साथ राज्य सरकार संयुक्त भागीदारी करेगी बल्कि इसके उलट अडंगे डाल कर व्यवधान पैदा कर दी गई ताकि कार्यक्रम न हो पाए . जेल अधीक्षक को इस हेतु आवश्यक अनुमति भी नही दी गई नतीजतन असहाय भाव से जेल अधिकारी अपनी असमर्थता मंत्री महोदय से जाहिर की . ऐसी विषम परिस्थिति देख शिक्षा मंत्री सुभाष सरकार खड़गपुर आई.आई.टी के
आध्यापक , छात्र-छात्राएं व स्वाधीनता सेनानीयों के परिजनों को लेकर भारी मन से वापस लौट गए .गौरतलब है कि केन्द्रीय सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा 6 अगस्त को ही राज्य सरकार के शिक्षा मंत्रालय के मुख्य सचिव को सूचित कर दिए जाने के बावजूद इस विषय में 2 चिट्ठियां भी भेजी गई थी ताकि कोई दुविधा ना हो.शिक्षा राज्य मंत्री खुद मुख्य सचिव से फोन पर बात भी की थी ऐसा उनका कहना है इसके बावजूद राज्य सरकार की ओर से जेल अधीक्षक को सूचना ही नही दी गई और मंत्री सुभाष सरकार आगे से तय कार्यक्रम किए बिना ही बैरंग लौटे जिसके बाद मंत्री आआईटी में आयोजित अमृत महोत्सव में लिया। बंगाल के पौर मंत्री फिरहाद हाकिम का कहना है कि सेंट्रल जेल संरक्षित इलाका है यहां पर किसी को भी पूर्व अनुमति के बिना कोई भी कार्यक्रम करने का आयोजन नहीं है।
नंदीग्राम में भी शुभेंदु की तिरंगा यात्रा रोकी पुलिस
ज्ञात हो कि इससे पहले नंदीग्राम में भी बंगाल विधानसभा के विपक्षी दल नेता शुभेंदु अधिकारी की तिरंगा यात्रा को भी पुलिस ने रोक दिया था जिसके ख़िलाफ़ शुभेंदु ने केंद्रीय गृह मंत्रालय से शिकायत की बात कही है ।