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दीप महिला समिति द्वारा तिरपाल प्रदान .
खड़गपुर के विभिन्न वार्डों के कमजोर और कच्चे मकान शुक्रवार की रात निम्नचाप के कारण आई भयावह आंधी के चपेट में आने
से मकानों के छत के टीन उड़ गए साथ पेड व पेड की डालियां टूट कर गिरने से काफी क्षति हुई . इन क्षतिग्रस्त इलाके के प्रभावित परिवारों में खड़गपुर की दीप महिला समिति रविवार के दिन तिरपाल व अन्य कुछेक अनुसांगिक जरुरी वस्तुएं सहायता स्वरुप दी .

झारखंड की गालूडीह व डी. वी. सी. बांध से रविवार भोर 4 बजे बृहद् परिमान में पानी छोडे जाने के कारण केशियाडी के सुवर्णरेखा नदी का जलस्तर काफी बढ गया है और आस – पास के केशियाडी ब्लाक के ग्रामांचलों में बाढ की स्थिति बन गई है कच्चे मकान के बासिंदो को समस्याओ़ं का सामना करना पड रहा है . दोनों बांधों से कुल 5 लाख 89 हजार 308 क्यूसेक पानी छोडे जाने से भोसरा से होकर गुजरने वाली सुवर्णरेखा में बाढ़ आई हुई है .केशियाडी ब्लाक के हरिपुरा , डेमुरपुरा , राउतारापुर ,आमलासाई व भोसरा सहित अन्य ग्राम बाढ प्रभावित है . साथ ही सुवर्णरेखा नदी में लगातार बढते जल स्तर से पानीतोनिया , बाली डांगरी , खोलाई , पानसोई आदि दांतन ब्लाक के ग्रामवासी भी खासे दहशत में हैं .पुलिस प्रशासन की ओर ग्राम वासियों को सतर्कता संबंधी सूचना की घोषणा कर दी गई है .

शुक्रवार की भयंकर तूफानी रात जब चल रही थी 60 कि.मी. की रफ्तार में विध्वंशक हवा संग तेज बारिस . यह सब बंगाल की खाडी और मयंमार मे बनी निम्न दबाव के क्षेत्र की मिश्रित प्रभाव से उत्पन्न जानलेवा आंधी से हुआ जो पूरे बंगाल में तबाही की दर्दनाक गाथा लिख दी . समुद्र में 18 मछेरे लापता हो गए . पुरुलिया ,बांकुडा,दोनों मेदिनीपुर , झाडग्राम , कांथी , हल्दिया नंदीग्राम,खेजुरी ,हावडा, कोलकाता व दक्षिण चौबिस परगना में बडी संख्या में पेड़ टूट व उखड़ कर कहीं सडक पर तो कहीं घर-मकान व एलेक्ट्रिक खंबे-तार पर गिरे जिससे कई जगहों पर सामान्य दुर्घटनाएं भी घटी पर अधिकांश जगहों पर लोडसेडिग की समस्या सारी रात बनी रही सुबह पेडों को काट-छांट कर जरुरी सफाई किए जाने के बाद बिजली के कनेक्सन दुरुस्त किए जाने के बाद
ही जनजीवन सामान्य हुई .

 

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