खड़गपुर, आईआईटी ब्रिज की बेहाल दशा को देखते हुए लगातार तीसरे वर्ष स्वयं सेवा दल ने फिर एक बार अपने सदस्य बंधु के साथ मिलकर ब्रिज की साफ सफाई का अभियान छेड़ा।स्वयं सेवा दल के प्रमुख अभिमन्यु गुप्ता के मुताबिक हमने देखा कि ब्रिज के किनारे दोनों ओर एक लाइन से असंख्य पौधे उग गए थे। यही नहीं बारिश का पानी जमने से ब्रिज डैमेज भी हो सकता है। एक्सीडेंट होना तो आम बात है। हम सभी को बहुत दिक्कतों के बाद आईआईटी ब्रिज का सौगात मिला था। लेकिन लापरवाही की वजह से लोगों को आने जाने में बहुत दिक्कत होती है। कोई भी हादसा हो सकता है। हमने देख कि जल जमाव और बालू मिट्टी के वजह से ब्रिज पर काफी गंदगी भी रहती थी। ब्रिज की दशा में सुधार को लेकर जन प्रतिनिधिओं एवं संबंधित निकाय द्वारा कोई पहल न करने की सूरत में हमने एक जिम्मेदार संस्था के नाते ‘एकला चलो’ की राह अपनाते हुए किसी पर दोषारोपण ना कर इस ब्रिज के साथ अपने शहर को ‘आदर्श नगर ‘ बनाने के लिए विगत १० जून को पांच स्वयंसेवकों को साथ लेकर मुहिम की शुरुआत की।
शुरू-शुरू में तो सब कुछ खुद करना पड़ा लेकिन जैसे-जैसे लोगों को इसकी जानकारी मिलती गई, वैसे-वैसे सहयोग को हाथ भी बढ़ने लगे। हम सबने मिलकर ब्रिज के तीनों दिशाओं (आईआईटी, आयामा व वर्कशॉप की ओर ) में ब्रिज के किनारे उग आएं जंगली झाड़, पौधों आदि को उखाड़ने के साथ ही जमा बालू की भी साफ-सफाई शुरू की। यही नहीं अभियान के आठवें दिन हमने देखा कि ब्रिज से नीचे उतरते ही आईआईटी की ओर जाने की दोनों तरफ़ की जो पासिंग लाईन के पास काफ़ी हद तक जंगली पेड़-पौधे उग गए थे, जो पानी को रोक रहे थे जिससे ब्रिज को नुकसान पहुंच रहा था। सामने की तरफ़ जहां पर पुलिस वैन के साथ यातायात पुलिस के लिए बैठने का स्थान बनाया गया था, उसे भी साफ़ किया गया।
अभिमन्यु गुप्ता का कहना है कि आदर्श नगर बनाने हेतू हमने जो संकल्प लिया है इतना आसान नहीं है। हम सब साथ मिलकर अवश्य एक नया और भव्य शहर की परिकल्पना कर सकते हैं और यह तभी हो सकता है जब हम साथ चलें । गुप्ता का कहना है कि अनुशासन के साथ एक पथ पर चलकर ही राष्ट्र निर्माण की परिकल्पना कर सकते हैं। इसी मूलमंत्र के साथ हमारा आदर्श नगर अभियान निरंतर चलता रहेगा। समाज के प्रत्येक नागरिक को अपने सामाजिक एवं पारिवारिक दायित्वों के साथ-साथ समाजसेवा के लिए भी समय अवश्य निकालना चाहिए।